सोमवार, 19 अक्टूबर 2020

यूपी उपचुनाव का महासंग्राम,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उतरेंगे मैदान में


यूपी में 7 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर बिसात बिछ चुकी है। हर दल की अपनी तैयारी है लेकिन खास बात यह है कि सत्ताधारी दल की तरफ से मुख्यमंत्री चुनावी समर में प्रचार की अगुआई करेंगे, जबकि विपक्ष के अगुआ मैदान में नहीं होंगे। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव वर्चुअल रैली करेंगे।


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी प्रत्यक्ष तौर पर चुनावी मैदान से दूर ही रहेंगी। बता दें कि 3 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे।कोरोना संक्रमण के इस दौर में हो रहे इन उपचुनावों से विपक्ष काफी सक्रिय है, जिन सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें एक समाजवादी पार्टी के पास थी जबकि बाकी 6 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते थे।


ऐसे में विपक्ष बीजेपी के खाते की सीटों को अपने हिस्से करने की सब जुगत लगा रहा है। विपक्षी दलों का मानना है कि लॉकडाउन के बाद की आर्थिक स्थितियों और कानून व्यवस्था से जनता परेशान है। उसमें नाराजगी है और इसका असर चुनाव में देखने को मिलेगा।समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील सिंह यादव कहते हैं कि जहां भी जनता से मुलाकात हो रही है, उनके भीतर सरकार और बीजेपी को लेकर गुस्सा देखा जा रहा ।


कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह कहते हैं कि अब जनता समझने लगी है कि मुख्यमंत्री से प्रदेश नहीं संभल रहा और बस एक वर्ग विशेष को प्रश्रय देकर लोकतंत्र में राजशाही की तरह व्यवहार हो रहा है।हालांकि विपक्ष के इस तरह के उत्साह के बावजूद बड़े लोगों का चुनाव प्रचार में प्रत्यक्ष तौर पर दूरी बनाए रखने से कोशिशों की गंभीरता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।


बीजेपी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री की बिहार में रैलियां हैं। ऐसे में उपचुनाव में फिलहाल हर सीट पर एक रैली की योजना बनाई जा रही है।समाजवादी पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव हर विधानसभा में कम से कम एक वर्चुअल रैली करेंगे। फिलहाल जो योजना बनाई गई है, उसके मुताबिक इन रैलियों का सोशल मीडिया पर ब्रॉडकास्ट किया जाएगा और क्षेत्रों में अलग अलग जगहों पर स्क्रीन लगाई जाएगी।


कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू चुनाव प्रचार की अगुआई करेंगे। समाजवादी पार्टी की तरफ से भी निर्वाचित प्रतिनिधियों के अलावा संगठन के पदाधिकारी मोर्चा संभालेंगे।विधानसभा क्षेत्र में छोटी सभाओं को सभी दलों ने ज्यादा तरजीह देने का मन बनाया है। विधानसभा सीटों के मुताबिक लोगों की ड्यूटी लगा दी गई है। हर दल ने अपने आब्जर्वर बैठा दिए हैं, जो चुनाव तक यहां रहकर सारी चुनावी गतिविधियों पर नजर रखेंगे।


नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि रैलियों और सभाओं के इतर वे लोगों से मुलाकात के लिए छोटी छोटी चौपालें लगाएं और लोगों को अपने दल की प्राथमिकताओं के बारे में बताएं।प्रदेश में सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार के लिए कांग्रेस कमेटी ने अपने 30 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है।


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