मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

PDP चीफ मेहबूबा मुफ्ती 436 दिन बाद हुई रिहा


PDP चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को एक साल, दो महीने और 9 दिन यानी कुल 436 दिन बाद रिहा कर दिया गया है। जिसकी जानकारी जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने दी। 


 4 अगस्त 2019 से थी हिरासत में


आप को बता दे, महबूबा को पिछले साल 4 अगस्त 2019 को कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से पहले हिरासत में लिया गया था। जिसके बाद से ही वे वे नजरबंद थीं।जिसके बाद 6 फरवरी 2020 को महबूबा की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर पब्लिक सेक्युरिटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर नजरबंदी की अवधि बढ़ा दी गई।


क्या है पब्लिक सेफ्टी एक्ट ?



  • साल 1978 में लकड़ी की तस्करी करने वालों के खिलाफ पब्लिक सेफ्टी बना था। जो उस वक़्त जम्मू-कश्मीर में लागू कर दिया गया था।

  • इसके तहत किसी को भी बिना ट्रायल के 2 साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।

  • पहले तो यह कानून लकड़ी की तस्करी करने वालों के खिलाफ बना था, लेकिन धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल अन्य आपराधिक मामलों में भी होने लगा।

  • खास इस्तेमाल तब किया गया, जब 2010 में जम्मू-कश्मीर में कई महीनों तक हालात खराब रहे।


आठ महीने में चार बार बदला नजरबंदी का स्थान 



  1. पहली बार- श्रीनगर के हरि निवास गेस्ट हाउस में रखा गया था। 

  2. उन्हें चश्मा शाही इलाके में पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस भेज दिया गया

  3. श्रीनगर के ही ट्रांसपोर्ट यार्ड के सरकारी क्वार्टर में रखा गया 

  4.  अस्थाई जेल से दूसरे स्थान पर भेजा गया।


फारूक और उमर अब्दुल्ला रिहा हो चुके हैं


महबूबा जम्मू-कश्मीर की अकेली ऐसी बड़ी नेता थीं, जिन्हें अभी तक नजरबंद रखा गया था। उनके साथ ही हिरासत में लिए गए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को रिहा किया जा चुका है। फारूक को 15 मार्च को रिहा किया गया था वहीं उमर को इसके 10 दिन बाद 25 मार्च को रिहा किया गया था। रिहाई के बाद उमर ने सभी नेताओं की नजरबंदी खत्म करने की मांग की थी।


 


 


 


 


 


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