बिहार की जेलों में भी कोरोना को लेकर कैदियों में खौफ, कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 74 हुई।
बिहार (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)। देश-दुनिया में महामारी का रूप धारण कर चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस के खौफ ने हर किसी के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। सूबे बिहार के 59 जेलों में बंद खतरनाक कैदियों में भी कोरोना का खौफ देखा जा सकता है। अब जेल प्रशासन ने इससे निबटने की तैयारी शुरू कर दी है। ऐहतियात के तौर पर जेलों में बंद कैदियों की तादाद क्षमता के अनुसार कम करने की कवायद तेज कर दी गई है। राज्य में इन दिनों 9 जेलों में क्षमता से ज्यादा कैदी रह रहे थे। एैसे एक हजार कैदियों को राज्य के दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया, जहां कम कैदी हैं। दूसरी जेलों में भेजे गए कैदियों में छोटे-मोटे अपराध में सजा काटने वालों की तादाद ज्यादा है। जेल प्रशासन की मानें, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कारा विभाग की ओर से यह कवायद की जा रही है।
बिहार की जेलों में बंद कैदियों के बीच किसी भी तरह का संक्रमण न फैले इससे बचाव के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में राजधानी पटना स्थित बेऊर आदर्श सेन्ट्रल जेल के अलावा औरंगाबाद, जमुई, बाढ़, सीतामढ़ी, छपरा, भभुआ, मधेपुरा व पूर्णिया की जेलों से एक हजार कैदियों को उन जेलों में भेजा गया, जहां क्षमता से कम कैदी हैं।
बता दें कि, सूबे बिहार की कुल 59 जेलों में करीब 39 हजार 500 कैदी जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं। जबकि, वर्तमान में इन जेलों में 44 हजार 920 कैदियों को रखने की क्षमता है। राज्य के 9 जेलों में इन दिनों क्षमता से ज्यादा कैदी बंद थे। उसे दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा चुका है। दूसरी जेलों में भेजे गए कैदियों में छोटे मोटे अपराध में सजा काटने वालों की तादाद ज्यादा है। इसके पूर्व भी कई कदम उठाए जा चुके हैं। जेलों में बंद कैदियों का नियमित चेकअप कराया जा रहा है। जिन कैदियों को छींक या खांसी की शिकायत है, उन पर विशेष नजर रखी जा रही है। जेलों में कैदियों से मुलाकात वीडियो काॅन्फ्रेंस के जरिए कराई जा रही है। बिहार के कारा आईजी मिथिलेश कुमार मिश्रा का कहना है, कैदियों को महामारी से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। करीब एक हजार कैदियों को बीते 14 अप्रैल को ही उन जेलों में भेजा गया, जहां पर क्षमता से कम कैदी रह रहे हैं।
ज्ञात हो कि, देश-दुनिया में महामारी का रूप घारण कर चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस से सूबे बिहार में आज संक्रमितों की तादाद बढ़कर 74 हो गई है। वहीं, 37 कोरोना पाॅजिटिव मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर भी चले गए हैं। राज्य में अब तक कोरोना से मंुगेर के सैफ अली की मौत बीते 21 मार्च को राजधानी के पटना एम्स में हो चुकी है। दूसरी ओर राज्य में कोरोना वायरस का प्रसार बढ़ते ही जा रहा है। कोरोना वायरस ने अब 13 जिलों को अपने चपेट में ले लिया है। पहले यह तादाद 11 थी। लेकिन, आज बक्सर जिले का दो कोरोना पाॅजिटिव केस मिला है। बक्सर के रहने वाले एक मरीज की उम्र 67 वर्ष व दूसरे की उम्र 37 वर्ष है। ये दोनों मरीज पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बिहार आए थे। जबकि, बीते 15 अप्रैल को वैशाली जिले के राघोपुर के रहने वाले एक 35 वषीये युवक की जांच रिपोर्ट पटना एम्स में कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है। बक्सर व वैशाली में कोरोना मरीज मिलने के बाद जिलों की तादाद भी बढ़कर 13 पर पहुंच गई है।
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