प्रदेश में सियासी संग्राम लगातार जारी है। अब ऑडियो टेप सामने आने के बाद बीजेपी - कांग्रेस आमने - सामने हैं।
जयपुर। प्रदेश की सियासत रोज नए रंग दिखा रही है। पहले जहां पायलट और गहलोत खेमा एक दूसरे पर वार कर रहा था। वहीं अब सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आने के बाद राजस्थान कांग्रेस और बीजेपी दोनों आमने- सामने आ गए हैं। वहीं राजस्थान एसओजी भी टेप के सामने आने के बाद इस मामले में तेजी से इंवेस्टिगेशन में लग गई है। साथ ही इसके चलते अब पायलट खेमे की मुश्किलें बढ़ने लगी है। शुक्रवार को एसओजी की टीम मानसर पहुंची, तो उन्हें बागी विधायकों से मिलने जाने नहीं दिया गया। इसके बाद एक घंटे बाद टीम अंदर गई, तो विधायक वहां से नदारद थे। इधर ऑडियो टेप के सामने के बाद बीजेपी- कांग्रेस भी एक दूसरे को कानूनी पचड़े में फंसाने में लगे हैं।
अपडेट 11.37 राजस्थान के पीसीसी चीफ आज करेंगे मीडिया को संबोधित
राजस्थान के सियासी संकट के बीच अब सचिन पायलट को कांग्रेस के पीसीसी अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद अब नए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा शनिवार को पहली बार अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। यह उनकी पीसीसी अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद पहली पीसी होगी, जिसमें वे मीडिया से रूबरू होकर राजस्थान कांग्रेस से जुड़े कई मुददों पर अपनी बात रखेंगे। नए पीसीसी चीफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय दोपहर एक बजे का रखा गया है।
अपडेट 10.30 कोरोना को लेकर भी पात्रा ने किए सवाल
राजस्थान की सियासी घमासान को लेकर बीजेपी की ओर से की गई कॉन्फ्रेंस में जहां प्रवक्ता संबित पात्रा ने सरकार पर असवैधानिक तरीके से ऑडियो टैप करने के आरोप लगाए। वहीं इसके साथ ही होटल फेयरमॉन्ट में ठहरे कांग्रेसी विधायकों पर कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ने के आरोप भी लगाए है। पात्रा ने कहा कि होटल में ठहरे सभी विधायकों को लेकर जो मीडिया ने तस्वीरें दिखाई, उसमें यह साफ हो गया है कि वहां कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं किया जा रहा है। विधायक बिना मास्क के घूम रहे हैं। एक साथ खाना खा रहे हैं , स्वीमिंग पूल में नहा रहे हैं। वहां तो पार्टी हो रही है, जबकि प्रदेश में शुक्रवार को सबसे ज्यादा कोरोना मरीज सामने आए हैं।
अपडेट 10.00 ऑडियो वायरल के बाद अब फोन टैपिंग पर सियासत
कांग्रेस की ओर से ऑडियो वायरल के सामने लाने के बाद अब बीजेपी भी मुखर होकर सामने आ गई है। इसे लेकर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की , जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेस से सवाल पूछा है कि क्या राजस्थान में लोगों के ऑडियो टैप किया जा रहा है। पात्रा ने कहा कि राजस्थान सरकार सीना तान कर कह रही है कि ये ऑडियो टेप पूरी तरह सही है। ऐसाे में यह सवाल बनता है कि क्या राजस्थान में राजनैतिक पार्टियों के लोगों के ऑडियो टैप किए जा रहे है ? इस बात का जवाब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी देना होगा। पात्रा ने आगे कहा कि यदि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ऑडियो टैपिंग कर रही है , तो क्या उसमें स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) का ध्यान रखा गया है क्या ? , मुख्यमंत्री ने घेरते हुए पात्रा ने आरोप लगाया कि राजस्थान में गैर सवैधानिक काम किए जा रहे है इन सभी सवालों को जवाब देना होगा।
अपडेट @ 8.10 बीजेपी ने किया सुरजेवाला और डोटासरा पर मुकदमा
इधर बीजेपी भी अब इस मामले में अपनी सक्रियता दिखा रही है। भाजपा ने भी ऑडियो टेप मामले में आक्रमकता दिखाने हुए अब यह कहा है कि मुख्यमंत्री निवास पर फर्जी ऑडियो टेप बनाया गया है। साथ ही इस मामले में भाजपा की ओर से रणदीप सुरजेवाला और डोटासरा को आरोपी बनाते हुए भाजपा की ओर से परिवाद भी लगाई गई है।
अपडेट @ 8.05 विधायक भंवरलाल पर राजद्रोह का केस
राजस्थान कांग्रेस अब बागी विधायकों को लगातार कानूनी प्रक्रिया में फंसाने में लग गई है। ऑडियो टेप सामने आने के बाद कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें राजद्रोह का आरोप लगते हुए विधायक भंवरलाल गजेन्द्र शेखावत के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
अपडेट @8.03 एसओजी को नहीं मिले बागी विधायक, हुए शिफ्ट
प्रदेश का सियासी ड्रामे में जहां अब कानूनी रंग दिखाई देने लगा है। वहीं इसके साथ ही एसओजी भी अपनी सक्रिया दिखाने लगा है। मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो जब एसओजी राजस्थान बागी विधायकों से मानेसर के होटल में पूछताछ करने पहुंची, तो पहले उन्हें होटल के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई, उसके बाद अब जब पुलिस अंदर गई, तो विधायक वहां नहीं मिले। रिपोटर्स की मानें, तो एसओजी की सूचना आने के बाद विधायकों को दूसरे होटल में शिफ्ट किया गया, लिहजा पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
अपडेट @ 8.20 बीजेपी- कांग्रेस दोनों आमने- सामने
राजस्थान की सियासी संग्राम में आडियो टेप सामने आने के बाद से राजस्थान कांग्रेस- बीजेपी दोनों अब मुखर होकर सामने आ गए हैं। जहां बीजेपी ने इस मामले में परिवाद दर्ज किया है। वहीं कांग्रेस की ओर से भी गजेन्द्र सिंह और विधायक भंवरलाल पर केस दर्ज किया गया है। साथ ही दोनों पार्टियों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप प्रत्यारोप किया जा रहा है।
अपडेट @ 8.30 ना एसओजी जानती , ना शिकायतकर्ता - कौन है गजेन्द्र
एसओजी की ओर से शुक्रवार को गजेन्द्र सिंह नाम के शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह शख्स कौन है। मुख्य सचतेक महेश जोशी की शिकायत पर यह केस दर्ज हुआ है, लेकिन मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो वो खुद भी नहीं जानते कि गजेन्द्र कौन है। वहीं एसओजी भी इस विषय में जानकारी होने से मना कर रही है। इसे लेकर एशओजी का कहना है कि इसके लिए दलाल संजय जैन से पूछताछ की जाएगी। हालांकि कांग्रेस लगातार इसे केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह बताकर लगातर भाजपा पर हमले कर रही है।
अपडेट @8.45ट्वीट कर शेखावत ने लिखा - यतो घर्मस्ततो जय:
एक ओर जहां कांग्रेस की ओर से ऑडियो टेप जारी करके इस मामले में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम उछाला जा रहा है। वहीं इसी बीच जलशक्ति मंत्री शेखावत ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है 'यतो घर्मस्ततो जय:'। आपको बता दें कि संस्कृत का यह श्लोक भारत की सर्वोच्च अदालत का ध्येय वाक्य है। साथ ही महाभारत में भी इसका कुल 11 बार उल्लेख आता है। इसका अर्थ है जहां धर्म है वहां जय यानी (जीत ) होती है।
लेबल: देश