बुधवार, 15 अप्रैल 2020

आखिर कौन है यह विनय दुबे, जिसने बांद्रा स्टेशन पर जुटे मजदूरों को उकसाने के साथ किया गुमराह ।

 


 


14 अप्रैल के दिन सुबह पीएम मोदी ने लॉक डाउन बढ़ाने की घोषणा की और उसी दिन शाम को मुंबई के बांद्रा में लॉक डाउन का उल्लंघन कर और सोशल डिस्पेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए हजारों की संख्या में मजदूर इकट्ठा हो गए।


मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के आरोपी शख्स विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस देर रात बांद्रा स्टेशन ले गई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि विनय ने मुंबई के कुर्ला में 18 अप्रैल को प्रवासी मजदूरों की ओर से देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन करने की धमकी दी।

पुलिस ने अनुसार आरोपी विनय दुबे 'चलो घर की ओर' कैंपेन चला रहा था। उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किए गए पोस्ट में इसी बात का जिक्र किया है। साथ ही अपनी एक टीम के बांद्रा में होने की बात कही है। एक पोस्ट में उसने 18 अप्रैल तक ट्रेनें शुरू नहीं होने पर देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी तक दी है। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने करीब एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।


मुंबई पुलिस की एफआईआर में विनय दुबे पर लॉकडाउन के बीच लोगों को गुमराह करने का आरोप है। मुंबई पुलिस ने विनय के खिलाफ धारा-188 और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।


कौन है विनय दुबे
विनय के फेसबुक अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक वह नवी मुंबई का रहने वाला है। उसने खुद को उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता बताया है। फेसबुक पर विनय ने कई पोस्ट शेयर किए हैं, इनमें से एक वीडियो में वह कहता सुनाई देता है कि उसने महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए 40 बसों का इंतजाम किया है, ताकि नि:शुल्क रूप से इन मजदूरों को उनके मूल घरों तक पहुंचाया जा सके। राज्य सरकारों से इसकी अनुमति मांगी परंतु अभी तक नहीं मिली है। वीडियो पोस्ट में इसी तरह की कई बातें विनय ने साझा की हैं। विनय के इस वीडियो को 15 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है।


राज ठाकरे के साथ मंच किया साझा
विनय के फेसबुक अकाउंट में अपलोड फोटोज में से एक में वह मनसे प्रमुख राज ठाकरे के साथ मंच साझा करता दिखाई पड़ता है। इसके अलावा उसकी प्रोफाइल में अपलोड एक फोटो में वह विधानसभा चुनाव की उम्मीदवारी पेश करता हुआ भी दिखता है।


बता दें कि मंगलवार को मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। ये सभी मजदूर घर जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे। मजदूरों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। उन्हें हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। हालांकि अब वहां से प्रवासी मजदूरों को हटा दिया गया है। बता दें कि पूरे देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है।


राजनेताओं से करीबी संबंध


राज ठाकरे के साथ मंच साझा करने अलावा भी विनय दुबे के राजनेताओं से अच्छे संबंध हैं। दरअसल दुबे ने अपने ट्विटर अकाउंट कुछ ट्वीट किए हैं इनमें से एक में सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी एनसीपी के नेताओं से उसकी करीबी झलकती है। एक ट्वीट में वह कहता है कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी पूंजी दान कर दी। उसने इसे स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आभार भी जताया है


समाज सेवक होने का करता है दावा
विनय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर जो डिटेल्स लिखी है, उसके मुताबिक वह नवी मुंबई का रहने वाला है। वह खुद को एक उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता बताता है। उसने महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए 40 बसों का इंतजाम किए जाने की जानकारी अपने फेसबुक में एक पोस्ट के जरिए दी। उसने यह भी कहा कि ये पूरी तरह से नि:शुल्क होगी। हालांकि इस बारे में राज्य सरकार से अभी कोई अनुमति नहीं मिली है। विनय के इस वीडियो को करीब 15 हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया है।


पिता ऑटो रिक्शा चालक, खुद चार पहिए की करता है सवारी



बताया जाता है कि विनय दुबे के पिता रिक्शा चालक हैं। जबकि वह खुद 4 पहिए की गाड़ियों में घूमता है। उसके बड़े-बड़े लोगों से ताल्लुक हैं। इसी के चलते वह लोगों को 40 बसों में निशुल्क तरीके से उन्हें बिहार और यूपी तक पहुंचाने का दावा कर रहा था।


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