गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

यूपी विधान सभा चुनाव- एसपी कैंडिडेट का पर्चा निरस्त, जानिए पूरा समीकरण


 


यूपी में राज्यसभा की दस सीटों के लिए होने वाले चुनाव का सस्पेंस बुधवार को खत्म हो गया। एक प्रत्याशी का पर्चा खारिज होने से अब केवल दस ही प्रत्याशी बचे हैं। ऐसे में चुनाव नहीं कराना होगा।


 


राज्यसभा में दावेदारी के लिए भाजपा की तरफ से आठ, सपा और बसपा की तरफ से एक-एक प्रत्याशी के अलावा निर्दल के रूप में प्रकाश बजाज ने नामांकन दाखिल कर दिया था। दस सीटों पर 11 प्रत्याशियों के नामांकन से मतदान की नौबत आ गई थी।


 


भाजपा के आठ और सपा के एक प्रत्याशी की जीत में तो कोई संशय नहीं था लेकिन निर्दल के रूप में उतरे प्रकाश बजाज के कारण बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम की सीट फंसती नजर आ रही थी। इसी बीच बुधवार की दोपहर रामजी गौतम के पांच प्रस्तावकों ने अपना प्रस्ताव वापस लेने का आवेदन दे दिया। जोकी  बेकार थी। 


मतपत्रों की जांच के दौरान पीठासीन अधिकारी ने एक बार प्रस्ताव करने के बाद वापस लेने को औचित्यहीन माना। ऐसे में विधायकों की बगावत के बाद भी बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम का पर्चा सही पाया गया। 


वहीं, निर्दल मैदान में उतरे सपा समर्थित प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज कर दिया गया। बताया गया कि प्रस्तावक में सपा विधायक नवाब जान के स्थान पर नवाब शाह लिख दिया गया था। इस नाम का कोई विधायक सदन की सूची में न होने के कारण प्रकाश बजाज के प्रस्तावकों के नाम गलत पाए गए। लिहाजा, पर्चा खारिज कर दिया गया है। अब भाजपा के आठ, सपा के राम गोपाल और बसपा के रामजी गौतम का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है।


यूपी राज्यसभा चुनाव को लेकर बसपा के पांच विधायकों की बगावत बेकार हो चुकी है. समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज हो चुका है. माना जा रहा था कि प्रकाश बजाज की वजह से ही बसपा के अंदर बगावत हुई थी. लेकिन उनका पर्चा खारिज होने के बाद बसपा के बागी विधायकों की बगावत बेकार हो चुकी है. 


प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने के बाद राज्यसभा के लिए 10 सीटों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है. अब 8 बीजेपी, एक सपा और एक बसपा का राज्यसभा सदस्य चुना जाना लगभग तय है.


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