कोरोना को लेकर हुई एक और चौंका देने वाली रिसर्च
दक्षिणी फ्रांस की एइक्स मार्सियेले यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रेमी शेरेल ने अपने टीम मेट्स के साथ मिल कर रिसर्च किया और इसवायरस को 60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर टेस्ट किया है। 60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर एक घटना रहने के बावजूद इस वायरस के कुछ किस्म अब भी संक्रमण फैलाने में सक्षम थीं। इस वायरस को उन्होंने संक्रमित व्यक्ति के शरीर से लिया गया था।
इसके बाद वायरस को दो अलग-अलग ट्यूब में भरा गया एक वायरस बहुत गंदे और दूसरा एकदम साफ परिवेश में पनप रहा था। इस से उन्होंने पाया कि साफ-सुथरे वातावरण से लिया गया कोरोना वायरस हाई टेंपरेचर में निष्क्रिय हो गया लेकिन गंदे वातावरण में पनपा वायरस सक्रिय था जिस से वैज्ञानिक चौंक गए। इस वायरस को जब 95 मिनट के लिए 92 डिग्री सेल्सियस पर गर्म किया जाए तब ही ये पूरी तरह निष्क्रिय होता है।
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