गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

कानपुर- कुलवंती नर्सिंग होम के खिलाफ डीएम ने भेजा पत्र,56 ऑक्सीजन पर कानपुर हैलट रेफर, मौत

 



नर्सिंग होम संचालक अभी भी कोरोना मरीजों को गंभीर होने पर बिना रेफरल और सूचना के हैलट अस्पताल में भेज दे रहे हैं इसी तरह का एक मामला फिर से सामने आया है जिसमें काकादेव के नर्सिंग होम ने कोरोना संक्रमित युवक को 56 पीस दी ऑक्सीजन लेवल और गंभीर होने पर है लटके न्यूरो को विदा हॉस्पिटल में सामान्य एंबुलेंस से भेज दिया । डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया लेकिन युवक की 2 घंटे बाद मौत हो गई नरसिंह प्रबंधन तंत्र का दावा है कि मरीज को शिफ्ट करने को कमांड कंट्रोल सिस्टम को मंगलवार को सुबह ही सूचना दे दी गई थी।


 अनवरगंज के युवक की का बीते 16 अक्टूबर से काकादेव के कुलवंती नर्सिंग होम मेला चल रहा था नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने कोई टेस्ट 19 अक्टूबर को कराया। जिसकी रिपोर्ट 19 को ही देर रात अाई  लेकिन मरीज को मंगलवार को देर शाम को हैलट के न्यूरो को covid में हालत बिगड़ने पर सामान्य एंबुलेंस से भेज दिया गया जबकि उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से भेजा जाना चाहिए था।


वही जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर आरबी कमल का कहना है कि मरीज की हालत बेहद नाजुक रही फिर भी कुलवंती नर्सिंग होम ने सूचना और रेफरल तक नहीं दिया।मरीज का 56 की ऑक्सीजन लेवल रहा। 4 दिन तक इलाज किया गया फिर मौत हैलट के मत्थे मढ़ दी गई। युवक का इलाज मैनेज नहीं हो रहा था तो क्या मरीज को हैलट पहले दिन ही नहीं भेजा जा सकता था। नर्सिंग होम की लापरवाही से मरीज की मौत हो गई। एक्शन नहीं होगा तो इसी तरह कोरोना


मरीजों को मुश्किल होगी। निजी डॉक्टर इलाज नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें सुझाव लेना चाहिए पर उसका पालन नहीं किया जा रहा है ।जबकि ईसीएस की व्यवस्था की गई है, जिसमें विशेषज्ञों से सलाह डॉक्टर ले सकते हैं।


 


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