गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

सनातन पंचांग


📜 दैनिक हिन्दू पञ्चाङ्ग 📜


🕉️ 30 - अप्रैल - 2020 दिन गुरुवार
🕉️ कानपुर, उत्तर प्रदेश


🕉️  पञ्चाङ्ग
🔅 तिथि ➖ सप्तमी 14:41 तक ततपश्चात अष्टमी
🔅 नक्षत्र ➖ पुष्य अगले दिन 01:53 तक
🔅 करण ➖ वणिज 14:41 तक
                    विष्टि अगले दिन 02:09 तक
🔅 पक्ष ➖ शुक्ल
🔅 योग ➖ शूल 20:09 तक ततपश्चात गण्ड
  
🕉️ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय ➖ 05:41 पर
🔅 चन्द्रोदय ➖ 11:17 पर
🔅 चन्द्र राशि ➖ कर्क
🔅 सूर्यास्त ➖ 18:56 पर
🔅 चन्द्रास्त ➖ अगले दिन 01:27 पर
🔅 ऋतु ➖ ग्रीष्म


🕉️ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत ➖ 1942 (शार्वरी)
🔅 कलि सम्वत ➖ 5122
🔅 दिन काल ➖ 13घंटे 15मिनट
🔅 विक्रम सम्वत ➖ 2077
🔅 मास अमांत ➖ वैशाख
🔅 मास पूर्णिमांत ➖ वैशाख


🕉️ व्रत एवं त्योहार
🔅 गंगा सप्तमी


🕉️ शुभ समय
🔅 अभिजित ➖ 11:52 से 12:45 तक


🕉️ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त ➖ 10:06 से 10:59 तक
                        15:24 से 16:17 तक
🔅 कंटक ➖ 15:24 से 16:17 तक
🔅 यमघण्ट ➖ 06:34 से 07:27 तक
🔅 राहु काल ➖ 13:58 से 15:37 तक
🔅 कुलिक ➖ 10:06 से 10:59 तक
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम ➖ 17:10 से 18:03 तक
🔅 यमगण्ड ➖ 05:41 से 07:20 तक
🔅 गुलिक काल ➖ 09:00 से 10:39 तक


🕉️ दिशा शूल
🔅 दक्षिण


🏚️ घर पर रहें सुरक्षित रहें 🏚️


लेबल:

मासिक व्रत एवं त्योहार


01 शुक्रवार ➖ मासिक दुर्गाष्टमी, बगलामुखी जयन्ती


02 शनिवार ➖ सीता नवमी


03 रविवार ➖ महावीर स्वामी कैवल्य ज्ञान, मोहिनी एकादशी, त्रिशूर पूरम


04 सोमवार ➖ गौण मोहिनी एकादशी, वैष्णव मोहिनी एकादशी, परशुराम द्वादशी, अग्नि नक्षत्रम् प्रारम्भ


05 मंगलवार ➖ प्रदोष व्रत


06 बुधवार ➖ नरसिंघ जयन्ती, छिन्नमस्ता जयन्ती


07 बृहस्पतिवार ➖ वैशाख पूर्णिमा, कूर्म जयन्ती, बुद्ध पूर्णिमा, पूर्णिमा उपवास, चित्रा पूर्णनामी, रबीन्द्रनाथ टैगोर जयन्ती


08 शुक्रवार ➖ ज्येष्ठ प्रारम्भ *उत्तर, नारद जयन्ती, टैगोर जयन्ती *बंगाल


10 रविवार ➖ संकष्टी चतुर्थी


14 बृहस्पतिवार ➖ कालाष्टमी, वृषभ संक्रान्ति


17 रविवार ➖ हनुमान जयन्ती *तेलुगू


18 सोमवार ➖ अपरा एकादशी


19 मंगलवार ➖ प्रदोष व्रत


20 बुधवार ➖ मासिक शिवरात्रि


22 शुक्रवार ➖ ज्येष्ठ अमावस्या, दर्श-भावुका अमावस्या, शनि जयन्ती, वट सावित्री व्रत, जमात उल-विदा


23 शनिवार ➖ रोहिणी व्रत


24 रविवार ➖ चन्द्र दर्शन, ईद उल-फ़ित्र, रमज़ान


25 सोमवार ➖ महाराणा प्रताप जयन्ती


26 मंगलवार ➖ विनायक चतुर्थी


28 बृहस्पतिवार ➖ स्कन्द षष्ठी, अग्नि नक्षत्रम् समाप्त


30 शनिवार ➖ मासिक दुर्गाष्टमी, धूमावती जयन्ती


31 रविवार ➖ महेश नवमी


लेबल:

फतेहपुर जनपद की बैंक आँफ बडौदा ने ऋण देने के लिए खोला खजाना। 60 हजार किसानों को सौ करोड़ रुपये ऋण देकर विकास की रफ्तार बढायेंगे


     उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में कोरोना के महामारी से परेशान लोगों के लिए  बैंक आँफ बडौदा के क्षेत्रीय प्रमुख अतुल कुमार खरे ने प्रेसवार्ता करके बताया कि देश में कोरोना महामारी से किसानों और व्यापारियों का बिजनेस तबाह हो गया है। जिससे समाज के लोग बहुत परेशान हो गए हैं। ऐसी मुसीबत में बैंक आँफ बडौदा ने कौशांबी, चित्रकूट, बाँदा, हमीरपुर, महोबा, फतेहपुर सहित इन जनपदों में विकास की धीमी गति बढाने के लिए ऐसे ग्राहकों को जिन्होंने पूर्व में हमारे बैंक से कृषि संबंधी ऋण, एवं गृह ऋण और विभिन्न खुदरा ऋण लघु एवं सूक्ष्म उधोगों के लिए ले रखा। बैंक उन्हें स्वीकृति ऋण राशि का 10% अतिरिक्त ऋण प्रदान किया जायेगा। जिससे हमारे विकास की गति तेजी आएगी। योजना का सही संचालन निष्पादित करने के लिए सभी बैक प्रभारियों को निर्देश दिये गए। लाभार्थियों को सीधे संपर्क बैंक के प्रभारी मिले। तीन दिन एक हजार लोगों को लाभान्वित किया गया।


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जन्मदिन विशेष - किसी भी संस्थान को कोई अकेला व्यक्ति न चलाकर पूरा कर्मचारियों एवम सहयोगियों का संगठित समूह बुलन्दियों पर अल्प अवधि में पहुँचा सकता है - डॉ ब्रजेन्द्र सिंह चौहान

जन्मदिन विशेष 


समय समय पर डॉ ब्रजेन्द्र सिंह चौहान जी के साथ यात्राओं में साथ रहकर हमारे वरिष्ठ संपादक हिमांशु दीक्षित से हुई बातचीत के आधार पर ।।


किसी संस्थान को कोई अकेला व्यक्ति  न चलाकर पूरा कर्मचारियों एवम सहयोगियों का समूह बुलन्दियों पर अल्प अवधि में पहुँचा सकता है - डॉ ब्रजेन्द्र सिंह चौहान 


जी हाँ आपने ऊपर यह स्लोगन देखा , इसमें कोई दो राय नही  कि यह स्लोगन किसी भी संस्थान के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है अगर वहाँ का प्रबन्धन इसे अपना कर अपने संस्थान को संचालित करे ।


लगभग एक दशक पहले ही कुछ ऐसा , कमाल कर चुके डॉ ब्रजेन्द्र सिंह चौहान जी ने इसे अपना और अपनी कम्पनी का मूल मंत्र बताया है । एक साधारण से ग्रामीण परिवार में जन्मे डॉक्टर ब्रजेन्द्र सिंह चौहान जी की आरंभिक शिक्षा भी ग्रामीण अंचल में ही हुई । पर कुछ करने और बनने की ललक में उन्होंने अपनी शिक्षा के आगे  कभी भी किसी भी  सुख सुविधा के माद्यम को आड़े नही आने दिया । सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई की लगन के कारण माता पिता ने इन्हें पढ़ने के लिए पास के ही एक छोटे से कस्बे ( छिबरामऊ) में अलग रहने दिया ,जहाँ रहकर इन्होंने अपनी उच्च शिक्षा  बीएससी (केमेस्ट्री) को पूरा किया । इसी बीच अचानक इनका विवाह प्रस्ताव आया जिसे माता पिता ने सहर्ष स्वीकार कर लिया । जिसको सूचना भी इन्हें बाद में दी गयी । कही न कही अभी ज़िंदगी से रोज द्वंद होने के बावजूद भी इन्होंने माता पिता की इच्छा का पूरा सम्मान करते हुए विवाह के लिए हामी भर दी और कानपुर आकर छोटे मोटे काम करने लगे । विवाह हुआ ,सुयोग्य साथी मिला जिसने हर कदम पर साथ दिया ,जिससे कही न कही  आगे बढ़ने को लेकर मन मे पहले से चल रही योजना और सकारात्मक महत्वाकांक्षा को और अधिक बल मिला । इसी बीच आपको एक बड़ी कम्पनी की लैब में ,लेब टेक्नीशियन की नौकरी करते हुए ,कुछ ऐसे व्यक्ति मिले जिनके भी लक्ष्य आपके जैसे ही दूरगामी थे । किंतु किसी न किसी कारण वश उनकी योजनाएं  सम्भव नही हो पा रही थी । उनसे भी आपको सामाजिक स्तर पर काफी कुछ सीखने को मिला ,यहाँ एक बात और बताते चले कि डॉक्टर साहब को कभी भी किसी से भी कुछ भी सीखने को मिलता था तो यह उसे तुरंत आत्मसात कर लिया करते थे क्योंकि आपका आज भी ऐसा मानना  है कि सीखने की कोई उम्र नही होती । और सिखाने वाला भी किसी भी उम्र का हो सकता है । इसी दौरान डाक्टर ब्रजेन्द्र सिंह चौहान जी ने कुछ लोगो के साथ मिलकर अपना काम आरंभ किया । शुरू में इन्होंने इंशोरेंस सेक्टर में अपना काम आरम्भ किया जिसमें इन्हें आपार सफलता मिली , यह सफलता सिर्फ इनकी दूरगामी सोच और इनके मृदुभासी होने का एक परिणाम मात्र थी । क्योंकि कही न कही लोग इनकी सोच ,तर्क करने की छमता ,और दूरगामी सोच के कारण इनसे जुड़ते चले जाते थे । और आज के समय मे भी आपका इसी कारण से समाज मे एक अलग स्थान है । इंशोरेंस सेक्टर में सफलता पूर्वक काम करने के उपरांत आपने vacl रियल स्टेट लिमिटेड कंपनी का शुभारंभ किया । कुछ पंक्तियों के माद्यम से मेरा यह प्रयास है कि जिनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाल पाऊं 💐


कोशिश कर, हल निकलेगा।
आज नही तो, कल निकलेगा।
अर्जुन के तीर सा सध,
मरूस्थल से भी जल निकलेगा।।
मेहनत कर, पौधो को पानी दे,
बंजर जमीन से भी फल निकलेगा।
ताकत जुटा, हिम्मत को आग दे,
फौलाद का भी बल निकलेगा।
जिन्दा रख, दिल में उम्मीदों को,
गरल के समन्दर से भी गंगाजल निकलेगा।
कोशिशें जारी रख कुछ कर गुजरने की,
जो है आज थमा थमा सा है, चल निकलेगा।।  
धैर्य रखें ।। आवश्य हल निकलेगा।।


उपरोक्त शब्दो का चरित्रार्थ करते हुए रियल स्टेट कम्पनी में अनेकों अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए ,कई उतार चढ़ाव के बीच आखिर डॉक्टर ब्रजेन्द्र सिंह चौहान जी ने अपनी कंपनी को बुलन्दियों तक पहुँचा कर ही दम लिया ,एक समय लोगो के बीच मीटिंग में जाते समय बिना किसी आर्थिक मजबूती के सिर्फ अपने हौसलों के बल पर फतह हासिल करने की कला से विद्दमान डाक्टर ब्रजेन्द्र सिंह चौहान अपनी कम्पनी में हज़ारों कर्मचारियों के साथ साथ लाखो की संख्या में जुड़े हुए फील्ड कार्यकताओं को आज लाभान्वित कर रहे है यह सब कही न कही इनके अथक परिश्रम का ही परिणाम है । यू टी आई न्यूज़ चैनल इनके इन प्रयासों को तहेदिल से सलाम करता है । और इनके दीर्घायु होने की कामना करता है । 


जन्मदिन की की असीम शुभकामनाएं ।।


टीम यू टी आई नई दिल्ली ।।


 


 


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सामुदायिक रसोई का उपजिलाधिकारी रामशिरोमणि व कोतवाल वीरपाल सिंह तोमर ने किया निरीक्षण


शिवली कानपुर देहात:  शिवली कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सरैया में भाजपा पार्टी के जिला उपाध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह के संरक्षण में निरंतर चल रही सामुदायिक रसोई का उपजिलाधिकारी रामशिरोमणि व शिवली कोतवाल वीरपाल सिंह तोमर ने निरीक्षण किया गया। उपजिलाधिकारी द्वारा रसोई में साफ सफाई देखकर कैंटीन संचालक रामप्रताप सिंह की तारीफ की। कोरोना वायरस महामारी में अपना योगदान दे रहे समाजसेवियों की तारीफ़ कर प्रशासन का सहयोग करने के लिए आभार जताया। राम प्रताप सिंह सिंह ने बताया कि किसी भी हालत में गरीबो असहाय को भूखे पेट नही रहने देंगे। लगातार भोजन वितरण किया जा रहा है।


      उपजिलाधिकारी रामशिरोमणि व कोतवाल वीरपाल सिंह को पुष्प देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान दिनेश शुक्ला, केशव सिंह, विपिन सिंह, टिंकू,  सुरेन्द्र सिंह चंदेल, मिंटू शुक्ला, चंद्रशेखर वर्मा, मुखलाल वर्मा, श्रवण सिंह, भारत सिंह, कोटेदार बलवान सिंह, रिंकू बाबा, रबेंद्र सिंह, पप्पू सिंह, शानू, विष्णु प्रताप सिंह, अजय सिंह, आदि लोग मौजूद रहे।


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थारियावँ थाना क्षेत्र मे दंबगों की पिटाई से दलित महिला का पैर टूटा


फतेहपुर:  उतर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के थारियावँ थाना क्षेत्र के बरसरा मजरे सेमरी गांव निवासी धनराज रैदास ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि गांव के ही आधा दर्जन लोगों ने खेत में बेगार न करने पर मेरे घर पर आ कर लाठी डंडे पीटने लगे तभी पत्नी सरस्वती देवी ने मुझे छुडाने के लिए दौडी तो दबंगों ने उसकी भी गाली गलौज करते हुए लाठी डंडे से पिटाई की।जिससे गंभीर रूप पत्नी घायल हो गई और दबंगों ने जाते जाते चेतावनी दी कि साढे सतरह सौ रूपये उधार दिया था उसे व्याज सहित दे देना नहीं तो जान से मार दिया जायेगा। भयभीत होकर धनराज रैदास अपनी पत्नी के साथ थारियावँ थाने पहँचा जहाँ मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस का कर रहे इंतज़ार।


      पीड़ित धनराज रैदास ने बताया कि चंद्रशेखर सिंह के ईट भठठे से तीन नंबर ईट (पंदरह सौ) लाएं और कीमत का पांच हजार नगद जमा कर दिया था। कोई शेष बकाया राशि नहीं थीं। फिर गांव ईट मालिक के पुत्र अपने साथियों के साथ आ कर खेतों कार्य करने के लिए कहा तो हमनें बताया कि पत्नी की तबियत खराब है उसे इलाज करवाने जा रहे थे। तभी दंबगों ने घेर कर गाली गलौज देते हुए मार पीट किया और कहा कि अगर कोई कार्यवाही की तो गांव में नहीं घुस पायेगा और अगर आ भी गया पूरे परिवार को जिंदा जला देगें। थारियावँ थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि प्रिंस पुत्र चंद्रशेखर सिंह, शिवम पुत्र गप्पू सिंह,  निवासी गण बरसरा, बब्लू पुत्र बया निवासी फरीदपुर। तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस कर रही हैं छापेमारी।


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किशोरी हत्याकांड को लेकर सपा जिलाध्यक्ष ने पीडित को 25 लाख मुआवजा देने की मांग उठाई

फतेहपुर:  उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के सपा जिलाध्यक्ष विपिन सिंह यादव की अगुवाई में असोथर थाना के कुसुम्भी गांव में किशोरी की मौत की घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और हत्यारों एवं हत्या में सहयोग करने वाले सभी लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवायी की मांग की।  ऐसे हत्यारो को गिरफ्तार कर फाँसी पर लटका दिया जाए। जिससे समाज के लोगों मे डर पैदा हो। और अपराधियो हौसले पस्त होगें। आज समाज में बहु-बेटियाँ सुरक्षित नहीं है। सरकार दावे फेल नजर आ रहे हैं।


     इसके साथ परिवार को सुरक्षा के साथ ही 25 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने की मांग की। विपिन यादव ने कहा कि प्रदेश के बुलंदशहर में साधुओं की निर्मम हत्या अत्यन्त निंदनीय एवं दुःखद है। सन्त समाज इस घटना से स्तब्ध है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य सतीश राज सिंह एवं अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष मंजर यार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गयी है। महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं हत्या, बलात्कार की बाढ़ आ गयी है। सरकार द्वारा तत्काल 25 लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाय।


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PM मोदी को ट्विटर पर अनफॉलो करने को लेकर अमेरिका की सफाई ने दी सफाई


      व्हाइट हाउस ने बुधवार को स्पष्टीकरण दिया कि उसका टि्वटर हैंडल आम तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कुछ अवधि के लिए ही मेजबान देशों के अधिकारियों के ट्विटर अकाउंट को 'फॉलो' करता है ताकि यात्रा के समर्थन में उनके संदेशों को रीट्वीट किया जा सकें। 


भारत के 6 ट्विटर हैंडल को किया था फॉलो


      राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फरवरी के अंतिम सप्ताह में भारत की यात्रा के दौरान व्हाइट हाउस के आधिकारिक टि्वटर हैंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, अमेरिका में भारतीय दूतावास, भारत में अमेरिकी दूतावास और भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर के अकाउंट को 'फॉलो करना शुरू किया था। इस हफ्ते की शुरुआत में व्हाइट हाउस ने इन सभी छह टि्वटर हैंडलों को 'अनफॉलो' कर दिया।


सिर्फ अमेरिकी सरकार के अधिकारियों को फॉलो करता है व्हाइट हाउस


      एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया, 'व्हाइट हाउस का टि्वटर अकाउंट सामान्यत: अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य के टि्वटर अकाउंट्स को फॉलो करता है। उदाहरण के लिए राष्ट्रपति की किसी यात्रा के दौरान कुछ अवधि के लिए मेजबान देशों के अधिकारियों को फॉलो करता है ताकि यात्रा के समर्थन में उनके संदेशों को रीट्वीट किया जा सके।' अधिकारी उस सवाल का जवाब दे रहा था कि व्हाइट हाउस ने किन वजहों से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भारतीय अधिकारियों के टि्वटर हैंडल्स को 'फॉलो किया और फिर बाद में 'अनफॉलो' कर दिया।


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राजस्थान से प्याज लाद कर कानपुर जा रहा था ट्रक। कानपुर देहात भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के कुसरजापुर गांव के समीप अचानक डिवाइडर से टकरा कर दूसरी ओर जा रहा स्कूटी सवार विकलांग को मारी टक्कर।

भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के कुसरजापुर गांव के समीप एक ट्रक अचानक पलट गया और डिवाइडर से टकरा कर दूसरी ओर पहुंच गया दूसरी ओर जा रहे एक स्कूटी सवार विकलांग को अपनी चपेट में लेते हुए ट्रक पलट गया ट्रक पलटने से उसमें सवार परिचालक भी घायल हो गया सूचना मिलने के मौके पर पहुंची पुलिस के द्वारा घायलो को उपचार के लिए सीएचसी पुखरायां में भर्ती कराया गया जहां से दोनों घायलों को जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया।



जानकारी के अनुसार ट्रक नम्बर एमपी 33 एच 1808 से चालक द्वारा राजस्थान से प्याज लाद कर कानपुर ले जाई जा रही थी अभी वो भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के कुसरजापुर गांव के समीप पहुंचा ही था कि तभी ट्रक अचानक अनियंत्रित हो कर पलट गया और दूसरी ओर  स्कूटी से जा रहे भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के अहरौली शेख गांव निवासी बलराम उर्फ बल्लू पुत्र स्वर्गीय बाबूलाल की स्कूटी से जा टकराया जिससे बलराम ट्रक की चपेट में आ गया और वो गम्भीर रूप से घायल हो गया एक तो वो पहले ही एक पैर से विकलांग था और इस टक्कर से उसके दूसरे पैर में भी बहुत गहरी चोट आ गई ट्रक पलटने के कारण ट्रक का परिचालक बसन्त पुत्र रमेश निवासी भदौरा थाना मियाना जिला गुना भी घायल हो गया  सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस के द्वारा दोनो घायलों को उपचार के लिए सीएचसी पुखरायां में भर्ती कराया गया जहां से दोनों घायलों को जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया है।



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मुख्यमंत्री जी मध्य प्रदेश के लघु समाचार पत्र संचालकों की स्थिति अति खराब है , समस्याओं का निराकरण करें - मध्य्प्रदेश मीडिया संघ

श्रीमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के लघु समाचार पत्र संचालकों की स्थिति अति खराब है एवं समस्याओं का निराकरण करें लॉक डाउन के कारण अधिकतम पत्रकारों की स्थिति खराब है पिछले डेढ़ वर्षो से विज्ञापन के भुगतान की राह देख रहे थे आपसे अनुरोध है कि लॉक डाउन जैसी गंभीर परिस्थिति में समाचार पत्र संचालकों के रुके हुए पेमेंट करवाने की कृपा करें पत्रकार दूसरों की आवाज उठाने के लिए तत्पर अपनी जान जोखिम में डालकर इस परिस्थिति में भी अपनी खबरें प्रकाशित कर रहा है जनता की समस्या को सरकार के सामने रखने वाले मीडिया कर्मियों की समस्या कौन दूर करेगा पिछली सरकार में ना तो लघु पत्रिकाओं को विज्ञापन दिए गए और ना ही उनके द्वारा भी प्रकाशित विज्ञापनों का भुगतान किया गया
 
मध्य प्रदेश मीडिया संघ 
जिला अध्यक्ष इकबाल खान 9893456410


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लॉकडाउन में आप बाहर फंसे हैं और घर जाना चाहते हैं? तो 10 प्वाइंट में जान लें आपको कैसे और क्या करना होगा

कोरोना लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर-कामगार, छात्र और टूरिस्ट समेत कई लोग अभी फंसे हुए हैं। ऐसे में उन लोगों के लिए राहत की खबर है जो अपने राज्यों की ओर रुख करना चाहते हैं। भारत सरकार ने राज्यों/केन्द्र शासित राज्यों के क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए अंतरराज्यीय यात्रा की सुविधा के लिए आदेश जारी किया है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन्स के बाद देशभर के अलग-अलग हिस्सों में फंसे मजदूर, विद्यार्थी, पर्यटकों और मरीज आदि के लिए अपने-अपने घर जाने का रास्ता साफ हो गया है। तो चलिए अगर आप बाहर फंसे हैं तो किस तरह से घर पहुंच सकते हैं, इसके बारे में जानते हैं।...


1. गृह मंत्रालय के इस गाइडलाइन के मुताबिक, अगर आप घर से दूर कहीं बाहर फंसे हैं तो फिलहाल आप खुद से घर नहीं जा सकते। इसके लिए केंद्र सराकर ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लोगों को लाने-ले जाने की अनुमति दी है। 


2. सभी राज्य और केन्द्र शासित राज्य नोडल अधिकारी की नियुक्ति करे जो सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। इतना ही नहीं राज्यों और केन्द्र शासित राज्यों में पहुंचने वाले लोगों का ब्यौरा भी रखा जाए।


3. इस तरह आपको अपने  घर जाने के लिए अपने राज्य की सरकार ने द्वारा नियुक्त लोकल नोडल अथॉरिटी का पता करना होगा जहां आप घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। 


4. अगर फंसे हुए समूह में लोग एक राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश से दूसरे राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश जाना चाहते हैं तो भेजने वाले और जिस राज्य में जा वह समूह जा रहा है दोनों राज्य एक दूसरे की आपसी सहमति के साथ सड़क के जरिए भेज सकते हैं।


5.  किसी भी व्यक्ति को भेजने से पहले उसकी स्क्रीनिंग की जाएगी और अगर वह पूरी तरह ठीक पाया जाए तो ही उसे भेजने की मंजूरी दी जाए। यानी अगर आप में कोरोना के संक्रमण से होने वाली बीमारी कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं, तभी आपको घर जाने की अनुमति दी जाएगी। 


6. प्रवासी मजदूरों, यात्रियों और छात्रों को समूह में सिर्फ बस से ही भेजा जाएगा। भेजने से पहले बस को सैनिटाइज कराया जाएगा। इतना ही नहीं यात्रा के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।


7. रास्ते में पड़ने वाले राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश उस राज्य के लिए रास्त देंगे जहां पर ये गाड़ी जा रही है।


8. अगर आप अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे तो आपको क्वारंटाइन किया जाएगा। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की यह जिम्मेदारी है कि वह आपको होम क्वारंटाइन में रखे। इस दौरान आपका हेल्थ चेकअप किए जाएगा। 


9. आपको आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करना होगा, यानी इसे अपने मोबाइल में रखना होगा ताकि आपके हेल्थ स्टेटस पर नजर बनाई रखे जा सके और साथ ही आपको ट्रैक किया जा सके।



 


10. यात्रा के दौरान अगर आपकी तबीयत में किसी तरह की गड़बड़ी पाई जाती है तो आपको उसी वक्त अस्पताल ले जाया जायेगा। यानी आप फिर घर नहीं जा पाएंगे।


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कानपुर देहात में अवैध माफिया हुए सक्रिय , पुलिस प्रशासन बना मूक दर्शक।

देश में लगातार कोरोना वायरस  महामारी के दौरान सरकार द्वारा ब्लॉक डाउन के फैसले के दौरान अवैध खनन माफिया हुए सक्रिय



अवैध खनन कर राजस्व विभाग को लगाया जा रहा है लाखों रुपए का प्रतिदिन चूना अधिकारियों के नाक के नीचे किया जा रहा है अवैध खनन का कार्य जानकारी होने के बावजूद भी अधिकारी बन रहे अनजान दर्जनों  नंबर व बिना नंबर के ट्रैक्टरों द्वारा किया जा रहा है अवैध बालू का खनन।


 


जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद भी नहीं हो रही कार्रवाई।कहीं ना कहीं सोचने वाली बात है कि अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध खनन माफिया अवैध खनन कर राजस्व विभाग को लगा रहे हैं प्रतिदिन लाखों रुपए का चूना और हर महीने कमीशन के तौर पर अधिकारियों को मिलती है मोटी रकम।


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बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन, कैंसर से थे पीड़ित

एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया है। कल रात खबर आई थी कि सांस लेने में परेशानी के कारण ऋषि कपूर को एचएन रिलाइंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सुबह में अमिताभ बच्चन ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ऋषि कपूर का निधन हो गया है। मैं टूट चुका हूं। 









Amitabh Bachchan
 

@SrBachchan



 




 

T 3517 - He's GONE .. ! Rishi Kapoor .. gone .. just passed away ..
I am destroyed !






केंद्रिय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी ऋषि कपूर के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ऋषि कपूर के जाने पर शॉक्ड हूं। वह केवल एक अच्छे अभिनेता थे बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। परिवार, दोस्त और फैन्स को संवेदनाएं।












ANI
 

@ANI



 




 

The sudden demise of actor is shocking. He was not only a great actor but a good human being. Heartfelt condolences to his family, friends and fans: Information & Broadcasting Minister Prakash Javadekar 







 






ऋषि कपूर का साल 2018 में कैंसर का इलाज चला और वे करीब एक साल से ज्यादा वक्त न्यूयॉर्क में रहे, जहां पर उनका इलाज किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी और अभिनेत्री नीतू सिंह थी। फरवरी में स्वास्थ्य कारणों के चलते ऋषि कपूर को दो बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था।




टाइम्स नाउ के साथ इंटरव्यू में नीतू ने कैंसर के खिलाफ लड़ाई के बारे में बताया था, "मेरी पहली प्रतिक्रिया वास्तव में बहुत खराब थी, मैं टूट गई थी, मेरे बच्चे टूट गए थे। हम ये नहीं जान पा रहे थे कि क्या करें। लेकिन, तब हमने सोचा खुद से ये कि हमें ही इस चुनौती से पार पाना है।" 


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बुधवार, 29 अप्रैल 2020

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को कर्ज ‘‘बट्टे खाते में डालने’’ और ‘‘माफ करने’’ के बीच अंतर समझने के लिये पूर्व वित्त मंत्री और अपनी पार्टी के सहयोगी पी चिदंबरम से ‘‘ट्यूशन’’ लेना चाहिए ।

राहुल गांधी पर तंज करते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को कर्ज ‘‘बट्टे खाते में डालने’’ और ‘‘माफ करने’’ के बीच अंतर समझने के लिये पूर्व वित्त मंत्री और अपनी पार्टी के सहयोगी पी चिदंबरम से ‘‘ट्यूशन’’ लेना चाहिए। भाजपा ने जोर दे कर कहा कि मोदी सरकार ने किसी का रिण माफ नहीं किया है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां कहा, ‘‘ राहुल गांधी को कर्ज ‘बट्टे खाते में डालने’ और ‘माफ करने’ के बीच अंतर समझने के लिये पी चिदंबरम से ट्यूशन लेना चाहिए।’’

उन्होंने ट्वीट किया ‘‘बट्टा खाता में डालना लेखांकन की एक सामान्य प्रक्रिया है और इससे चूककर्ता के खिलाफ वसूली या कार्रवाई पर रोक नहीं लगती है।’’


उन्होंने जोर दे कर कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने किसी का भी ऋण माफ नहीं किया है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दी गई, बैंक ऋण चूककर्ताओं की सूची का जिक्र करते हुए कहा था कि उन्होंने संसद में एक सवाल में सरकार से बैंक घोटालेबाजों के नाम पूछे थे लेकिन उन्हें जवाब नहीं दिया गया।

राहुल ने ट्वीट किया था ‘‘संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चूककर्ताओं के नाम बताइए। वित्त मंत्री ने जवाब नहीं दिया। अब रिजर्व बैंक ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के कई 'मित्रों' के नाम इस सूची में डाले हैं। ’’


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एमपी: लॉकडाउन के चलते मंदिर में पूजा से मना किया तो महंत पर लाठी-डंडों से हमला

महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या के बाद मध्य प्रदेश के सतना जिले के गोरइया गांव में एक महंत के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के चलते गांव के शिव मंदिर में पूजा करने से मना करना महंत को महंगा पड़ा. महंत ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई. इस दौरान गांव वालों ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी चोटें आईं. यह घटना दो दिन पुरानी बताई जा रही है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.


महंत के साथ हुई मारपीट


दरअसल, सोमवार की शाम महंत के साथ करीब आधा दर्जन लोगों ने उस वक्त मारपीट शुरू कर दी. जब महंत दिनेश मिश्रा मंदिर के बाहर खड़े थे. सुबह मंदिर में पूजा ना करने देने पर गुस्से में बैठे छोटे सिंह बरगाही और उसके भतीजों ने लाठी-दंडों से महंत पर हमला कर दिया.


मंदिर में पूरा करने को लेकर हुआ विवाद


एक युवक महंत को खींचता हुआ दूर ले गया. इस दौरान बीच बचाव के लिए आए गांव के मुन्ना लाल कचेर का सिर भी फट गया. महंत ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और कोटर थाने में इसकी सूचना दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी.


पुलिस ने दर्ज किया मामला


एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी ने बताया कि यह घटना कोटर के गोरइया गांव की है. यहां के एक शिवमंदिर में महंत और उनके सेवक के साथ मारपीट की गई है. मंदिर में जल चढ़ाने की बात को लेकर विवाद हो गया और इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. महंत के सेवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई है और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.


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कर्जमाफी के नाम पर देश को गुमराह कर रही सामंतवादी पार्टी, विपक्ष के प्रपोगंडा का हुआ पर्दाफाश, पढ़े खास रिपोर्ट


      किसी कांग्रेस पोषित एक्टिविस्ट ने एक आरटीआई फाइल करी थी, उसके मुताबिक सरकार ने 68000 करोड़ रुपया कॉरपोरेट्स का माफ़ कर दिया (ध्यान रहे "माफ़" शब्द का इस्तेमाल सरकार के खिलाफ प्रोपोगंडा के तहत इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि सही शब्द "राइट ऑफ" होता है)।


      इन एक्टिविस्ट महोदय का कहना है कि संसद में फरवरी 2020 में अनुराग ठाकुर से जब एनपीए पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया इसका, जिसके कारण ये आरटीआई फाइल की थी और इसमें पता चला कि सितम्बर 2019 तक 68000 करोड़ रुपया कॉरपोरेट्स का माफ़ (राइट ऑफ) कर दिया गया है जिसमें मेहुल चौकसी आदि कई डिफॉल्टर्स शामिल है।


ये पूरी तरह से प्रोपोगंडा है जिसे बड़ी चालाकी से आरटीआई की आड़ में प्लांट किया गया है


    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी 2019-20 के बजट सत्र में 5 जुलाई 2019 को एनपीए के विषय में जानकारी दे चुकी है। "Non-performing asset (NPAs) have been down by Rs 1 lakh crore in the last one year and there is recovery of Rs 4 lakh crore over the last four years in NPAs"


    अब आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि कांग्रेस ने अपने 10 वर्षीय कुशासन में कॉरपोरेट्स का 36.5 लाख करोड़ कर्जा "राइट ऑफ" (प्रोपोगंडा शब्द "माफ़") किया।


   आप ये भी जानकर हैरान हो जाएंगे कि कांग्रेस के मात्र 6 सालों में 2008-2014 तक लगभग 36 लाख करोड़ रुपया बैंकों द्वारा कॉरपोरेट्स को दिए गए जबकि 1947-2008 तक बैंकों ने मात्र 18 लाख करोड़ रुपए का ऋण बांटा था। इसका जिक्र स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने किया है।


       आप ये भी जानकर हैरान हो जाएंगे कि कांग्रेस ने जब मोदी जी को सत्ता सौंपी तब बैंकिंग सेक्टर लैंडमाइन पर बैठा था, पूरी तरह बर्बाद हो चुका था।


      जब मोदी सरकार सत्ता में आई तो सरकार ने बैलेंस शीट को क्लियर करने के लिए 2015 में आरबीआई से एसेट क्वालिटी रिव्यू (AQR) करने को कहा।


       आप ये भी जानकर हैरान हो जाएंगे कि जब कांग्रेस ने मोदी सरकार को सत्ता सौंपी थी तो कुल एनपीए 2 या 2.5 लाख करोड़ बताया था इसका जिक्र स्वयं प्रधानमंत्री भी कर चुके है।


       जब पारदर्शी जांच हुई तो परिणाम में जो आंकड़े एनपीए के रूप में सामने आए वो चौंकाने वाले थे। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार एनपीए:


31 मार्च 2015 : 2,67,065 करोड़ से बढ़कर
31 मार्च 2018 : 8,45,465 करोड़ हो गया


      इसका कारण भी पीएम मोदी बता चुके है, बहुत से बैंक अधिकारियों की मिली भगत के कारण बहुत से मामले दबाए गए थे, ईमानदारी से जांच हुई तो वास्तविक कुल एनपीए निकल कर बाहर आया।


      सरकार की मान्यता, संकल्प, पुनर्पूंजीकरण और सुधारों की 4R की रणनीति के परिणामस्वरूप एनपीए 1,35,366 करोड़ घटकर 31 मार्च 2019 को 7,10,109 करोड़ रुपए हो गया (2 जुलाई 2019 को आरबीआई द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार)। आरबीआई के अनुसार, शुद्ध एनपीए वित्त वर्ष 2017-18 में 6% से घटकर वित्त वर्ष 2018-19 में 3.7% हो गया।


      कर्ज माफी के प्रोपोगंडा पर बोलते हुए खुद प्रधानमंत्री मोदी कई बार कह चुके है कि हमारी सरकार ने किसी भी कॉरपोरेट्स का एक रुपया भी कर्जा माफ़ नहीं किया है।


तो फिर जो घड़ी घड़ी खबरें चलती है कि फलाने उद्योगपति का इतना कर्जा माफ़ कर दिया, वो क्या है?


      "माफी" सही शब्द नहीं है, ये शब्द प्रोपोगंडा शब्द है, जनता को भ्रमित करने के लिए दरबारी मीडिया द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाता है। सही शब्द है "राइट ऑफ" इसका मतलब ऋण माफ करना नहीं होता। यह सामान्य प्रक्रिया है जो आरबीआई द्वारा की जाती है, बैड लोन को "राइट ऑफ" करके बैलेंस शीट क्लियर की जाती है। राइट ऑफ मतलब "बट्टे खाते में डालना"।


         अब इसमें मजे की बात यह है कि कांग्रेस के कुशासन में 36.5 लाख करोड़ का कर्ज राइट ऑफ किया गया लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस ऋण (एनपीए) को वसूल करने के लिए 2016 तक कोई ठोस कानून ही नहीं था। बेचारे बैंक्स कॉरपोरेट्स के चक्कर लगा लगा के थक जाते थे पर मजाल है कि माल्या, मेहुल, नीरव जैसे कॉरपोरेट्स बैंकों को पैसा चुकाएं? 


      फिर मोदी सरकार ने 2016 में बनाया "इन्सोलवेंसी एंड बैंकरप्सी कानून" शुरुआत में इसे स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था, लेकिन इसमें समय के साथ अमेंडमेंट होते गए और यह एनपीए वसूल करने का ठोस कानून बन गया।


      मोदी सरकार की सख्त कार्यवाही और आईबीसी कानून से डरकर माल्या, नीरव, मेहुल जैसे लोग देश छोड़कर भागने लगे.. क्योंकि अब लोन रिकंस्ट्रक्शन के नाम पर और लोन देना बंद कर दिया गया था, कांग्रेस के समय खूब मलाई काट रहे थे ये लोग अब ऋण चुकाने की बारी आई तो भागने लगे..


       फिर मोदी सरकार ने 2018 में बनाया "भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून" इसमें कड़े प्रावधान किए गए। माल्या, नीरव, मेहुल जैसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों की बेनामी संपत्तियां यहां तक की विदेशी संपत्तियां भी जप्त करके नीलाम करके वसूली करने का प्रावधान किया। इसके अलावा सरकार ने सभी बैंकों से 50 करोड़ से अधिक ऋण लेने वाले कॉरपोरेट्स के पासपोर्ट की कॉपी जमा करवाने को कहा! ताकि भविष्य में कोई डिफॉल्टर देश छोड़ कर भाग न सके।


तथ्य:


     1 फ़रवरी 2019 विजय माल्या के ट्वीट के अनुसार वो 9000 करोड़ लेकर भागा था लेकिन एजेंसियों द्वारा उसकी 13000 करोड़ अधिक संपत्ति जब्त की जा चुकी थी।


    नीरव मोदी ने 6400 करोड़ का बैंक फ्राड किया, अप्रैल 2019 तक एजेंसियों द्वारा इसकी 4744 करोड़ की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।


    मेहुल चौकसी ने 6100 करोड़ का बैंक फ्राड किया, जुलाई 2019 तक एजेंसियों द्वारा इसकी 2534.7 करोड़ की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।


      इसके अलावा नीरव मोदी लंदन की जेल में सजा काट रहा है। विजय माल्या की प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर अर्जी खारिज हो चुकी है। मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण की कार्यवाही चल रही है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री ने सितंबर 2019 में बयान दिया था कि जल्द ही मेहुल चौकसी भारत को सौंप दिया जाएगा।


     ये सब किया है मोदी सरकार ने, मोदी सरकार पर कोई भी निराधार आरोप लगाने से पहले तथ्यों को जांच करनी चाहिए।


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इंदौर सेंट्रल जेल में हेड कॉस्टेबल सहित 30 कोरोना पॉजिटिव

इंदौर। जेल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सोमवार रात आई रिपोर्ट में 19 कैदियों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी वहीं मंगलवार रात आई रिपोर्ट में एक कैदी और एक प्रधान आरक्षक को कोरोना से पीड़ित बताया गया है। इस प्रकार जेल से जुड़े 30 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके है। 

 

जेल अधिकारियों के अनुसार चंदननगर क्षेत्र में पत्थरबाजी करने वाले आरोपियों को सेंट्रल जेल में भेजने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई थी। सोमवार को आई रिपोर्ट में असरावद खुर्द में बनी अस्थाई जेल में कैद 10 और सेंट्रल जेल में बंद 9 कैदियों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीं मंगलवार रात आई रिपोर्ट में एक और कैदी फिरोेज खाना कोरोना पॉजिटिव पाया गया। वहीं जेल के प्रधान आरक्षक राजेन्द्र पंवार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इसे मिलाकर अब तक सेंट्रल जेल से जुड़े 29 लोगों को कोरोना हो चुका है। 

 

वहीं जिला जेल में बंद एक कैदी सद्दाम की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। वह भी चंदन नगर की पत्थरबाजी में गिरफ्तार हुआ था। वह एक रात थाने की हवालात में कैदी जावेद के साथ बंद रहा था। जावेद के संक्रमण से सद्दाम भी चपेट में आ गया। आशंका है कि सद्दाम के कारण जिला जेल के कैदियों में भी संक्रमण फैलेगा।

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यूपी में और सख्त होगा आपदा कानून, आएगा नया अध्यादेश

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार डॉक्टरों की तरह कोरोना वॉरियर्स को सुरक्षा प्रदान करने जा रही है। कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे स्वच्छता कर्मियों, पुलिस कर्मियों व इस तरह के अन्य को सुरक्षा देने के लिए जल्द ही नया अध्यादेश आएगा। इसमें कोरोना वॉरियर के साथ किसी भी तरह की अभद्रता करने पर 7 साल तक की सजा और 5 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को टीम-11 के साथ बैठक में कहा कि नए कानून से कर्मियों के मनोबल में वृद्धि होगी। 


जल्द अध्यादेश आएगा
उत्तर प्रदेश एपिडमिक डिजीज कंट्रोल अध्यादेश- 2020 लाएगी। इसमें सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों को ही नहीं, बल्कि हर कोरोना वॉरियर की सुरक्षा की व्यवस्था होगी। इसके दायरे में स्वास्थ्य कर्मियों, सभी पैरा मेडिकल कर्मियों, पुलिस कर्मियों, स्वच्छता कर्मियों के साथ ही शासन की तरफ से तैनात किसी भी कोरोना वॉरियर से अभद्रता करने वाले इस कड़े कानून के दायरे में आएंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए क्वारंटीन से भागने, लॉकडाउन तोड़ने और इस बीमारी को फैलाने वालों के लिए कठोर सजा का प्रावधान होगा। इसमें हमला करने, थूकने, आइसोलेशन तोड़ने पर कठोर सजा व्यवस्था होगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए नामित अन्य कार्मिकों को हर हाल में सुरक्षा प्रदान की जाए। इस संबंध में प्रदेश सरकार शीघ्र ही एक अध्यादेश लाएगी। इसमें कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान होगा।


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कोरोना में फंसे हजारों मजदूर और छात्र पहुंच सकेंगे घर, केन्द्र सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन्स

कोरोना लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर, छात्र और पर्यटक समेत कई लोग अभी फंसे हुए हैं। ऐसे में उन लोगों के लिए राहत की खबर है जो अपने राज्यों की ओर रुख करना चाहते हैं। भारत सरकार ने राज्यों/केन्द्र शासित राज्यों के क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए अंतरराज्यीय यात्रा की सुविधा के लिए आदेश जारी किया है। गृह मंत्रालय के इस नए आदेश के अनुसार, सभी व्यक्तियों को चिकित्सकीय रूप से जांचा जाए और घर पहुंचाने से पहले उन्हें क्वरंटाइन किया जाए।


सरकार की तरफ से ये गाइडलाइंस ऐसे वक्त पर आई है जब दूसरी बार बढ़ाए गए लॉकडाउन की अवधि 3 मई को खत्म होने जा रही है लेकिन देश के कई हिस्सों से अभी भी कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केन्द्र सरकार से यह मांग की थी कि जो प्रवासी मजदूर वहां पर फंसे हुए हैं उनके लिए केन्द्र सरकार ुनके घर जाने की व्यवस्था करे और ट्रेन की सुवधा दे। 


आइये जानते हैं क्या है गृह मंत्रालय की संशोधित गाइडलाइंस:


1-सभी राज्य और केन्द्र शासित राज्य नोडल अधिकारी की नियुक्ति करे जो सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। इतना ही नहीं राज्यों और केन्द्र शासित राज्यों में पहुंचने वाले लोगों का ब्यौरा भी रखा जाए।


2-अगर फंसे हुए समूह में लोग एक राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश से दूसरे राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश जाना चाहते हैं तो भेजने वाले और जिस राज्य में जा वह समूह जा रहा है दोनों राज्य एक दूसरे की आपसी सहमति के साथ सड़क के जरिए भेज सकते हैं।


3- किसी भी व्यक्ति को भेजने से पहले उसकी स्क्रीनिंग की जाए और अगर वह पूरी तरह ठीक पाया जाए तो ही उसे भेजने की मंजूरी दी जाए। 


4-प्रवासी मजदूरों, यात्रियों और छात्रों को समूह में सिर्फ बस से ही भेजा जाए। भेजने से पहले बस सेनेटाइजेशन कराया जाए। इतना ही नहीं यात्रा के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए।


5-रास्ते में पड़ने वाले राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश उस राज्य के लिए रास्त देंगे जहां पर ये गाड़ी जा रही है।




6-जब कोई शख्स अपने गंतव्य तक पहुंच जाएगा तो स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की यह जिम्मेदारी है कि उसे होम क्वारंटाइन में रखे। इस दौरान उसके हेल्थ चेकअप किए जाए। उस व्यक्ति को अरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करने के उत्साहित किया जाए ताकि उसके हेल्थ स्टेटस पर नजर बनाई रखे जा सके और साथ ही उसे ट्रैक किया जा सके।



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शर्मनाक - कानपुर: हॉटस्पॉट इलाके में पुलिस पर पथराव, मेडिकल टीम ने भाग कर बचाई जान

कानपुर के बजरिया में पुलिस और मेडिकल टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद पीएसी, सीओ और बजरिया थाना प्रभारी ने लाठी लेकर लोगों को खदेड़ा और तब जाकर माहौल शांत हुआ। दरअसल, बजरिया थाना क्षेत्र के एक हॉटस्पॉट इलाके से पुलिस और मेडिकल की टीम 9 लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए लेने गई थी। इसी दौरान मोहल्ले के लोग भड़क गए और पथराव शुरू कर दिया।


बजरिया थानाक्षेत्र का मुन्नापुरवा हॉटस्पॉट है। सीसामऊ सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि बजरिया के जुगियाना मोहल्ले एक केस कोरोना पॉजिटिव आया है। रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार दोपहर को उनके परिवार के नौ लोगों को क्वारंटीन कराने के लिए लेने गई थी। स्वास्थ्य विभाग के टीम के निकलते ही भीड़ ने मेडिकल टीम और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने मेडिकल टीम को वहां से किसी तरह सुरक्षित निकाल दिया। इससे आक्रोशित भीड़ ने थानेदार और फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। इलाके के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। मामले की जानकारी मिलते ही सीसामऊ सीओ तीन थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। तनाव को देखते हुए पीएसी को भी बुलाया। पुलिस ने लाठी पटककर भीड़  को खदेड़ा तब जाकर माहौल शांत हो सका।


पूरे मामले पर एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम नौ लोगों को क्वारंटीन के लिए लेने गई थी। इसी बीच भीड़ ने पथराव और हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन मेडिकल टीम को वहां से सुरक्षित निकला दिया। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। फोर्स के पहुंचते ही भीड़ घरों में छिप गई।  इन सभी के खिलाफ हंगामा, बवाल के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की एफआईआर दर्ज की जाएगी।


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शर्मनाक - कानपुर में मेडिकल टीम और पुलिस पर हमला, CM योगी बोले- रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत हो कार्रवाई

कानपुर में मेडिकल और पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है। इस घटना पर तुरंत सज्ञान लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों की जल्द पहचान की जाए। ऐसे लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए। इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गैंगस्ट एक्ट के तहत ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।


बता दें कि कानपुर के बजरिया थाना क्षेत्र में एक हॉटस्पॉट इलाके से पुलिस और मेडिकल की टीम 9 लोगों को क्वारंटाइन करने के लिए लेने गई थी। इसी दौरान मोहल्ले के लोग भड़क गए और पथराव शुरू कर दिया। बजरिया थानाक्षेत्र का मुन्नापुरवा हॉटस्पॉट है। सीसामऊ सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि बजरिया के जुगियाना मोहल्ले एक केस कोरोना पॉजिटिव आया है। रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार दोपहर को उनके परिवार के नौ लोगों को क्वारंटीन कराने के लिए लेने गई थी। स्वास्थ्य विभाग के टीम के निकलते ही भीड़ ने मेडिकल टीम और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने मेडिकल टीम को वहां से किसी तरह सुरक्षित निकाल दिया।


इससे आक्रोशित भीड़ ने थानेदार और फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। इलाके के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। मामले की जानकारी मिलते ही सीसामऊ सीओ तीन थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। तनाव को देखते हुए पीएसी को भी बुलाया। पुलिस ने लाठी पटककर भीड़  को खदेड़ा तब जाकर माहौल शांत हो सका।



पूरे मामले पर एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम नौ लोगों को क्वारंटीन के लिए लेने गई थी। इसी बीच भीड़ ने पथराव और हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन मेडिकल टीम को वहां से सुरक्षित निकला दिया। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। फोर्स के पहुंचते ही भीड़ घरों में छिप गई।  इन सभी के खिलाफ हंगामा, बवाल के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की एफआईआर दर्ज की जाएगी।


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बिहार में कोरोना संक्रमण के साथ ही डोर-टू-डोर कैंपन में एईएस व जेई पीड़ितों की भी होगी लिस्टिंगः सीएम नीतीश कुमार।

 


बिहार (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)। बिहार में महामारी का रूप ले चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस को लेकर स्क्रीनिंग के साथ-साथ जिलों में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) व जापानी इंसेफ्लाइटिस (जई) प्रभावितों की भी लिस्टिंग कराई जाएगी। ताकि, ऐसे सभी लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा व अन्य आवश्यक सामग्रियां मुहैया कराई जा सके। इस संदर्भ में बीते 28 अप्रैल को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राजधानी पटना स्थित 1, अणे मार्ग में अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक संवाद में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व एईएस प्रभावित 19 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में कही है। इस बैठक में मुजफ्फरपुर व गया सहित एईएस व जेई प्रभावित जिलों में भी डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का आदेश तक दिया। उन्होंने सभी विभागों को आपस में समन्वय करके एईएस व जेई की रोकथाम के लिए कार्य करने का आदेश दिया। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि आशा व आंगनबाड़ी सेविका घर-घर जाकर लोगों को एईएस की जानकारी देकर इसके लक्ष्ण दिखने पर बच्चों को शीघ्र अस्पताल ले जाने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि, बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करना बेहद आवश्यक है। साथ ही, वे बच्चों के माता-पिता को यह भी बताऐं कि बच्चों को रात में सोने से पहले खाना अवश्य खिलाना है।



उन्होंने कहा, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदीयां, स्थानीय जनप्रतिनिधि व आंगनबाड़ी सेविका आपस में टीम बनाकर घर-घर जाकर अभिभावकों को इस बीमारी के संबंध में जानकारी दें व उन्हें सचेत करें। सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर एईएस व जेई की रोकथाम के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य करें। साथ ही, मुजफ्फरपुर में पीआईसीयू शीघ्र प्रारंभ हो। संबंधित जिलों में पैडियाट्रिक वार्ड में पूरी तैयारी रखी जाए। वायरस रिसर्च डायग्नोस्टिस लैब की सुविधा श्रीकृष्ण मेडिकल काॅलेज अस्पताल यानी एसकेएमसीएच (मुजफ्फरपुर) के अलावा अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में भी स्थापित की जाए। अस्पतालों में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे मौजूद रहें। अस्पतालों में पूरी साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता व अन्य सुविधाओं पर विशेष निगरानी रखी जाए। एसओपी के मुताबिक सारी व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। इस दौरान राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी से सटे जिलों में विशेषकर एईएस के मामले अधिक पाए जाते हैं। मुजफ्फरपुर में 60 प्रतिशत एईएस व शेष 40 प्रतिशत एईएस के केस अन्य 16 जिलों में मिलते हैं। गया के आसपास के जिलों में जेई के मामले आते हैं। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल तक मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच में 65 बेड का एईएस वार्ड तैयार हो जाऐगा। 100 बेड का अलग से बनने वाला पीकू में करीब 70 बेड इस महीने के अंत तक पूर्ण होने की स्थिति में है। जबकि, जीविका के कार्यपालक निदेशक बाला मुरूगन डी ने बताया कि 7082 परिवारों को जीविका से जोड़ दिया गया है। 2587 परिवारों को सतत जीविकोपाजर्न योजना का लाभ दिया जा रहा है।


खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि एईएस प्रभावित मुजफ्फरपुर जिले के 5 प्रखंडों में 29 हजार 360 परिवार चिन्हित किए गए हैं। 15 हजार 85 परिवारों के राशन कार्ड के संबंध में सर्वे कराया गया है। इसमें से 8700 को नया राशन कार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। बाकी का राशन कार्ड पहले से ही मौजूद है। जबकि, 14 हजार 275 राशन कार्ड के लिए आवेदन आए हैं। उनमें से 11 हजार 468 परिवारों को नया राशन कार्ड जारी किया गया है। जबकि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर.के.महाजन ने बताया कि 14 मार्च से 3 मई तक मध्याहन भोजन के समतुल्य राशि एक करोड़ 15 लाख बच्चों के खाते में 218 करोड़ 51 लाख रूपये ट्रांसफर कर दिए गए हैं। जबकि इसी अवधि में 160 करोड़ 19 लाख रूपये की राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया में है। मुजफ्फरपुर जिले के 5 प्रखंडों में भी लाॅकडाउन के दौरान मध्याहन भोजन योजना के तहत स्कूली बच्चों या अभिभावकों के खाते में राशि ट्रांसफर किए जा चुके हैं। इस बैठक में राजधानी पटना सहित मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण, सीवान, दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, जहानाबाद, नवादा, अरवल, नालंदा, औरंगाबाद, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी ने एईएस व जेई की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारियां दी है। इस समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश कुमार के अलावा उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व राज्य के कई आला अधिकारी भी विराजमान थे।


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बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 366 के हुई पार , 28 जिलों में कोरोना वायरस ने अपना पांव फैलाया।

बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 366 के  हुई पार ,  28 जिलों में कोरोना वायरस ने अपना पांव फैलाया।


बिहार (अफजल इमाम ’’मुन्ना’’)। देश-दुनिया में महामारी का रूप ले चुका ’कोविड-19’ यानी कोरोना वायरस को लेकर बिहार के लोग भी अब काफी परेशान हैं। सूबे बिहार में कोरोना पाॅजिटिव की तादाद बढ़कर 366 पार हो गई है। सूबे बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस जैसे जानलेवा बीमारी ने अररिया, शेखपुरा, पूर्णिया, जहानाबाद, दरभंगा, मधुबनी व सीतामढ़ी में भी अपना पांव फैलाना शुरू कर दिया है। इस प्रकार राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित जिलों की तादाद बढ़कर अब 28 हो चुकी है। बीते 28 अप्रैल को राज्य में 20 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार का कहना है कि 9 जिलों में 20 कोरोना पाॅजिटिव केस पाए गए हैं। इसमें शेखपुरा, अररिया, सीतामढ़ी, कैमूर, बक्सर, जहानाबाद, बांका, मुंगेर व गोपालगंज जिला शामिल है। जबकि, बीते 27 अप्रैल को रिकाॅर्ड कोरोना वायरस के 69 नए पाॅजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में 13 जिला रेड जोन में शामिल हो चुका है।



बता दें कि, राजधानी पटना स्थित एम्स में कोरोना वायरस के संक्रमण से मुंगेर निवासी सैफ अली की बीते 21 मार्च को और वैशाली के राघोपुर पूर्वी निवासी नवल किशोर राय की बीते 17 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। राज्य में पिछले 24 दिनों में 66 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आए थे। जबकि, पिछले 14 दिनों में 300 नए कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें से 289 कोरोना पाॅजिटिव मरीज र्सिफ 8 जिलों के रहने वाले हैं। इनमें सबसे ज्यादा 92 कोरोना पाॅजिटिव के केस र्सिफ मुंगेर जिले के हैं। इसके बाद राजधानी पटना का नंबर है। यहां 39 कोरोना पाॅजिटिव केस सामने आए हैं। राजधानी पटना के डाकबंगला में कोरोना पाॅजिटिव का मरीज मिलने के बाद मुख्य सड़क के एक लेन को पुरी तरह सील कर दिया गया है। रोहतास के सासाराम में एक सप्ताह में 31 नए कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं। सासाराम नया हाॅटस्पाॅट बनने की ओर बेताब है। यह इलाका बुरी तरह कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका है। पिछले 24 घंटे में 16 कोरोना पाॅजिटिव केस मिले हैं। आधे शहर को सील कर दिया गया है। सफाई कर्मी सैनिटाइजेशन के कार्य में जुटे हुए हैं। इधर, पूर्णिया में पहला केस सामने आने के बाद एकबाग, खुश्कीबाग सहित पूर्णिया शहर के 20 क्षेत्रों को सील कर दिया गया है। पूर्णिया में एक युवक दिल्ली स्थित आजादपुर फलमंडी से अपने भाई के साथ बिहार लौटा था। मरीज के परिजनों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है। साथ ही, संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा रही है।


सूबे बिहार में कुल 38 जिले हैं। इसमें 28 जिले ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस जैसे जानलेवा बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। इन 28 जिलों में सबसे ज्यादा 92 मामले मुंगेर में ही सामने आए हैं। जबकि पटना में 39, नालंदा में 35, रोहतास में 31, सीवान में 30, बक्सर में 26, कैमूर व गोपालगंज में 18-18, बेगूसराय व भोजपुर में 9-9, औरंगाबाद में 7, गया में 6, पूर्वी चंपारण, भागलपुर व मधुबनी में 5-5, अरवल, सारण, नवादा, लखीसराय व जहानाबाद में 4-4, बांका में 3, वैशाली में 2, दरभंगा, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, शेखपुरा व सीतामढ़ी में 1-1 कोरोना वायरस के पाॅजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में अब तक 19851 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। इसमें 366  से ज्यादा कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं। जबकि, 64 मरीज ठीक होकर घर भी जा चुके हैं।


 


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माल्या, नीरव मोदी से लकर चोकसी तक, किससे कितने वसूले, राहुल के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया पूरा हिसाब

देश के कई बड़े पूंजीपतियों के 68,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बट्टे खाते में डाले जाने पर सियासत तेज हो गई है। बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने वाले जिन 50 बड़े कर्जदारों और भगोड़ों का कर्ज माफ किया गया है, उन्हें लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला, जिसके बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया और जवाब दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर कहा कि उनकी सरकार ने डिफॉल्टर्स के खिलाफ एक्शन लेकर काफी पैसों की वसूली की है। इसके लिए वित्त मंत्री ने मेहुल चोकसी, नीरव मोदी से लेकर विजय माल्या तक का पूरा हिसाब अपने ट्वीट में दिया है।


मंगलवार की देर रात कुछ ट्वीट कर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार पर लगे आरोपों पर जवाब दिया और कहा कि राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला देश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। निर्मला सीतारमण ने मेहुल चोकसी केस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने बड़ा ऐक्शन लेते हुए भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी की करीब 2387 करोड़ रुपये (1898 करोड़ जब्त और 489.75 करोड़ सीज) की चल-अचल संपत्ति को भी सरकार ने जब्त या सीज किया है। इसमें 961.47 करोड़ की विदेशी संपत्ति भी शामिल है। वित्तमंत्री ने कहा कि नीरव मोदी फिलहाल यूके की एक जेल में है।


मेहुल चोकसी को लेकर वित्त मंत्री ने आगे कहा कि चोकसी की 1936 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को जब्त किया है, जिनमें 67.9 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति भी शामिल है। इसके अलावा 597.75 करोड़ की प्रॉपर्टी को सीज करते हुए मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इसके अलावा, मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए एंटीगुआ को एक अर्जी भेजी जा चुकी है और उसे भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया भी जारी है।


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झांसी में कोरोना संक्रमित महिला के दो रिश्तेदार भी पॉजिटिव

झांसी के ओरछा गेट पर कोरोना संक्रमित महिला के सामने आने के बाद जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसमें दो और मरीज सामने आए हैं, यह कोरोना पॉजिटिव महिला के रिश्तेदार है, जिसमें एक बेटा भी शामिल है। सभी का इलाज  मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है।



पिछले दिनों सोमवार कोतवाली क्षेत्र के  ओरछा गेट में एक महिला मरीज को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद ओरछा गेट समेत कई इलाकों को सील किया गया, महिला के रिश्तेदारों को आइसोलेट किया गया, उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, मंगलवार को दर्जनों नमूने परीक्षण किए गए, जिसमें बांदा जालौन ललितपुर झांसी के नमूने भी शामिल किए गए, जिसमें झाँसी के 2 नमूने कोरोना पॉजिटिव सामने आए, यह दोनों लोग ओरछा गेट के पास रहने वाली महिला की रिश्तेदार है। जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने मंगलवार परिजनों व रिश्तेदारों की रिपोर्ट निगेटिव बताई थी। उन्होंने बताया जांच नमूने लिए थे। जैसे जैसे रिपोर्ट आ रही है, जारी की जा रही है।


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कानपुर के अपर इंडिया अस्पताल में डिलीवरी के बाद महिला कोरोना पॉजिटिव निकली

हैलट के अपर इंडिया जच्चा-बच्चा अस्पताल में महिला के  डिलीवरी के बाद कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया।  आनन-फानन में एक आपरेशन थिएटर को बंद कर पांच जूनियर डॉक्टरों को क्वारंटीन कर दिया गया। लॉबी का एक हिस्सा भी बंद कर दिया गया है। महिला को उसके बच्चे को अलग कमरे में आइसोलेट कर दिया गया है। जल्द ही उसे मेटरनिटी के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कर उसके शिशु का भी सैम्पल लिया जाएगा।


अस्पताल प्रबंधन ने आपात बैठक बुलाई
अस्पताल में बुधवार तड़के से ही गर्भवती महिलाओं और स्टॉफ के लिए अलग-अलग रास्ता निर्धारित कर दिया गया है। अस्पताल के बाहर गार्डों और जूनियर डॉक्टरों की टीम बैठा कर स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। संक्रमण से सभी को बचाने के लिए हैलट प्रशासन ने आपात बैठक बुलाई है जिसमें पूरे अस्पताल को तीन दिन के लिए बंद का फैसला हो सकता है। एक प्रस्ताव डीएम और सीएमओ को भेजने की तैयारी है। तब तक डफरिन अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को भर्ती करने को कहा जाएगा। 


हैलट एंड एसोसिएट हॉस्पिटल के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने माना कि जज्चा बच्चा में डिलीवरी के बाद महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट से गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। अस्पतालों का सेनेटाइजेशन लगातार चल रहा है। जेआर को क्वारंटीन कर दिया गया है। आपात बैठक कॉल की गई है। जरूरत पड़ी तो अस्पताल को कुछ दिनों के लिए बंद करने पर विचार होगा।


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CAA विरोधी हिंसा में वसूली का सामना कर रहे आरोपियों को राहत, कोरोना लॉकडाउन के चलते फिलहाल रोक

संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोपियों से 1 करोड़ 41 लाख रुपए की वसूली की प्रक्रिया लॉकडाउन के कारण फिलहाल रोक दी गई है।


सीएए के खिलाफ राजधानी लखनऊ में पिछले साल 19 दिसंबर को हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान दंगाइयों ने राजधानी के खदरा, परिवर्तन चौक, ठाकुरगंज और कैसरबाग इलाकों में पथराव तथा आगजनी करके सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। जिला प्रशासन ने इस मामले में 53 आरोपियों को चिह्नित कर उन्हें एक करोड़ 41 लाख रुपए की वसूली के नोटिस भेजे थे।


लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने एजेंसी को बताया कि सार्वजनिक संपत्ति को पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई की प्रक्रिया लॉकडाउन के कारण फिलहाल रोक दी गई है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद आरोपियों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।  उन्होंने बताया कि नुकसान की भरपाई अप्रैल के पहले हफ्ते तक होनी थी। उसके बाद कुर्की की कार्यवाही की जानी थी। 



 


प्रकाश ने बताया कि खदरा इलाके में 13 प्रदर्शनकारियों को चिह्नित कर उन्हें कुल 21,76,000 रुपये की वसूली के नोटिस भेजे गए थे। वहीं, परिवर्तन चौक इलाके में 24 लोगों को चिह्नित कर 69,65,000 रुपये की वसूली की जानी थी। 


इसी तरह ठाकुरगंज इलाके में 10 लोगों को चिन्हित कर उन्हें 47,85,800 रुपए की वसूली के नोटिस जारी किए गए थे, वहीं कैसरबाग में छह प्रदर्शनकारियों को 1,75,000 रुपए की वसूली के नोटिस जारी हुए थे। जिला प्रशासन ने लखनऊ के हजरतगंज समेत कई स्थानों पर इन प्रदर्शनकारियों की फोटो लगे पोस्टर लगवाए थे। इन पर विवाद उठने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को पोस्टर हटाने के निर्देश दिए थे। 



 


राज्य सरकार उच्च न्यायालय के इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय गई थी, मगर सुप्रीम कोर्ट ने भी तोड़फोड़ के आरोपियों की तस्वीर लगे पोस्टर लगाने के सरकार के अधिकार पर सवाल उठाते हुए हाईकोर्ट के आदेश में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया था। हालांकि न्यायालय के आदेश के बावजूद लखनऊ शहर में वो पोस्टर अब भी लगे हुए हैं।


फिल्म अभिनेता इरफ़ान खान ने मुंबई के हॉस्पिटल में तोड़ा दम, पूरे फिल्म जगत में छाई शोक की लहर

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता  इरफान खान अब हमारे बीच नहीं रहे. बुधवार को मुंबई के हॉस्पिटल में उन्होंने अपनी आखिरी सांसें लीं. वह पिछले एक साल से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे. इरफान खान 53 साल के थे. इस तरह अचानक इरफान के निधन से पूरा बॉलीवुड सदमे में है या ये कह लें कि पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर छाई गई है. अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, अजय देवगन, करण जौहर, सनी देओल, मल्लिका शेरावत, अरमान मलिक, लता मंगेशकर और तमन्ना भाटिया सहित तमाम बॉलीवुड सितारों ने इरफान के निधन पर दुख जताया है.


सबसे पहले फिल्म डायरेक्टर शूजित सरकार ने एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी. शूजित ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'मेरे प्रिय मित्र इरफान. आप लड़े और लड़े और लड़े. मुझे आप पर हमेशा गर्व रहेगा.. हम फिर से मिलेंगे.. सुतापा और बाबिल के प्रति संवेदना.. आपने भी लड़ाई लड़ी, सुतापा आपने इस लड़ाई में हर संभव मदद की. शांति और ओम शांति. इरफान खान को सलाम


















अभिनेता सनी देओल (Sunny Deol) ने ट्वीट कर कहा, 'इरफान खान के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. उनके काम को हमेशा याद रखा जाए और उनकी आत्मा को शांति मिले.'









Sunny Deol
 

@iamsunnydeol



 




 

Very sad to hear about Irrfan Khan .
May his work always be remembered and his soul rest in peace 🙏🏽







 


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मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) ने ट्विट कर इरफान खान को याद किया, कहा, 'R.I.P इरफान खान एक अभिनेता के रूप में उत्कृष्ट हैं. हमारी फिल्म Hisss में बारीकी से काम किया. हिंदी फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति. पूरे परिवार के लिए प्रार्थना और संवेदना # इरफानखान.'


 








Mallika Sherawat
 

@mallikasherawat



 




 

R.I.P Irfan Khan an actor par excellence. Worked v closely on our film Hisss wt him. A great loss for Hindi Film Industry. Prayers & condolences to the entire family 🙏






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सिंगर अरमान मलिक (Armaan Malik) ने ट्वीट कर कहा, 'विश्वास नहीं हो सकता कि क्या हुआ है. अभी भी सदमे में हूं, मेरे लिए ईमानदारी से इरफान सर, आप हमारे देश में अभिनय के लिए बेंचमार्क थे. इसलिए इस खबर को सुनने के लिए दिल टूट गया. तुम्हारी आत्मा को शान्ति मिले.'






 












ARMAAN MALIK
 

@ArmaanMalik22



 




 

Can’t believe what’s happened. Still in shock. Honestly for me Irfan sir you were the benchmark for acting in our country.. so heartbreaking to hear this piece of news. May your soul rest in peace .. 🙏🏻







 


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अक्षय कुमार ने लिखा है, ''ऐसी भयानक खबर ... हमारे समय के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में से एक इरफान खान के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. ईश्वर उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करे.'' 









Akshay Kumar
 

@akshaykumar



 




 

Such terrible news...saddened to hear about the demise of , one of the finest actors of our time. May God give strength to his family in this difficult time 🙏🏻







 


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लता मंगेशकर ने भी जताया दुख, 'बहु गुणी अभिनेता इरफान खान जी के निधन की खबर सुनकर  बहूत दुःख हुआ. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पन करती हूं.'


 








Lata Mangeshkar
 

@mangeshkarlata



 




 

Bahut guni abhineta Irrfan Khan ji ke nidhan ki khabar sunkar mujhe bahut dukh hua. Main unko vinamra shraddhanjali arpan karti hun.







 


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महानायक अमिताभ बच्चन ने लिखा है, ''इरफान खान के निधन की खबर मिल रही है .. यह सबसे परेशान करने वाली और दुखद खबर है ..एक अविश्वसनीय प्रतिभा .. एक महान सहयोगी .. सिनेमा की दुनिया के लिए एक शानदार योगदानकर्ता .. हमें बहुत जल्द छोड़ दिया .. एक विशाल ..




प्रार्थना और दुआ''









Amitabh Bachchan
 

@SrBachchan



 




 

T 3516 - .. just getting news of the passing of Irfaan Khan .. this is a most disturbing and sad news .. 🙏
An incredible talent .. a gracious colleague .. a prolific contributor to the World of Cinema .. left us too soon .. creating a huge vacuum ..
Prayers and duas 🙏







 


अजय देवगन ने कहा है, ''इरफान के असामयिक निधन के बारे में सुनकर दिल टूट गया. यह भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है. अपनी पत्नी और बेटों के प्रति गहरी संवेदना. RIP इरफान.''











Ajay Devgn
 

@ajaydevgn



 




 

Heartbroken to hear about Irrfan’s untimely demise. It’s an irreparable loss for Indian cinema. Deepest condolences to his wife & sons. RIP Irrfan.







 



करण जौहर ने लिखा है, ''उन अमिट फिल्म यादों के लिए धन्यवाद .... एक कलाकार के रूप में सिनेमा को बढ़ाने के लिए धन्यवाद ... हमारे सिनेमा को समृद्ध करने के लिए धन्यवाद .... हम आपको बहुत इरफान को याद करेंगे लेकिन हमेशा आपकी उपस्थिति के लिए हमेशा आभारी रहेंगे हमारा जीवन ..... हमारा सिनेमा .... हम आपको सलाम करते हैं'' 





 








Karan Johar
 

@karanjohar



 




 

Thank you for those indelible movie memories....thank you for raising the bar as an artist ...thank you for enriching our Cinema....we will miss you terribly Irrfan but will always always be immensely grateful for your presence in our lives.....our cinema....we salute







एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया (Tamannaah Bhatia) ने ट्वीट कर कहा, 'जब हमने सोचा कि 2020 कोई बुरा नहीं हो सकता है, यह हो गया. गंभीर खबर सुनकर दिल टूट गया और चौंक गया.  #IrrfanKhan नहीं रहे. उनकी आत्मा को शांति मिले.'












Tamannaah Bhatia
 

@tamannaahspeaks



 




 

Just when we thought 2020 couldn’t get any worse, it does. Heartbroken and shocked to hear the grave news.
Gone too soon .
May his soul rest in peace.







इरफान बीते लंबे समय से अपना कैंसर का इलाज करा रहे थे. लेकिन बाद में वह एक्टिंग की दुनिया में वापस आए और अपनी अंतिम फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' की शूटिंग की. फिल्म बीते महीने ही रिलीज हुई 





















 

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मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

कोरोना काल में कैसे बनाए रखें अपनी रोमांटिक लाइफ़

अभी तक हम सभी अपनी-अपनी ज़िंदगी में इतने वयस्त थे कि हमारे पास किसी के लिए समय ही नहीं था.


घर में रहने वाले बूढ़े मां-बाप शिकायत ही करते रह जाते थे कि बच्चे उन्हें समय नहीं देते. कोरोना के इस संकट काल में आप उनकी ये शिकायत दूर कर सकते हैं.


लेकिन, घर में हर समय सभी सदस्यों की मौजूदगी हम सभी का प्राइवेट स्पेस ख़त्म कर रही है. इसका सीधा असर लोगों की रोमांटिक लाइफ़ पर पड़ रहा है. बहुत से लोग मौज-मस्ती और प्यार के कुछ पल साथ बिताने के लिए बाहर जाया करते थे. पार्टी करते थे. ऐसे लोगों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. अब संकट के इस काल में रिश्तों की रूमानियत कैसे बरक़रार रखी जाए?


अगर आप अपने पार्टनर से दूर आइसोलेशन में हैं, तो ज़ाहिर है उनकी कमी बेइंतहा खल रही होगी.


'स्किन हंगर'


भले ही तकनीक की मदद से आप स्काइप, या वीडियो कॉल से ढेरों बातें कर लें. एक दूसरे से दिल की बात कह लें. फिर भी एक दूसरे का हाथ थाम कर बात करने का जो लुत्फ़ है वो नहीं मिल पाता. दिल और दिमाग़ को सुकून देने वाली एक दूसरे के वजूद की ख़ुशबू कहीं गुम रहती है.


रिसर्चर इसे 'स्किन हंगर' कहते हैं. यानी एक दूसरे के वजूद की गर्मी महसूस करने की ललक.


आइसोलेशन के इस दौर में तकनीक की मदद से इस 'हंगर' को दूर किया जा सकता है. इंटरनेट की दुनिया में ऐसी कई डिवाइस मौजूद हैं जो इस कमी को पूरा कर सकती हैं.


अगर आप अपने किसी अज़ीज़ से दूर हैं तो उसकी भेजी गई चीज़ उस कमी को पूरा कर सकती है. जैसा कि ख़तों-किताबों के दौर में होता था.


लोग बड़े प्यार से अपने जज़्बात शब्दों में पिरो कर एक काग़ज़ पर उतार देते थे. ख़त पढ़ने वाले उन शब्दों में ख़त भेजने वाले की मौजूदगी महसूस कर लिया करते थे. काग़ज़ के उस डुकड़े को सीने से लगा लेते थे. क्योंकि काग़ज़ का यही टुकड़ा तो उनके अपनों के हाथों में था. हो सकता है लिखने वाले ने चूम कर लिफ़ाफ़ा बंद किया हो. वो एहसास ख़त पढ़कर हो ही जाता है.



जानकार कहते हैं कि अकेले रहना कोई बुरी चीज़ नहीं है. रिश्तों की तंदुरुस्ती और उसमें मिठास बनाए रखने के लिए कभी-कभी एक दूसरे से दूर रहना ज़रुरी है.


संकट के इस दौर में सब कुछ बहुत उलझा हुआ है. एक ही जगह रहते हुए काम और रिश्ते निभाना मुश्किल होता है. पता ही नहीं चलता कब ऑफ़िस की ज़िम्मेदारी पूरी हुई और कब रिश्ते निभाने का काम शुरु हुआ.


ऐसे में मौजूदा दौर में रिश्तों के लिए समय मिल भी पा रहा है या नहीं. ये भी कहना मुश्किल है.


एक-दूसरे की कमी का एहसास


जानकारों के मुताबिक़ एक दूसरे से दूर रहकर एक दूसरे की कमी महसूस करना इस बात की दलील है कि आपका रिश्ता कितना मज़बूत है. कुछ समय अलग रहने के बाद जब आप फिर से मिलते हैं तो अलग ही ताज़गी का एहसास होता है. नए जोश और उत्साह के साथ एक दूसरे से मिलते हैं. एक दूसरे की छोटी-छोटी ग़लतियां या कमियां नज़र अंदाज़ कर देते हैं.


वहीं हमेशा एक साथ रहने पर अक्सर हम एक दूसरे से चिड़चिड़ाने लगते हैं. हमें लगने लगता है कि हमारा पर्सनल स्पेस ख़त्म हो रहा है. जो लोग कभी एक दूसरे से दूर नहीं होते उन्हें ये एहसास भी नहीं होता कि वो एक दूसरे के लिए कितने अहम हैं.



एक दूसरे से अलग रहना ही चुनौतीपूर्ण नहीं है बल्कि अकेले रहने के बाद फिर से मिलना भी कम चुनौतीपूर्ण नहीं है. इसकी बेहतरीन मिसाल उन लोगों की ज़िंदगी में देखने को मिलती है जो रिटायर होने के बाद सारा समय परिवार के साथ घर में रहते हैं.


जब तक हम काम करते हैं उस वक़्त तक पूरी आज़ादी और मर्ज़ी से ज़िंदगी गुज़ारते हैं.


ऑफ़िस में बिताए समय में किसी की दख़लअंदाज़ी नहीं होती. लेकिन रिटायर होने के बाद जब हर वक़्त घर में ही रहते हैं तो ना सिर्फ़ समय बिताना मुश्किल होता है बल्कि परिवार के साथ सौहार्दपूण संबंध बनाना भी मुश्किल हो जाता है.


क्वारंटीन का असर


हां, अगर थोड़ी समझदारी से काम लिया जाए तो ये मुश्किल भी हल हो सकती है.


क्वारंटीन का समय किसी के लिए भी आसान नहीं हो सकता. हमारी मानसिक स्थिति पर इसका क्या असर पड़ता है इस पर रिसर्च की जा रही है.


रिसर्च में पाया गया है कि क्वारंटीन के समय बोरियत, झुंझलाहट और ग़ुस्सा बढ़ जाता है. और ये असर काफ़ी लंबे समय तक हम पर हावी रहता है.



रोमेंटिक रिलेशनशिप वालों पर इसका और भी गहरा असर पड़ता है. उनका एक दूसरे से दूर रहना तो और भी मुश्किल है.


जिन लोगों का पारिवारिक जीवन पहले से ही ख़राब है उनके लिए भी ये समय भरपूर तनाव पैदा करने वाला है.


घर में होने वाली गाली-गलौज बच्चों पर बुरा असर डालती है. यहां तक कि अगर पीड़ित किसी को फ़ोन करके अपने दिल की बात कहना चाहे तो वो भी मुश्किल है.


ऐसे बहुत से लोग हैं जो घरों में रह रहे हैं. उनके पास रोज़गार नहीं है. रोज़ी-रोटी की चिंता उन्हें चिड़चिड़ा बना रही है.


ख़ास तौर से अमेरिका में तो हालात और भी ख़राब हैं. अगर दोनों ही पार्टनर की नौकरी चली जाए, और दोनों को एक ही घर में एक साथ हर समय रहना पड़े तो घरेलू हिंसा की संभावना सौ फ़ीसद बढ़ जाती है.



जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन के दिनों में बहुत से देशों में घरेलू हिंसा के मामले काफ़ी बढ़ गए हैं.


ब्रिटेन में ऐसे मामलों की संख्या में पांच गुना इज़ाफ़ा हुआ है तो फ्रांस में तीन गुना. कुछ ऐसी ही रिपोर्ट अमेरिका और चीन से भी सामने आ रही है. वहीं कुछ जानकारों का ये भी कहना है कि तलाक़ के मामलों में सलाह या मदद की गुज़ारिशों में कमी दर्ज की गई है.


फ़्रांस, इटली और स्पेन जैसे देशों में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए अलग से क़दम उठा रही हैं. उन्हें होटल में कमरे किराय पर दिए जा रहे हैं जहां वो सुकून से रह सकें.


ब्रिटेन में भी ऐसी महिलाओं को लॉकडाउन के दौरान मदद के लिए बाहर आने को कह दिया गया है.



लॉकडाउन और आइसोलेशन के बाद सामान्य जीवन शुरु करना भी हम सभी के लिए आसान नहीं होगा. इसीलिए लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हटने के बाद हम कैसे अपना जीवन आगे बढ़ाएंगे उसके लिए हम अभी से ख़ुद को तैयार कर लें.


जहां तक हो सके झगड़ों को अपने जीवन से दूर ही रखें. कोशिश यही करें कि एक दूसरे के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय हंसी-खुशी बिताएं.


आइसोलेशन हमें सिखा रहा है कि ना तो हमेशा एक दूसरे के नज़दीक रहना अच्छा है, ना ही हमेशा दूर रहना - दोनों के फ़ायदे और नुक़सान हैं.


लेकिन रिश्ते मज़बूत रखने के लिए उनमें थोड़ी दूरी बनी रहे तो बेहतर है.


अभी मुश्किल वक़्त है. उम्मीद है कि ये जल्द ही गुज़र जाएगा. फिर एक नए दिन की तरह हम सभी के रिश्तों और ज़िंदगी की एक नई शुरुआत होगी.


लॉकडाउन के बाद बदलेंगे खरीदारी के तरीके, हो सकते हैं ये बदलाव !

नयी दिल्ली। लॉकडाउन के चलते कोरोना वायरस पर काबू तो पाया गया मगर अर्थव्यवस्था में ठहराव सा आ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में देश को मंदी का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महीनों से बंद शटर को खोलने के लिए गृह मंत्रालय ने नई एडवाइजरी जारी की थी। जिसमें मुहल्ले की कुछ दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई। लेकिन मॉल, नाई और शराब की दुकानों को नहीं खोलने की बात कही। यानी की पहले की तरह ये दुकानें बंद रहेंगी।


इसी बीच अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसके मुताबिक, लॉकडाउन के बाद खरीदारी का तरीका भी बदल सकता है। बता दें कि लॉकडाउन के चलते अभी मॉल वगैरह बंद हैं लेकिन जिन दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई हैं उन दुकानों को सामाजिक दूरी का खासा ख्याल रखना पड़ेगा। क्योंकि अभी तक कोरोना का कोई भी सटीक इलाज सामने नहीं आया है। 


बदलेंगे खरीदारी के अनुभव


इन दिनों मॉल और बड़े-बड़े ऑउटलेट रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं कि लॉकडाउन खुलने के बाद व्यापार कैसे करना है। क्योंकि लॉकडाउन के बाद बंद पड़े हुए मॉल और बड़े-बड़े ऑउटलेट में भीड़ लगना स्वभाविक है ऐसे में ये लोग कैसे अपने ग्राहकों को मैनेज करेंगे। फिलहाल इस पर अभी रणनीति बनाई जा रही है।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर ब्लैकबेरी अपने ऑउटलेट से ट्रायल रूम को हटा सकता है। जिसका मतलब है कि ग्राहक अब कपड़ों को पहनकर नहीं देख सकेंगे। इसके अतिरिक्त मॉल के भीतर की दुकानों का भी पूरा नक्शा बदला सकता है। 


 


इसी तरह से डीएलएफ मॉल में भी कई तरह के बदलाव देखे जा सकेंगे। बताया जा रहा है कि कंपनी अपने शॉपिंग सेंटर में आइसोलेशन रूम बना रही है।


जबकि आभूषण और घड़ी निर्माता कम्पनी टाइटन अपने ग्राहकों के बीच में छह फिट की दूरी सुनिश्चित करेगी। इसके लिए तनिष्क स्टोर के काउंटर में मौजूद चार कुर्सियों को हटाकर वहां पर एक कुर्सी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही साथ ग्राहकों के लिए जगह को चिन्हित किया जाएगा ताकि सामाजिक दूरी का पालन किया जा सकें। 


 


फीनिक्स मॉल 1,000 वर्ग फुट के इलाके में सिर्फ चार दुकानों की अनुमति देने पर विचार कर रही है। इतना ही नहीं डेनिम की दिग्गज कंपनी लेवी (Levi's) कुछ वक्त के लिए ग्राहकों को मिलने वाली रिटर्न और एक्सचेंज की सुविधा को टाल देगी। इसके साथ ही लेवी एक सेक्शन में एक या दो व्यक्तियों को ही जाने की इजाजत देगी।


 


आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल के सीईओ विशाख कुमार का कहना है कि खरीदारी के तौर-तरीकों पर सामाजिक दूरी का काफी प्रभाव पड़ेगा।


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सनातन पंचांग


📜 दैनिक हिन्दू पञ्चाङ्ग 📜


🕉️ 28 - अप्रैल - 2020 दिन मंगलवार
🕉️ कानपुर, उत्तर प्रदेश


🕉️  पञ्चाङ्ग
🔅 तिथि ➖ पंचमी 15:09 तक ततपश्चात षष्ठी
🔅 नक्षत्र ➖ आर्द्रा 25:33 तक ततपश्चात पुनर्वसु
🔅 करण ➖ बालव 15:09 तक
                    कौलव अगले दिन 27:16 तक
🔅 पक्ष ➖ शुक्ल
🔅 योग ➖ सुकर्मा 22:56 तक ततपश्चात धृति


🕉️ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय ➖ 05:43 पर
🔅 चन्द्रोदय ➖ 09:23 पर
🔅 चन्द्र राशि ➖ मिथुन
🔅 सूर्यास्त ➖ 18:55 पर
🔅 चन्द्रास्त ➖ 23:45 पर
🔅 ऋतु ➖ ग्रीष्म


🕉️ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत ➖ 1942 (शार्वरी)
🔅 कलि सम्वत ➖ 5122
🔅 दिन काल ➖ 13घंटे 12मिनट
🔅 विक्रम सम्वत ➖ 2077
🔅 मास अमांत ➖ वैशाख
🔅 मास पूर्णिमांत ➖ वैशाख


🕉️ व्रत एवं त्योहार
🔅 शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयन्ती, स्कन्द षष्ठी, रामानुज जयन्ती


🕉️ शुभ समय
🔅 अभिजित ➖ 11:52 से 12:45 तक


🕉️ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त ➖ 08:21 से 09:14 तक
🔅 कंटक ➖ 06:35 से 07:28 तक
🔅 यमघण्ट ➖ 10:07 से 10:59 तक
🔅 राहु काल ➖ 15:37 से 17:16 तक
🔅 कुलिक ➖ 13:37:57 - 14:30:46
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम ➖ 08:21 से 09:14 तक
🔅 यमगण्ड ➖ 09:01 से 10:40 तक
🔅 गुलिक काल ➖ 12:19 से 13:58 तक


🕉️ दिशा शूल
🔅 उत्तर


🏚️ घर पर रहें सुरक्षित रहें 🏚️


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सनातन पंचांग


📜 दैनिक हिन्दू पञ्चाङ्ग 📜


🕉️ 29 - अप्रैल - 2020 दिन बुधवार
🕉️ कानपुर, उत्तर प्रदेश
 
🕉️  पञ्चाङ्ग
🔅 तिथि ➖ षष्ठी 15:14 तक ततपश्चात सप्तमी
🔅 नक्षत्र ➖ पुनर्वसु अगले दिन 02:02 तक
🔅 करण ➖ तैतिल 15:14 तक
                    गर अगले दिन 03:02 तक
🔅 पक्ष ➖ शुक्ल
🔅 योग ➖ धृति 21:47 तक ततपश्चात शूल


🕉️ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय ➖ 05:42 पर
🔅 चन्द्रोदय ➖ 10:18 पर
🔅 चन्द्र राशि ➖ मिथुन 19:58 तक ततपश्चात कर्क
🔅 सूर्यास्त ➖ 18:55 पर
🔅 चन्द्रास्त ➖ अगले दिन 00:38 पर
🔅 ऋतु ➖ ग्रीष्म


🕉️ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत ➖ 1942 (शार्वरी)
🔅 कलि सम्वत ➖ 5122
🔅 दिन काल ➖ 13घंटे 14 मिनट
🔅 विक्रम सम्वत ➖ 2077
🔅 मास अमांत ➖ वैशाख
🔅 मास पूर्णिमांत ➖ वैशाख


🕉️ व्रत एवं त्योहार
🔅 कोई नहीं


🕉️ शुभ समय
🔅 अभिजित ➖ कोई नहीं


🕉️ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त ➖ 11:52 से 12:45 तक
🔅 कंटक ➖ 17:10 से 18:03 तक
🔅 यमघण्ट ➖ 08:20 से 09:13 तक
🔅 राहु काल ➖ 12:19 से 13:58 तक
🔅 कुलिक ➖ 11:52 से 12:45 तक
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम ➖ 06:35 से 07:28 तक
🔅 यमगण्ड ➖ 07:21 से 09:00 तक
🔅 गुलिक काल ➖ 10:39 से 12:19 तक


🕉️ दिशा शूल
🔅 उत्तर


🏚️ घर पर रहें सुरक्षित रहें 🏚️


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कानपुर के कल्याणपुर में सरकारी निर्देशो के पालन के साथ चल रही जनता रसोई , गरीबो के लिए दमखम से जुटे है इलाके के समाजसेवी।


प्रदेश भर में चल रहा है लॉक डाउन के चलते जहां जगह-जगह गरीब बेसहारा लोगों के लिए जनता किचन का संचालन किया जा रहा है । वहीं कानपुर के कल्याणपुर स्थित शिव कृपा गेस्ट हाउस में चल रही जनता किचन में रोजाना करीब 15 सौ से अधिक गरीब बेसहारा लोगों को अलग-अलग किस्म का खाना वितरण किया जा रहा है । जनता किचन के संचालक अनूप बाजपेई ने बताया कि हमारे यहां रोजाना सुबह-शाम गरीबों को खाना बांटने का काम चल रहा है । वही जरूरतमंदों को कच्चा राशन भी मुहैया कराया जा रहा है।  यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मैं क्षेत्र  के लोगों से विनती करता हूं कि मेरी इस सेवा को राजनीतिक रूप न देते हुए समाजसेवा से जुड़े कार्यों में देखा जाए । इसी के साथ जनता किचन में  सहयोग कर रहे कल्याणपुर आवास विकास 3 के  रहने वाले सुनीत द्विवेदी ने बताया कि गरीब बेसहारा लोगों  को खाना वितरण करना अपने आप में एक बहुत सराहनीय कार्य है और सिर्फ हम ही नहीं इलाके के सभी सक्षम लोगों से मैं विनती करता हूं कि इस नेक कार्य में आगे आकर अपना सहियोग करें। और कोरोना से चल रही इस बड़ी जंग में जीत का परचम लहराएं।



वही आप ऊपर दिख रही तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि जनता किचन में खाना ले रहे गरीब लोगों के बीच किस तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन  कराते हुए खाना बांटा जा रहा है । फिलहाल क्षेत्र में चल रही सभी जनता किचन की सराहना करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने भी भरोसा दिलाया है कि हमारे शहर में कोई भी  गरीब भूखा नहीं रहेगा । क्षेत्रीय  लोगों के सहयोग से चल रही जनता किचन में जहां तो खाने की गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जा रहा है वही खाना बना रहे और बांट रहे लोगों को भी सुरक्षा संबंधी जानकारी रोजाना दी जा रही है ।किचन के मुख्य संचालक अनूप बाजपाई ने यह भी कहा कि हमारे द्वारा किए जा रहे इस नेक कार्य में सभी लोगों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है और मैं अपने क्षेत्र की जनता का शुक्रगुजार हूं की ऐसे वक्त में सभी लोग गरीब बेसहारा लोगों के लिए एक उम्मीद बनकर सामने उभरकर आए हैं।


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कानपुर के कल्याणपुर में कोरोना से बचने के नाम पर बल्ली लगा दुकानों में खुलेआम बेचा जा रहा सिगरेट गुटका।

कानपुर । कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान अपना क्षेत्र स्वयं सील करने की प्रथा शहर में कई जगह देखी जा रही है  । परन्तु कानपुर के कल्याणपुर आवास विकास तीन क्षेत्र में चार नंबर ट्यूबवेल वाली गली में  क्षेत्रीय जनता ने बल्ली लगाकर अपनी गली को सील कर लिया । गली को सील करने वाले ठेकेदार लोगों ने गली में किसी के भी प्रवेश पर पाबंदी लगा दी जिससे वह अंदर ही अंदर बिना किसी की नज़र में आए अपनी मन मानी कर सकें । 



कोरोनावायरस से बचाव को देखते हुए क्षेत्रीय जनता ने गली के ठेकेदारों की इस पहल को खूब सराहा । लेकिन हद तो तब हो गई जब गली को सील करके ठेकेदारों ने अपने इशारों पर दुकानें खुलवा कर महंगे दामों में राशन ही नही बल्कि पूरी तरह से बाधित  सिगरेट और गुटखा बिकवाया । स्थानीय निवासियों ने बताया की पहले तो गली सील करवाई , फिर  बाहरसे आने जाने वाले लोगो के  निकलने पर पाबंदी लगा दी गयी । अब गली में मनमाने दाम पर सामान बेचाज रहा है। ठेकेदार लोग अपने खास सब्जी वालों को ही अंदर आने देते हैं । वह बाजार में चल रहे दामो से ऊपर कीमत पर सब्जी बेचते हैं । गली में खुलेआम गुटखा और सिगरेट बिक रहा है । स्थानीय निवासी साहिल ने बताया की वह अभी 90 रुपए वाली सिगरेट की डिब्बी 200 रुपए में खरीद कर लाया है । आपको बता दें कि  यह गली आवास विकास तीन चौकी से महज 150 मीटर की दूरी पर है । अब सवाल यह उठता है की  चौकी के पास में इस तरह की हरकत की जानकारी पुलिस को नहीं है या पुलिस जानबूझकर अनजान बनी हुई है । शहर में शासन प्रशासन द्वारा की जा रही सख्ती के बावजूद स्थानीय लोग मनाने को तैयार नही है।



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जरूरतमंद परिवारों को होम्योपैथिक डा.अनुराग श्रीवास्तव ने 51 परिवारों को दिया सहारा।

.उतर प्रदेश के फतेहपुर जनपद शहर के होमियोपैथिक चिकित्सक यूथ आइकॉन डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने  चौधराना मोहल्ला के  कार्यरत  26 सफाईकर्मियों को पनी प्राथमिक विद्यालय के परिसर में माल्यार्पण कर उन्हें सम्मानित किया व उनके द्वारा की जा रही सेवाओं हेतु आभार व्यक्त किया व सभी को राशन सामग्री व सब्जियां भी वितरित की गई।इसी प्रकार   चतुरी के पुरवा मोहल्ले के 15 व  शांतिनगर,जोशियाना,मुराइन टोला के 10 अति जरूरतमंद परिवारों कुल 51 परिवारों को राशन सामग्री(आटा, दाल, तेल,हल्दी,धनिया,नमक,बिस्कुट, ब्रेड,आलू,प्याज इत्यादि)का वितरण किया गया।इस अवसर पर प्रमुख सहयोगी .गार्गी शर्मा, चंद्ररानी सिंह, अभिनव श्रीवास्तव, कायस्थ मंच ट्रस्ट के युवा उपाध्यक्ष दिलीप श्रीवास्तव, युवा महामंत्री रंजीत बहादुर,भोजन जन सेवा समिति के कुमार शेखर,आचार्य रामनायरण,सरोज श्रीवास्तव, मनोज कुमार श्रीवास्तव, राजू भाई नगरपालिका व सफाई नायक गजम्फर,जीतू जोशी आदि लोग उपस्थित रहे।



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शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूबे की अर्थव्यवस्था को फिर से संगठित कर पटरी पर लाने के उपाय शुरू कर दिये गये हैं।

कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सूबे की अर्थव्यवस्था को फिर से संगठित कर पटरी पर लाने के उपाय शुरू कर दिये गये हैं। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि इस कवायद में महामारी से बचाव की तमाम हिदायतों का पालन सुनिश्चित कराया जायेगा।

चौहान ने "पीटीआई-भाषा" को ई-मेल के जरिये दिये साक्षात्कार में कहा, "हमने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को फिर से संगठित करने और कोरोना संकट के समाप्त होने पर राज्य को वित्तीय गति प्रदान करने के उपायों के लिये राज्यस्तरीय समिति का गठन किया है।"

मुख्यमंत्री ने बताया, "हम कोरोना वायरस के बारे में केंद्रीय दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जल्द ही विनिर्माण उद्योगों को उत्पादन बहाल करने की अनुमति देने की योजना बना रहे हैं।"

चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ग्रीन जोन (कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त क्षेत्र) और राज्य के छोटे शहरों में कुछ श्रेणियों में आर्थिक गतिविधियों की मंजूरी दी है। लेकिन महामारी के प्रकोप से सुरक्षित क्षेत्रों में चलने वाली इकाइयों में उन मजदूरों या अन्य कर्मचारियों को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती जो फिलहाल किसी संक्रमित इलाके में रह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश सरकार की मंजूरी वाले उद्यमों में संक्रमण से बचाव के सभी उपायों, जैसे मास्क, सैनिटाइजर आदि का उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिये और जहां तक संभव हो सके, श्रमिकों के लिये कार्य स्थल पर ही रहने की व्यवस्था की जानी चाहिये।

चौहान ने कहा कि हालांकि इंदौर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सूबे के सर्वाधिक संवेदनशील जिले के रूप में सामने आया है। लेकिन इस महामारी के प्रकोप को देखते हुए इस प्रमुख औद्योगिक केंद्र के आस-पास कुछ फार्मा इकाइयों को मंजूरी दी गयी है ताकि जरूरी दवाओं का उत्पादन जारी रह सके।

सरकारी अधिकारियों का अनुमान है कि राज्य को कोरोना संकट के चलते 2,000 करोड़ रुपये से 3,000 हजार करोड़ रुपये के मासिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

इंदौर के पड़ोस के धार जिले का पीथमपुर, सूबे के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में शामिल है। पीथमपुर औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष गौतम कोठारी ने बताया कि इस क्षेत्र की करीब 850 छोटी-बड़ी इकाइयों में से फार्मा, पैकेजिंग और खाद्य प्रसंस्करण के कुछेक संयंत्रों को छोड़कर अन्य कल-कारखाने लॉकडाउन के चलते बंद पड़े हैं।

बहरहाल, प्रदेश सरकार पीथमपुर में धीरे-धीरे औद्योगिक हलचल दोबारा शुरू करने की कोशिश कर रही है। मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) की इंदौर इकाई के प्रमुख कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि पीथमपुर की करीब 300 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन बहाल करने की अनुमति दी गयी है। लेकिन आवश्यक रख-रखाव और मानव संसाधन की व्यवस्था के मद्देनजर इनमें से अधिकांश इकाइयों को फिर से काम-काज शुरू करने में कुछ दिन लग सकते हैं।

पुरुषोत्तम ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे इंदौर जिले में अब तक चरणबद्ध तरीके से फार्मा संयंत्रों, आटा मिलों, दाल मिलों और वेयरहाउसों समेत 300 से ज्यादा इकाइयों को पहले ही अनुमति दी जा चुकी है।


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