शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

कानपुर उर्सला में बाय की जगह दाएं कान का डॉक्टर ने किया ऑपरेशन, बच्चे की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टर की सर्जरी पर रोक

 



कानपुर उर्सला अस्पताल में इलाज में लापरवाही बरतने वाले 2 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई। इनपर सर्जरी करने पर रोक लगा दी गई है।दरसअल डॉक्टर ने 6 साल के एक बच्चे के स्वस्थ्य कान का परदा ऑपरेशन कर निकाल दिया गया जबकि होना था बाएं कान का ऑपरेशन। ऑपरेशन रुम से बाहर निकलने के बाद बच्चे के परिजनों ने देखा तो वह चौंक गए। परिजनों की शिकायत पर निदेशक ने प्राथमिक जांच कराई तो सब सामने आ गया। 


आपको बता दें, सर्जन ने  ऑपरेशन से पहले सीटी एमआरआई और एक्स-रे रिपोर्ट और फाइल को देखा  तक नहीं था सिर्फ बच्चे की तकलीफ के इशारे पर गलत ऑपरेशन कर दिया। अब बच्चे की तबीयत बिगड़ गई है। 


रहीमाबाद निवासी मोहम्मद शहीद और मां से बने पुत्र रसद के साथ हुए ऑपरेशन की लिखित शिकायत निदेशक डॉ आर सी स्कर्ट से की। निदेशक ने जांच कमेटी बैठा दी डॉक्टरों की टीम भी मासूम का परीक्षण के लिए भेजा तो जेबा ने बताया कि उनके बेटे को बीती रात से कानों में दर्द हो रहा है सुबह उसे उल्टियां हुई डॉक्टर ने दवाइयां दी हैं। जिससे अब उसकी हालत स्थिर है। 


 निदेशक डॉक्टर भट्ट ने माना कि ईएनटी सर्जन डॉक्टर आरके वर्मा ने गलत ऑपरेशन किया है। सीटी स्कैन एक्स-रे में भी बाएं कान में इंजरी मिली लेकिन वर्मा ने दाएं कान का ऑपरेशन कर दिया। हालांकि सर्जन दावा कर रहे हैं कि बच्चे को दोनों कानों में संक्रमण और दिक्कत रही है, पर रिपोर्ट और फाइल में ऐसा तथ्य नहीं मिला है। जांच कमेटी सही रिपोर्ट देगी निदेशक ने बताया कि डॉक्टर वर्मा को सर्जरी से रोक दिया गया है। सभी का कागजों की फोटो कॉपी कब्जे में ले ली गई है।


डॉक्टर वर्मा ने ऑपरेशन के पहले और बाद में मरीज के माता-पिता को कोई जानकारी नहीं दी इसलिए उनकी लापरवाही सामने आ रही है और उर्सला के वार्ड नंबर 5 में भर्ती मासूम ने मीडिया को भी बताया कि उसे बाएं कान में ही परेशानी है बच्चा बार बार पूछताछ में दहशत में आ गया है इसलिए माउस के पास ही बैठी डॉक्टर को कोस रही है जेबा का आरोप है कि डॉक्टर ने उनके बेटे का कान खराब कर दिया है


निदेशक ने भी माना दो घटनाओं से छवि पर लगा बट्टा मरीज देंगे


 उर्सला मैं हर ऑपरेशन का प्रोटोकॉल बना हुआ है । लेकिन सर्जन उनका पालन नहीं कर रहे हैं ऑपरेशन के पहले मरीज की फाइल पैथोलॉजी जांच और अल्ट्रासाउंड सीटी स्कैन एमआरआई और एक से कोई को नहीं देख रहे हैं । निदेशक भी विचलित हो गए। उन्होंने माना है कि इन दो गलत ऑपरेशन उसे उर्सुला की छवि पर बट्टा लगाने से इनकार नहीं किया जा सकता है।


 


 


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