लॉकडाउन के चलते ग्रामीण भारत के 50 फीसदी परिवार नहीं खा रहे भरपेट खाना: सर्वे
नयी दिल्ली। देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अब ग्रामीण भारत में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर लोगों को भरपेट भोजन तक नहीं कर पा रहे हैं। हाल ही में एक सर्वे सामने आया है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ग्रामीण इलाकों में लोग भरपेट भोजन नहीं कर रहे हैं। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक सिविल सोसाइटी संगठनों ने मिलकर 12 राज्यों के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 5 हजार से ज्यादा घरों के लोगों से मुलाकात की और यह सर्वे किया। इस सर्वे से पता चला कि आधे लोग ऐसे हैं जो भोजन में कम चीजें खा रहे हैं। साथ ही साथ इन लोगों के खाने में भी कमी आई है। शोध में शामिल हुए 68 फीसदी परिवारों ने बताया कि उन्होंने अपने भोजन में खाने की चीजों को कम कर दिया। जबकि, 50 फीसदी परिवारों का कहना है कि वो लोग दिन में पहले के मुकाबले अब कम बार भोजन कर रहे हैं। वहीं, 24 फीसदी ऐसे परिवार भी थे जिन्हें दूसरों से राशन मांगना पड़ा
रिपोर्ट में बताया गया कि सरकार द्वारा राशन मुहैया कराने की बात की जाए जिसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) कहा जाता है तो इसके जरिए 84 फीसदी परिवारों को राशन मिल पा रहा है। जबकि 16 फीसदी लोगों को अभी भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन नहीं मिल पा रहा है।
कोविड-19 से लॉकडाउन- देश के इलाके कैसे लड़ रहे हैं' नामक सर्वे में 12 राज्यों के 47 जिलों के 5,162 घरों को शामिल किया गया था। यह सर्वे 28 अप्रैल से लेकर 2 मई तक चला। इनमें मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, असम और कर्नाटक के परिवार शामिल किए गए थे।
खत्म हो रहा अनाज
इतना ही नहीं सर्वे में लोगों के घरों में आनाज के स्टॉक को लेकर भी चिंता जताई गई। इसमें कहा गया कि एक तिहाई से ज्यादा परिवारों ने माना है कि उनका स्टॉक तेजी से कम हो रहा है। इसके साथ ही इन परिवारों ने कहा कि पिछली खरीफ की फसल में उन्हें अतिरिक्त अनाज नहीं मिल पाया था। जबकि एक तिहाई परिवारों ने माना कि उनके पास सिर्फ मई महीने के अंत तक का ही खरीफ का स्टॉक शेष बचा है।
इस सर्वे के जरिए ये बात भी सामने आई कि एक तिहाई परिवारों के पास तो अगामी खरीफ सीजन की कोई तैयारी ही नहीं है। मतलब कि उनके पास खेतों में बोने के लिए बीज तक नहीं हैं। जब कुछ परिवार फसल लोन की उम्मीद लगाए बैठे हुए हैं।
लॉकडाउन 4.0
कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच 17 मई को लॉकडाउन 3.0 समाप्त हो रहा है। लेकिन मंगलवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह साफ कर दिया कि अभी लॉकडाउन समाप्त नहीं होता और 18 मई से पहले लॉकडाउन 4.0 के दिशा-निर्देश बता दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री के संबोधन के मुताबिक इस बार का लॉकडाउन नए स्वरूप वाला होगा। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मरने वालों की संख्या 2,415 हो गई है और संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 74,281 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमित हुए 24,385 मरीज ठीक हो गए हैं और एक रोगी देश से बाहर जा चुका है।
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