आजमगढ़ में 3504 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर पहुंचा रहीं पुष्टाहार समर्पण ।
• स्वास्थ्य, स्वच्छता और कोरोना वायरस के बारे में लोगों को कर रहीं जागरूक
• लाकडाउन में वरदान साबित हो रही हैं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की योजनाएँ
आजमगढ़ । लॉकडाउन के दौरान जहां आम गतिविधियां लगभग ठप हैं, वहीं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ बच्चों को घर-घर पुष्टाहार पहुंचा रही हैं। इतना ही नहीं स्वास्थ्य, स्वच्छता के साथ वायरस कोविड – 19 की रोकथाम के बारे में भी लोगों को जागरूक कर रही हैं।
आईसीडीएस विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्य ने मंगलवार को बताया कि वर्तमान में आजमगढ़ जिले में लगभग 3504 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। हाल ही में शासन की ओर से आए आदेश के अनुसार लाभार्थी परिवारों के घर-घर पुष्टाहार पहुंचाया जा रहा है। आदेश को तुरंत ही क्रियान्वित करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस काम में लग गईं हैं। उनके इस कार्य का बड़ी संख्या में लाभार्थी परिवारों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता और एएनएम ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति (वीएचएसएनसी) की भी सदस्य हैं जिसका अध्यक्ष गांव का प्रधान होता है। इसके तहत वह गांवों में स्वास्थ्य, स्वच्छता की अहम जानकारियों को जन समुदाय तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
घर-घर पहुंच रहा पुष्टाहार : सदर ब्लॉक सिधारी क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुसुमलता ने 7 अप्रैल को 27 परिवारों के बीच पुष्टाहार बांटा । इसमें ऐसे 20 परिवारों को पुष्टाहार दिए जिनके यहां सात माह से लेकर तीन वर्ष तक के बच्चे थे। इसके अलावा सात गर्भवती व धात्री महिलाओं को बांटा। बांटने के लिए वह लोगों के दरवाजे पर गईं। दरवाजे के सामने पुष्टाहार रखकर उन्होंने आवाज दी और लाभार्थी अपना पुष्टाहार लेकर गए। इस दौरान उन्होंने लोगों को कोरोना वायरस से बचाव संबंधी कई जानकारियां दी। उन्होने बताया कि लाकडाउन के दौरान अगले आदेश तक वह तय दिनों में अन्य लोगों को भी पुष्टाहार वितरित करेंगी।
लाभार्थी खुश : पुष्टाहार का लाभ पाने वाली सिधारी की रीता देवी और सरोज देवी ने बताया कि उन्हें समय से पोषाहार मिल रहा है।
आसिफ गंज की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भावना सिंह ने कुल आठ लोगों में पुष्टाहार वितरित किया, जिन्हें बांटा गया उसमें से दो धात्री महिलाएं थी जबकि छह परिवार ऐसे थे जिनके घर सात माह से लेकर तीन वर्ष के बीच के बच्चे थे। इस दौरान वह मास्क लगाकर गईं। वितरण के दौरान भी लोगों से एक मीटर की दूरी बनाए रखी।
सिधारी क्षेत्र की ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माधुरी गुप्ता ने 18 लाभार्थियों को पोषाहार बांटा जिनमें से दो गर्भवती, दो धात्री और 12 सात माह से तीन वर्ष की उम्र तक के बच्चे थे। उन्होंने परिवारों को साफ-सफाई, सामाजिक दूरी के बारे में भी बताया।
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