शनिवार, 4 अप्रैल 2020

लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं में शामिल हुआ डेटा, हो रहा है दोगुना इस्तेमाल

नयी दिल्ली। लॉकडाउन के दिनों में अब घरों में रहने वाले लोग अपना काफी समय इंटरनेट सर्फिंग पर गुजार रहे हैं। जिसकी वजह अचानक से इंटरनेट पर लोगों की निर्भरता तेजी से बढ़ी है। इसे आप इस तरह भी समझ सकते है कि बंदी के वक्त अब इंटरनेट ही लोगों का सहारा बना हुआ है। तेजी के साथ तमाम वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का ट्रैफिक बढ़ गया है और इसे देखते हुए सरकार ने भी एक अच्छी पहल कर दी थी।


दरअसल, इंटरनेट की बैंडविथ पर असर न पड़े इस पर ध्यान देते हुए केंद्र सरकार ने वीडियो प्लेटफॉर्म की क्वालिटी को SD पर डिफॉल्ट करने का फैसला किया था और तो और रामायण और महाभारत का प्रसारण भी शुरू कर दिया है। 


चीन के वुहान शहर से फैली महामारी की चपेट में विश्व के लगभग हर एक देश आ गए हैं। जिसके चलते सरकारों ने लॉकडाउन करने के निर्णय लिया। जिसके बाद घर बैठे लोग अपना अधिकतर समय इंटरनेट पर गुजारने लगे। बता दें कि चीन के लगभग 85 करोड़ लोग इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल करते हैं। जबकि भारत में 56 करोड़ के आस-पास लोग डाटा का इस्तेमाल कर रहे हैं।


 


हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक डेटा का इस्तेमाल पहले दिनों की तुलना में डबल हो गया है। सीओएआई की रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन में कुछ सर्किल में डाटा की मांग में 100 प्रतिशत का भारी उछाल देखा गया है। रिपोर्ट बताती है कि पहले की तुलना में डाटा की मांग में 30 फीसदी से लेकर 100 फीसदी तक का इजाफा देखा गया है। यहां तक की एक एडवाइजरी भी जा की जा चुकी हैं। जिसमें कहा गया है कि सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक और शाम में 4 बजे से लेकर 10 बजे तक लोग हैवी फाइल डाउनलोड न करें। साथ ही साथ वीडियो कॉल भी न करने की हिदायद दी है। 


सबसे ज्यादा हो रहा इस्तेमाल


लॉकडाउन के दिनों में सरकार देशवासियों तक हर जरूरी सामान पहुंचाने की कोशिश कर रही है और जनता से अपील कर रही है कि आप सब अपने घरों में रहें। बार-बार अपने हाथ को अच्छी तरफ से धोएं। ऐसे में सभी अपने-अपने घरों में परिवारवालों के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं और टीवी-इंटरनेट का मजा ले रहे हैं।


इंटरनेट का मजा लेने वाले लोग अपना ज्यादातर समय वीडियो देखने में या फिर ऑनलाइन गेम खेलने में गुजार रहे हैं। जिसकी वजह से इंटरनेट पर खासा दबाव बढ़ गया है। बता दें कि भारत में हर माह औसतन 11 करोड़ जीबी डाटा का इस्तेमाल होता है, जो पूरी दुनिया में सबसे अधिक है। वो भी तब जब चीन में भारत से ज्यादा लोग इंटरनेट डाटा का इस्तेमाल करते हैं। 


वर्क फ्रॉम होम भी बनी बड़ी वजह


लॉकडाउन के कम्पनियों के कर्मचारी अपने-अपने घरों से काम कर रहे हैं। जिसकी वजह से भी इंटरनेट पर काफी लोड पड़ा है। जिसकी वजह से डाउनलोड करने की औसत स्पीड पहले की तुलना में काफी कम हुई है।


 


आपको बता दें कि इंटरनेट स्पीड का विश्लेषण करने वाली कम्पनी ऊकला ने फरवरी में एक जानकारी साझा की थी जिसके मुताबिक स्पीड के मामले में भारत 141 देशों की सूची में 128वें पायदान पर है। जबकि ब्राडबैंड के मामले में हमारी स्थिति बेहतर है। 176 देशों की सूची में 69वें स्थान पर मौजूद है। 


ऊकला की रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट की स्पीड पर काफी गिरावट देखी गई है। वहीं एक सर्वे भी सामने आया है। जिसके मुताबिक सोशल मीडिया के इस्तेमाल में लगभग 87 भीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। यह सर्वे हैमरकॉप्फ कंज्यूमर का है। पहले व्यक्ति औसतन सोशल मीडिया पर 150 मिनट बिताता था जो अब बढ़कर 280 मिनट तक पहुंच गया है।


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