बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 141 हुई, मुंगेर फिर बना हाॅटस्पाॅट, रालोसपा ने की बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग ।
बिहार (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)। देश-दुनिया में महामारी का रूप ले चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस को लेकर बिहार के लोग भी काफी परेशान हैं। राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। राज्य में 22 अप्रैल को कोरोना वायरस के 15 नए पाॅजिटिव केस मिले हैं। कोरोना जैसे जानलेवा बीमारी ने पूर्वी चंपारण व बांका में भी अपना पांव फैलाना शुरू कर दिया है। इस प्रकार राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित जिलों की तादाद बढ़कर अब 17 हो गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार का कहना है, कोरोना वायरस जांच के लिए भेजे गए सैंपलों की आई जांच रिपोर्ट में आज 15 नये मामले सामने आए हैं। सूबे बिहार में 15 लोगों में कोरोना वायरस पाॅजिटिव पाए जाने से संक्रमितों की तादाद बढ़कर अब 141 हो गई हैं। इनमें राजधानी पटना में 8, नालंदा, पूर्वी चंपारण व बांका में 1-1 मामले सामने आए हैं। राजधानी पटना में राजा बाजार स्थित खाजपुरा में 2 महिला व 4 पुरूषों में कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। इसमें 30 वर्ष व 57 वर्ष की 2 महिलाओं के अलावा 28 वर्ष, 32 वर्ष, 45 वर्ष व 62 वर्ष के 4 पुरूष शामिल हैं। साथ ही, जगदेव पथ व सालिमपुर अहरा में भी 1-1 कोरोना पाॅजिटिव के केस मिले हैं। इसके अलावा नालंदा जिले के बिहारशरीफ में 26 वर्षीय एक महिला, पूर्वी चंपारण जिले के फेनहारा में एक 25 वर्षीय युवक व बांका जिले के अमरपुर में एक 45 वर्षीय पुरूष की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। अब इन कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क की ट्रेसिंग की जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि कोरोना संक्रमण का फैलाव खाजपुरा के बाद जगदेव पथ व सालिमपुर अहरा तक हो रहा है। जबकि, 4 पाॅजिविट केस भागलपुर जिले के नौगछिया में पाए गए हैं। इसमें एक स्वास्थ्य कर्मी है। जबकि, दूसरा व्यक्ति महाराष्ट्र के मुंबई से लौटा है।
बता दें कि, राजधानी पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में कोरोना वायरस के संक्रमण से मुंगेर निवासी सैफ अली नामक एक युवक की बीते 21 मार्च को और वैशाली जिले के राघोपुर पूर्वी निवासी नवल किशोर राय की बीते 17 अप्रैल को मौत हो चुकी है। वर्तमान में सूबे बिहार में कुल 38 जिले हैं। इसमें 17 जिले ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस जैसे जानलेवा बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। सीवान व नालंदा में सबसे ज्यादा 29-29 कोरोना पाॅजिटिव के केस सामने आए हैं। जबकि, मुंगेर में 27 कोरोना पाॅजिटिव केस सामने आने के बाद एक बार फिर हाॅटस्पाॅट की ओर बढ़ रहा है। पटना भी हाॅटस्पाॅट की ओर कदम रखने के लिए बेताब है। क्योंकि पटना में अभी तक कोरोना पाॅजिटिव के 16 केस मिल चुके हैं। जबकि, बेगूसराय में 9, बक्सर में 8, गया व भागलपुर में 5-5, गोपालगंज व नवादा में 3-3, लखीसराय, भोजपुर, वैशाली, सारण, रोहतास, पूर्वी चंपारण व बांका में 1-1 कोरोना वायरस के पाॅजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में अब तक 12978 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। इसमें 141 कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। जबकि, 42 मरीज ठीक होकर अपने घर भी चले गए है।
दूसरी ओर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी यानी रालोसपा के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता भोला शर्मा ने बयान जारी कर कहना है कि बिहार में लगातार कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्याओं में दिन-प्रति-दिन बढ़ना चिंता का विषय है। राजधानी पटना सहित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में भी कोरोना वायरस अपना पांव फैला रहा है और बिहार सरकार कुंभ करनी निद्रा में सोई हुई है। इससे स्पष्ट होता है कि लाॅकडाउन की अवधि में लगातार तारीख पर तारीख पड़ता रहेगा। क्योंकि, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार रहते लाॅकडाउन का सही से पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा है कि बिहार की 80 प्रतिशत आबादी गरीबों की है, इसको देखते हुए बिहार में शीघ्र राष्ट्रपति शासन लागू करें। ताकि लाॅकडाउन का पालन सही से हो सके। साथ ही, बिहार के गरीब गुरबा लोग अन्य दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं, उनको कोरोना का समुचित जांच कराने के उपरांत उन्हें बिहार अपने-अपने घर को भेजने की व्यवस्था करने की मांग की है।
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