कोरोना को खत्म करने के लिए आईआईटी कानपुर ने बनाई खास बस
कोराना वायरस से संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाना आसान नहीं है। अगर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं हो पाई है तो कोई भी मरीज को अस्पताल तक साथ ले जाने को तैयार नहीं होगा। इसे देखते हुए आईआईटी ने एक ऐसी बस तैयार की है जो यात्रियों के लिए नहीं बल्कि केवल कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम करेगी। इस सेवा के इंचार्ज आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर हैं। सबसे पहले इसकी शुरुआत मुंबई महानगर से होगी। इसके बाद इसे कानपुर समेत अन्य शहरों में प्रयोग किया जाएगा। कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में यह देश की पहली बस है, जो समय रहते कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाएगी।
यह बस आईआईटी एल्युमिनाई काउंसिल और कई पूर्व छात्रों की मेहनत का नतीजा है। इन्हीं लोगों की मदद और आईआईटी कानपुर के निदेशक की अगुवाई में यह बस तैयार की गई है, जिसमें कोरोना की शुरुआती जांच और प्राथमिक इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। इस बस में मौजूद डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। इससे यह बस आसानी से रेड जोन में जाकर संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच कर सकेगी। यह बस किसी भी एंबुलेंस से ज्यादा हाईटेक होगी। इसी में बस अब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की जांच भी हो सकेगी। सी-19 बस एंबुलेंस में कई हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी। इसमें वायरस की जांच संबंधी सभी उपकरण होने के साथ एक्स-रे मशीन और अत्याधुनिक माइक्रोबॉयोलॉजी लैब भी मौजूद है। बस को आईआईटी काउंसिल के प्रयास से तैयार किया गया है।
लेबल: स्वास्थ्य
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