बुधवार, 22 अप्रैल 2020

कार में सवार 3 महिलाओ को पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका तो भड़कीं, फेंके कागजात फिर लगीं रोने, वीडियो हुआ वायरल - अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश।

 


मामले में पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि मामले में कमांड हॉस्पिटल प्रशासन से पता किया जा रहा है कि ये महिलाएं वहां इलाज के लिए जा रही थीं या नहीं? अगर ये वहां इलाज के लिए नहीं गई हैं तो इनके खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने को लेकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।


 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लॉकडाउन का पालन पुलिस पूरी सख्ती से करवा रही है. लोग भी इस सख्ती का स्वागत कर रहे हैं।लेकिन कुछ लोग हैं, जिन्हें पुलिस की चेकिंग नागवार गुजर रही है। ऐसा ही एक मामला राजधानी के हाईप्रोफाइल इलाके में सामने आया है,  यहां पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर गाड़ियां चेक कर रही थ। इस दौरान एक कार में सवार तीन महिलाओं से जब पुलिस ने कागज मांगे तो वे भड़क उठीं।
अचानक कार चला रही महिला ने पुलिस पर ही परेशान करने का आरोप लगाते हुए चिल्लाना शुरू कर दिया। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है। कार चला रही महिला ने गुस्से में गाड़ी के कागज भी फेंक मारे। इसके बाद कार से बाहर निकली और चिल्लाते-चिल्लाते रोने लगी , इस दौरान उसकी साथी ने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन हाइवोल्टेज ड्रामा काफी समय तक चलता रहा। आखिरकार गौतमपल्ली पुलिस ने कार का चालान कर दिया।


मरीज को कमांड हॉस्पिटल में दिखाने का दावा।


दरअसल ये महिलाएं खुद को गोमतीनगर की रहने वाली बता रही थीं। कार में एक अधेड़ उम्र की महिला थी, जिनकी तबीयत खराब होने और कमांड हॉस्पिटल दिखाने ले जाने का ये दावा कर रही थीं। जानकारी के अनुसर पहले इन्हें 1090 चौराहे पर रोका गया, यहां पूछताछ के बाद जाने दिया गया। लेकिन ये आगे जैसे ही जियामऊ मोड़ के पास पहुंचीं, तो वहां पुलिस ने चेकिंग के लिए रोक लिया। इसके बाद ये यहां पुलिस पर भड़क गईं।


कमिश्नर ने कहा - हॉस्पिटल से जांच कराई जाएगी, झूठ पर होगी कड़ी कार्रवाई।


मामले में पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि मामले में कमांड हॉस्पिटल प्रशासन से पता किया जा रहा है कि ये महिलाएं वहां इलाज के लिए जा रही थीं या नहीं। अगर ये वहां इलाज के लिए नहीं गई हैं तो इनके खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने को लेकर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।


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