बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 580 हुई, बीएमपी के 5 जवान हुए संक्रमित, प्रदेशी बाबू की वजह से 36 जिलों में फैला है कोरोना।
बिहार (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)। देश-दुनिया में महामारी का रूप ले चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस को लेकर बिहार के लोग भी काफी परेशान हैं। क्योंकि, सूबे बिहार में लाॅकडाउन-थ्री का आज 6वां दिन है। जबकि, इसके पूर्व यहां के लोग 42 दिनों का लाॅकडाउन-वन व टू की मार झेल चुके हैं। फिर भी, कोरोना संक्रमण के बढ़ने का सिल सिला थम नहीं रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान बिहार में 30 कोरोना पाॅजिटिव के केस सामने आए हैं। इसमें बीएम-14 के 5 जवान भी शामिल हैं। बिहार में कोरोना का संक्रमण अब 36 जिलों में फैल गया है। नए कोरोना पाॅजिटिव मरीजों में खगड़िया, सहरसा व सुपौल जिले भी शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही, सूबे बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर अब 580 हो गई है। जबकि 5 लोगों की मौत भी हो चुकी है। राज्य में र्सिफ जमुई व मुजफ्फरपुर में अभी तक एक भी कोरोना पाॅजिटिव के केस नहीं पाए गए हैं।
उधर, राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आज सुबह तक राज्य के शेखपुरा जिले से एक और नया कोरोना पाॅजिटिव केस सामने आया है। यहां 18 वर्षीय पुरूष कोरोना पाॅजिटिव मिला है। वहीं, बीते 8 मई को 29 नए कोरोना पाॅजिटिव केस मिले हैं। इसमें समस्तीपुर में 6, खगड़िया में 4, दरभंगा में 4, सहरसा में 2, कटिहार, पूर्वी चंपारण व सुपौल में 1-1 नए पाॅजिटिव केस पाए गए हैं। इसके अलावा नवादा, नालंदा, बांका, भागलपुर व बेगूसराय में भी 1-1 कोरोना पाॅजिटिव के केस मिले हैं। ये सभी मरीज बाहर से ही आए हैं। इसमें दूसरे प्रदेश से आने के बाद उनको स्थानीय स्तर पर ही क्वारेंटिन करके रखा गया था। इधर, राजधानी पटना में एक बार फिर कोरोना वायरस का कहर बढ़ गया है। बीते 8 मई को भी बीएमपी-14 के 5 और जवान संक्रमित पाए गए हैं। पांचों बीएमपी के जवान बीते 7 मई को संक्रमित हुए झारखंड के जवान के साथ ही बैरक में रहते थे। इसके कारण ही ये सभी चपेट में आए हैं। अब बीएमपी परिसर में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम कैंप लगाकर जांच करने जा रही है। वहां रहने वाले सभी लोगों को होम क्वारेंटिन में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, बिहार में प्रदेशी बाबू की वजह से ही कोरोना वायरस जैसा जानलेवा बीमारी तेजी से फैल रहा है। यहां के अधिकांश लोग देश-विदेश से आए लोगों के संपर्क में आने के बाद ही कोरोना संक्रमण के शिकार हुए हैं। राजद सहित कई विपक्षी दलों ने वोटों की राजनीति के खातिर ही बिहार से बाहर रह रहे लोगों को यहां बुलाने की मांग करते आ रहे हैं। वैसे, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध के बावजूद सत्तापक्ष केन्द्र की नमो सरकार ने 70 स्पेशल ट्रेने चलाकर देश के विभिन्न जगहों से छात्रों व मजदूरों को ढोना शुरू कर दिया है। ऐसी हालत में कोरोना पाॅजिटिवों की तादाद में इजाफा होना लाजमी है। बिहार में नीतीश सरकार ने बाहर से आने वाले छात्रों, श्रमिकों व लोगों की थर्मल स्क्रीनिग के साथ क्वारेंटाइन सेंटर पर ऐसे लोगों को 21 दिनों तक रखने की व्यवस्था की है। इसके अलावा राज्य में 187 आपदा राहत केन्द्र भी चलाए जा रहे हैं, जहां पर 63 हजार से ज्यादा लोगों को भोजन व चिकित्सकीय सुविधा प्रदान कराई जा रही है। लेकिन, कई जगहों पर आपदा राहत केन्दों में घटिया भोजन व नास्ता मिलने की शिकायतें भी मिल रही है। हालांकि, हंगामे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यकर्ताओं से भी संवाद कर इन आपदा राहत केन्द्रों पर निगरानी के लिए कह रखा है।
बता दें कि, सूबे बिहार में कुल 38 जिले हैं। इसमें 36 जिले ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस जैसे जानलेवा बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इन 36 जिलों में सबसे ज्यादा 102 मामले मुंगेर में ही सामने आए हैं। जबकि, बक्सर में 56, रोहतास में 54, पटना में 52, नालंदा में 37, सीवान व कैमूर में 32-32, मधुबनी में 24, भोजपुर व गोपालगंज में 18-18, बेगूसराय व औरंगाबाद में 14-14, भागलपुर में 13, पश्चिम चंपारण व कटिहार में 11-11, पूर्वी चंपारण में 10, दरभंगा में 9, सारण में 8, समस्तीपुर में 7, सीतामढ़ी 6, जहानाबाद, नवादा व अरवल में 5-5, खगड़िया, बांका व लखीसराय में 4-4, वैशाली व शिवहर में 3-3, सहरसा, शेखपुरा, मधेपुरा, अररिया व पूर्णिया में 2-2 व सुपौल में 1 कोरोना वायरस के पाॅजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में अब तक 31,695 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। इसमें 580 कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। जबकि, अभी तक 300 मरीज ठीक होकर घर भी जा चुके हैं।
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