शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

तबलीगी जमात केस: मौलाना साद ने दिल्ली पुलिस को लिखा पत्र, मांगी FIR की कॉपी

कोरोना को लेकर बरती गई बड़ी लापरवाही का खुलासा होने के बाद से ही मामले की जांच मे जुटी क्राइम ब्रांच को तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने चिट्ठी लिखकर जांच में सहयोग करने की बात कही है। उन्होंने चिट़ठी में यह कहा है कि इस मामले को लकर दर्ज की गई एफआईआर की एक प्रति उन्हें मुहैया कराई जाए। उन्होने लिखा है कि--"कृपया मुझे यह सूचित किया जाए कि क्या एफआईआर में कोई नई धारा भी जोड़ी गई है। अगर ऐसा है तो उन्हें एफआईआर की कॉपी मुहैया कराई जाए। इस बात की पुष्टि उनके वकील की है। 


साद ने इसके पहले भी क्राइम ब्रांच को लिखी गई चिट़ठी में यह लिखा था कि वह होम क्वारान्टीन है और आइसोलशन से पूरा होने के बाद जांच में शामिल होंगे। जो भी सवाल उनसे किए जा रहे हैं और जो भी दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, वह उसके बारे में बाहर आने के बाद ही बता पाएंगे। चूंकि वह इस वक्त आइसोलेशन में हैं और मरकत भी बंद है। लिहाजा बाद में ही वह सवालों के जवाब दे पाएंगे। बहरहाल अब उन्होंने क्राइम ब्रांच को लिखी चिट्ठी में कहा है कि -मैं जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं।


दरअसल क्राइम ब्रांच ने यह इस संबंध में मामला दर्ज करने के बाद जमात प्रमुख मौलाना साद के नाम दिए गए नोटिस में मरकज से जुड़े करीब 26 सवाल किए थे और जांच में शामिल होने के लिए कहा था। हालांकि क्वारान्टीन की बात कहते हुए मौलाना जांच में शामिल नहीं हो पाए थे तो क्राइम ब्रांच की टीम ने इस बीच जमात के निजामुद्दीन स्थित मुख्यालय में तीन बार छापेमारी भी की और कुछ दस्तावेज बरामद भी किए थे। इसके अलावा फॉरेंसिक की चार टीमों को लेकर भी मौके से साक्ष्य एकत्र करने का प्रयास किया था।



कई दस्तावेज बरामद, कई से पूछताछ


क्राइम ब्रांच ने अपनी जांच के दौरान कई दस्तावेज जब्त भी किए हैं, जबकि कई से पूछताछ भी की है। वहीं कई को नोटिस जारी कर उन्हें जांच में शामिल होने के लिए बुलाया भी है।ऐसे में यह माना जा रहा है कि क्राइम ब्रांच के पास इतने सबूत एकत्र हो गए हैं कि वह अब आरोपियों की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू करेगी। हालांकि क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना है कि जांच आगे बढ़ रही है, जैसे जैसे साक्ष्य एकत्र होते जाएंगे, वैसे-वैसे हम आरोपियों की गिरफ्तारी करते जाएंगे।


लेबल: