मंगलवार, 17 मार्च 2020

सरकार जल्द ही मास्क व सेनीटाइजर की अधिकतम कीमत तय कर देगी

नई दिल्ली में मंगलवार को मास्क व सेनीेटाइजर की कीमत पर नियंत्रण के लिए कई मंत्रालयों के अधिकारियों के बीच बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य, वाणिज्य एवं उद्योग, टेक्सटाइल मंत्रालयों के साथ एनपीपीए के अधिकारी शामिल हुए। मास्क व सनीटाइजर बनाने वाले उद्यमियों के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।


    बैठक में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक मनमानी कीमत को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। मास्क एवं सेनीटाइजर की मनमानी कीमत पर रोक के लिए इन दोनों वस्तुओं को ड्रग्स का दर्जा दिया जा सकता है। ड्रग्स का दर्जा मिलते ही इसकी कीमत नेशनल फार्मास्यूटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) द्वारा तय होगी और उस कीमत से अधिक दाम पर इसे बाजार में नहीं बेचा जा सकेगा। 


     कोरोना फैलने से पहले तक हमारे देश में 10 लाख मास्क बनते थे। लेकिन भारत में कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी को देखते हुए मास्क की मांग करोड़ में पहुंचने का अनुमान है।


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