कोरोना का पीक गुजरा, दूसरे लहर की आशंका
देश में कोरोना संक्रमण का पहला दौर बीत चुका है। पिछले तीन हफ्तों में नए मामलों और इससे मौत में कमी आई है। लेकीन नीति आयोग के सदस्य वी के पल्ले सर्दियों में संक्रमण की दूसरी लहराने की आशंका जताई है। साथ ही कहा है कि सब्जी और त्यौहारों के कारण उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है, आने वाले मां चुनौतीपूर्ण हैं।
पॉल करो ना से निपटने के प्रयासों में समन्वयन के लिए बने विशेषज्ञ पैनल के प्रमुख भी हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए साक्षात्कार साक्षात्कार में उन्होंने कहा, अधिकतर राज्यों में संक्रमण थामा है। हालांकि पांच राज्य (केरल राजस्थान छत्तीसगढ़ कर्नाटक पश्चिम बंगाल) में केस बड़े हैं। पॉल ने कहा कि सर्दी की शुरुआत होते ही यूरोप के देशों में संक्रमण के मामले बढ़ते दिखाई दे रहा है। इससे इनकार नहीं कर सकते।
कानपुर आईआईटी ने भी चेताया
सर्दी में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। क्योंकि सामान्य तौर पर भी वायरस ठंडे वातावरण में अधिक सक्रिय होते हैं। इसलिए कोविड-19 के सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन जरूरी है। जिला या राज्य में व्यापक स्तर पर तालाबंदी की जरूरत नहीं है। अभी स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की जरूरत है। यह सुझाव आईआईटी कानपुर समेत विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों की समिति ने सरकार को दिया। यह समिति आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर विद्यासागर के नेतृत्व में गठित की गई है।
फरवरी तक नियंत्रण
आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर की अध्यक्षता वाली समिति ने दावा किया है कि फरवरी 2021 तक कोरोना महामारी नियंत्रण में आ जाएगी।
सामुदायिक प्रसार शुरू
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कुछ जिलों में कोरोना सामुदायिक प्रसार शुरू हो गया है। त्योहारों सीजन में हमें सावधान रहना होगा।
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