मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

गोंडा में तीन दलित बहनों पर तेजाब फेंका, आरोपी गिरफ्त से बाहर

 



 


अपराध का गढ़ कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के गोंडा में तीन दलित बहनों पर एसिड अटैक का मामला सामने आया है। जिसके बाद पुरे गांव में सनसनी फैल गई। फिलहाल पुलिस ने जांच के लिए गांव मे फरेंसिक टीम भेजी है। तो वहीं पीड़ितों की सुरक्षा के लिए बर्न वॉर्ड को बाहरी लोगों के लिए बंद कर दिया है। वहीं एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित लड़कियों का हाल जाना। एसपी शैलेश पांडेय ने कहा है कि पीड़ित पिता से तहरीर ली जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


 




मामला परसपुर थाना क्षेत्र के पक्का गांव का है। यहां दलित बहनों पर एक अज्ञात दबंग युवक ने तेजाब फेंक दिया। इस वारदात में बड़ी बहन गंभीर रूप से झुलस गई। वहीं बाकी दो छोटी बहनों पर भी तेजाब के छींटे पड़े। आनन-फानन में तीनों बहनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया ।


हमले में बड़ी बहन 35 फीसदी झुलसी


 डॉक्टरों का कहना है कि एसिड अटैक में बड़ी बेटी 35 फीसदी झुलस चुकी है। दूसरी बेटी 25 और तीसरी बेटी पांच फीसदी है। इस बात की जांच की जा रही है कि कौन से केमिकल का इस्तेमाल हुआ।


पिता का बयान- किसी से रंजिश नहीं थी


पीड़ित पिता का कहना है, 'जब तेजाब पड़ा तो बेटी चिल्लाई। आवाज सुनकर मैंने दरवाजा खोला। बेटी को गोद में लिया और पूछा कि क्या सिलिंडर से आग लग गई है तो उसने कहा नहीं। घटना के वक्त मैं सो रहा था। एक बेटी 17 साल की है, एक 12 और एक 8 साल की है।' पीड़ित पिता का कहना है कि उन्हें किसी पर शक नहीं है। आज तक गांव में किसी से रंजिश नहीं रही है। फिलहाल अभी घटना के पीछे की वजहों का नहीं पता चल सका है।


 


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