कानपुर किडनैपिंग केस अपडेट : बर्रा थाना प्रभारी रणजीत राय पर गिरी गाज, लाइन हाजिर - कई थानों में हुए फेरबदल
हरमीत सिंह सर्विलांस प्रभारी रहे हैं और कानपुर बर्रा अपहरण केस में पूरी तरह असफल रहे | वह 24 दिन में अपहरणकर्ता का पता नही लगा पाए. अब हरमीत सिंह को बर्रा थाने का चार्ज सौंपा गया है |
कानपुर| उत्तर प्रदेश के कानपुर में पिछले 24 दिनों से एक युवक के अपहरण की गुत्थी सुलझ नहीं सकी है. उधर मामले में अब एसएसपी ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. इसके तहत अपहरण मामले में थाना प्रभारी, बर्रा पर गाज गिरी है. थाना प्रभारी रणजीत राय को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है, वहीं उनकी जगह हरमीत सिंह को बर्रा थाने का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया है.
दिलचस्प ये है कि हरमीत सिंह सर्विलांस प्रभारी रहे हैं और कानपुर बर्रा अपहरण केस में पूरी तरह असफल रहे. वह 24 दिन में अपहरणकर्ता का पता नही लगा पाए. अब हरमीत सिंह को बर्रा थाने का चार्ज सौंपा गया है.
बयान से पलटी बहन
बता दें इस घटना के संबंध में कई ऑडियो वायरल हुए हैं, जिसमें पता चलता है कि अपहरणकर्ता लगतार युवक के परिजनों से लम्बी बातचीत करता रहा. लेकिन सर्विलांस सेल उसे ट्रेस नहीं कर सकी. उधर पीड़ित की बहन बुधवार को अपने उस बयान से पलट गई, जिसमें उसने पुलिस के कहने पर 30 लाख रुपए की फिरौती अपहरणकर्ताओं को देने का आरोप लगाया था.
ये है पूरा मामला
कानपुर के बर्रा 5 के रहने वाले चमन यादव का बेटा संजीत लैब टेक्नीशियन है जो 22 जून को बाइक समेत लापता हो गया था. पीड़ित परिवार ने बर्रा थाने में घटना की जानकारी दी, लेकिन पुलिस उसे नहीं तलाश पाई. तीन दिन बाद संजीत के पिता के मोबाइल पर बदमाशों ने फोन करके संजीत को छोड़ने के लिए 30 लाख की फिरौती मांगी, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए प्लान बनाया और परिवार से कहा कि 30 लाख रुपये का इंतजाम कीजिए. पुलिस का प्लान था कि जब बदमाश फिरौती की रक़म लेने आएंगे तब उन्हें दबोच लिया जाएगा. इस पर पीड़ित परिवार ने बर्रा 5 में अपना मकान 20 लाख रुपए में बेचा और बेटी की शादी के लिए बनवाए जेवर बेचकर 30 लाख रुपये का इंतजाम किया.
पुलिस के सामने से फिरौती की रकम लेकर चम्पत हुए बदमाश
बदमाशों के कहे मुताबिक सोमवार को रकम दे देनी थी. बदमाशों ने गुजैनी फ्लाईओवर पर फिरौती की रकम मंगवाई थी. फ्लाईओवर के आसपास सादे कपड़ों में पुलिस तैनात हो गई थी, लेकिन शायद बदमाशों को पुलिस के प्लान की भनक लग गई थी, लिहाजा ऐन वक्त पर बदमाशों ने प्लान बदला और फिरौती की रकम का बैग फ्लाईओवर के नीचे फेंकने को कहा. बदमाशों की धमकी के चलते परिवार ने फिरौती की रकम फ्लाईओवर के नीचे फेंकी. इसके बाद पुलिस जब तक दौड़ कर उनको पकड़ती, बदमाश बैग लेकर चंपत हो गए.
लेबल: उत्तरप्रदेश
<< मुख्यपृष्ठ