हाथरस केस की अब सच्चाई सामने लाएगी CBI, टीम गठित, जांच जारी
हाथरस गैंगरेप के बाद हत्या मामले को सीबीआई ने टेकओवर कर केस दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही मामले की जांच पड़ताल भी शुरू कर दी है। दरअसल इस सीबीआई जांच की सिफारिश खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र सरकार से की थी। और उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध पर मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल सीबीआई ने टीम गठित कर ली है। साथ ही जांच जारी है।
सीबीआई से पहले इस मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही थी। सच जानने के लिए एसआईटी ने जब जांच शुरू की तो उसके निशाने पर गांव के 40 लोग थे। गांव के इन 40 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। ये 40 लोग वे हैं, जो 14 सितंबर को आसपास के खेतों में काम कर रहे थे। इनमें आरोपी और पीड़िता के घर वाले भी शामिल हैं।
जब इस मामले पर राजनीति के साथ आए दिन नए पेंच आने लगे। वहीं देरी ना करते हुए योगी सरकार ने एसआईटी पर अपना भरोसा ना दिखाते हुए मामले कि जांच सीबीआई को सौंप दी।
परिजनों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने बिना अनुमति देर रात सबसे छिपकर पीड़िता का अंतिम संस्कार के दिया। हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि परिजनों की इच्छा के अनुसार ही अंतिम संस्कार किया गया है।
जारी बयान के मुताबिक सीबीआई ने हाथरस केस में एक आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी। इससे पहले पीड़िता के भाई ने हाथरस के चंदपा थाने में केस दर्ज कराया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 14 सितंबर 2020 को आरोपी ने उसकी बहन को बाजरे के खेत में गला घोंटकर मारने की कोशिश की थी.
बता दें कि सीबीआई ने हाथरस केस को अपने हाथ में लिया है. घटना को करीब 27 दिन हो चुके हैं. पहले हाथरस पुलिस, फिर एसआईटी और अब सीबीआई ने इस केस की जांच शुरू की है।
हाथरस में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया था। अभी तक इस मामले की जांच एसआईटी कर रही थी। यूपी सीएम ने पहले एसआईटी को 7 दिन के अंदर फाइनल जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था, लेकिन जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए बीते 7 अक्टूबर को 10 दिन का और समय दिया गया था।
कड़ी सुरक्षा में पीड़िता के परिजन पहुचेंगे लखनऊ
यूपी पुलिस कड़ी सुरक्षा में पीड़िता के परिजनों को लखनऊ लेकर जाएगी। कल यानी 12 अक्तूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में हाथरस केस की सुनवाई होनी है। इसके लिए परिवार के पांच लोग और कुछ रिश्तेदार लखनऊ रवाना होंगे। यूपी पुलिस इन्हें अपनी सुरक्षा घेरे में लखनऊ ले जाएगी। डीआईजी लखनऊ शलभ माथुर पीड़िता के गांव जाकर तैयारियों का जायजा भी ले चुके हैं।
एक अक्टूबर को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के अलावा हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार और एसपी रहे विक्रांत वीर को तलब किया था।
<< मुख्यपृष्ठ