कुशीनगर- महापरिनिर्वाण मंदिर पर जलाया गया दीपक
कुशीनगर महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर में चौरासी सौ दीप जलाकर दीपोत्सव 2020 की बड़ी ही भव्यता के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ दीपोत्सव कार्यक्रम में आयें विद्वानों और बौद्ध भिक्षुओं नें बताया की पाली ग्रन्थों में दीप जलानें पुरानी परम्परा का उल्लेख हैं इसी परम्परा का निर्वाहन करते हुए आज दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य द्वार सें संविधान यात्रा निकाल कर किया गया ........इस दीपोत्सव कार्यक्रम में विधायक रामानंद बौद्ध सहित हजारों की संख्या में महिलाएं बच्चे सहित गणमान्य लोग मौजूद रहें और उन्होंने महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर में दीपक जलाया ..... जिस प्रकार से सम्राट अशोक ने भगवान बुद्ध और उनके शिष्यों द्वारा दिए गए 84000 उपदेशों की याद में पूरे भारत में 84000 धम्म स्कन्द बनवाए और कार्तिक की अमावस्या के दिन उन धम्म सकन्दों के उद्घाटन उत्सव पर पूरे अखंड भारत में दीपक जलाकर व पुष्प लताएं सजाकर उत्सव मनाया गया। इसी दिन को आज पूरे भारत में दीपदान उत्सव के रूप में मनाया जाता है। आज महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में दीप महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हर वर्ष की भांति शुभारंभ हुआ कार्यक्रम में दुर - दुर से आयें राजनीतिक व गैर राजनीतिक लोगो ने चढ़ बढ कर हिस्सा लिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रामकोला विधायक रामानंद बौद्ध रहें उन्होंने बताया की तथागत को एक बार कपिलवस्तु लानें के अनुरोध वहां के जनता द्वारा किया गया जिसके बाद तथागत ने अनुरोध स्वीकार किया और कपिलवस्तु आने की बात कही तो वहा के लोग इतनें उत्साहित हुए उनके आनें को लेकर उनके स्वागत में दीप जलाया गया तब से दीप जलानें की परम्परा चली आ रही हैं उसी परम्परा का निर्वाह करते हुए आज संविधान यात्रा निकाला गया जो कुशीनगर मुख्य प्रवेश द्वार सें होतें हुए यहा तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली मंदिर पर पहुंच कर दीप प्रज्वलित कर दिपावली मनाया गया इस अवसर पर मैत्री फाउंडेशन के अध्यक्ष सहित हजारो की संख्या में आयें महिलाऐं बच्चे सभी नें बड़े उत्साह के साथ दीप प्रज्वलित किया
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