सोमवार, 12 अक्टूबर 2020

कांग्रेस का'हाथ' छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई खुशबू सुंदर


 


कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका मिला है। दरसअल तमिल का चर्चित चेहरा ख़ुशबू सुंदर ने सोमवार को कांग्रेस का हाथ छोड़ कर कमल का दामन थाम लिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने उन्हें बीजेपी में शामिल कराया। खुशबू सुंदर ने दिल्ली में बीजेपी के मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता ली। इससे पहले उन्होंने सोमवार सुबह सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। 


 



 


खुशबू सुंदर ने पत्र में पार्टी के बड़े स्तर पर बैठे कांग्रेस पार्टी के लोगों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। खुशबू ने कहा, "पार्टी के अंदर शीर्ष स्तर पर कुछ लोग हैं जिनका जमीनी स्तर पर कोई संपर्क या सार्वजनिक पहचान नहीं है, वो अपनी बात थोप रहे हैं और मेरे जैसे लोग जो पार्टी के लिये गंभीरता से काम करना चाहते हैं उन्हें पीछे किया जा रहा है और दबाया जा रहा है."


 



 


आप को बात दे.. खुशबू सुंदर ऐक्ट्रेस से पॉलिटीशियन बनी है। 2010 में सत्ताधारी रही डीएमके पार्टी में शामिल हुई। जिसके 4 साल बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उन्होंने 2014 में कांग्रेस को ज्वाइन किया। 


 



 


कांग्रेस ने प्रवक्ता पद से हटाया


अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी प्रणव झा ने एक बयान में कहा, "खुशबू सुंदर को कांग्रेस प्रवक्ता के पद से तत्काल प्रभाव से हटाया जाता है." अभिनेत्री ने कहा कि लंबे समय तक व्यापक 'विचार प्रक्रिया' के बाद उन्होंने कांग्रेस से अपने रिश्ते खत्म करने का फैसला किया है। 


 



 


अब जबकि तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं तो खुशबू सुंदर ने पाला बदल लिया है। राज्य में मई 2021 में चुनाव होने हैं। जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके बंट चुकी है। जबकि दूसरी तरफ डीएमके और कांग्रेस है।बीजेपी यहां सियासी जमीन तलाशने की पूरी कोशिश में जुटी है। खुशबू सुंदर इस प्रयास को आगे बढ़ाने में एक अहम कड़ी साबित हो सकती हैं क्योंकि वो एक बड़ा चेहरा हैं और तमिलनाडु में चेहरों की राजनीति का बोलबाला रहा है। 


 



 


एमजीआर से लेकर करुणानिधि और जयललिता तक कई कलाकारों ने तमिलनाडु पर शासन किया है. अब कमल हासन जैसे मशहूर अभिनेता भी राजनीति में आ गए हैं. खुशबू सुंदर की भी अपनी लोकप्रियता है. वो एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिनके फैंस ने उनके लिए मंदिर निर्माण तक करवाया है। 


 



 


देखना है कि खुशबू सुंदर की इस लोकप्रियता का बीजेपी को कितना फायदा मिल पाता है. बता दें कि तमिलनाडु में बीजेपी राजनीतिक तौर पर काफी ज्यादा कमजोर है और पार्टी ऐसे राज्यों में बहुत मेहनत कर रही है जहां उनकी स्वीकार्यता नहीं है.