प्रदेश की राजधानी के वैज्ञानिक संस्थानों ने संभाला मोर्चा, कोरोना जांच के लिए बढ़चढ़ कर आगे आने का लिया फैसला।
लखनऊ के वैज्ञानिक संस्थान जांच के साथ-साथ मुफीद दवा तैयार करने में जुटे हैं। काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च की चारों लैब के साथ-साथ बीरबल साहनी पुरा विज्ञान संस्थान भी कोरोना जांच के लिए तैयार है।
लखनऊ. कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे शहरों को बचाने के लिए लखनऊ के वैज्ञानिक संस्थानों ने कदम बढ़ाया है। वैज्ञानिक संस्थान जांच के साथ-साथ मुफीद दवा तैयार करने में जुटे हैं।काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च की चारों लैब के साथ-साथ बीरबल साहनी पुरा विज्ञान संस्थान भी कोरोना जांच के लिए तैयार है।
नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. एसके बारिक ने बताया कि संस्थान ने भी अपने यहां जांच की पेशकश की है। इस बाबत किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन हो चुका है। संस्थान की 3 वैज्ञानिकों की टीम केजीएमयू से ट्रेनिंग लेंगे। जांच के लिए हम बायो सेफ्टी लैब 3 की व्यवस्था कर रहे हैं। इस पूरे काम में एरा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायॉलजिस्ट की टीम हमारे साथ काम करेगी। उपकरण हमारे पास पहले से मौजूद थे। केजीएमयू हमें रॉ सैम्पल देगा और हम इस लैब में इसे टेस्ट करेंगे। हालांकि पूरी प्रक्रिया में 20 से ज्यादा दिन का समय लग सकता है।
बीएसआईपी कर रहा सैम्पल का इंतजार।
बीरबल साहनी पुरा विज्ञान संस्थान ने भी अपने यहां टेस्ट करने की जिम्मेदारी ली है। संस्थान के वैज्ञानिक पवन गोविल का कहना है केंद्र सरकार की ओर से हमें टेस्ट का अप्रूवल मिल चुका है। हमारी लैब पूरी तरह से तैयार है । सैम्पल के लिए हमने स्टोर भी बना लिया है , आईसीएमआर की ओर से जो भी सुरक्षा मानक तय किए हैं उनका पालन किया जा रहा है । हम बस सैम्पल मिलने का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही एक बार टेस्ट शुरू हो जाएंगे हम यह भी तय कर लेंगे कि एक दिन में कितने टेस्ट करने होंगे।
सीमैप ने भी आरएनए बेस टेस्टिंग पर भरी हामी।
सीमैप के निदेशक डॉ प्रबोध त्रिवेदी का कहना है कि चूंकि हम प्लांट टिश्यू कल्चर पर काम करते हैं ऐसे में हमारे पास अभी बीएसएल 1 लैब है। कोई नोडल संस्थान अगर सैम्पल से हमें आरएनए अलग करके दे तो हम अभी आएएनए सैम्पल की टेस्टिंग कर सकते हैं. इसके लिए हमने सीएसआईआर को को अप्रूवल के लिए भेजा है। बाकी जो भी सीएसआईआर निर्देशित करेगा उस हिसाब से लैब तैयार कर आगे का काम किया जाएगा । फिलहाल हम कोविड से लड़ने के लिए कई हर्बल प्रॉडक्टस तैयार करे हैं।
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