मंगलवार, 17 मार्च 2020

सपा एमएलसी द्वारा किए गए हत्याकांड में पुलिस भी सवालो के घेरे में : औरैया

उत्तर प्रदेश के औरया जनपद के नारायणपुर मोहल्ले में बीते रविवार को वकील मंजुल चौबे और उनकी चचेरी बहन की हत्या मामले में सोशल मीडिया पर  वैसे तो कई विडियो वायरल हुए परन्तु एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है | इस वीडियो में सपा एमएलसी कमलेश पाठक  के भाई और पूर्व ब्लॉक प्रमुख संतोष पाठक फायरिंग करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में कमलेश पाठक अपने गनर की कार्बाइन लिए नजर आ रहे हैं | अब पुलिस इस वीडियो को साक्ष्य के तौर पर पेश करने की तैयारी कर रही है |


वीडियो में फायरिंग करता दिख रहा संतोष पाठक 


28 सेकेंड के इस वीडियो में कमलेश पाठक के भाई संतोष फायरिंग करते नजर आ रहे हैं | वीडियो में दिख रहा है कि एक गोली सुधा को लगती है और वह गिर पड़ती है. गोली लगने के बाद मौके पर भगदड़ मच जाती है. इससे आगे का वीडियो नहीं है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो वहां मौजूद किसी शख्स द्वारा बनाया गया है |



पुलिस की भूमिका भी सवालो के घेरे में 


बताते चले की रविवार को हुए इस पूरे मामले में क्षेत्रिय लोगो के आधार पर पुलिस की भूमिका संधिग्ध मानी जा रही है | बताया जा रहा है कि मौके पर औरैया कोतवाल सहित करीब 30 पुलिस वाले अपने असलहो के साथ मौजूद थे | उसके बावजूद भी इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया गया |


लोगो के मन में उठते सवाल,कौन देगा जवाव ?


•जब हांथापाई और विवाद का बीच बचाव करने पहुची पुलिस तो क्यों हत्यारोपियों के असलहे जमा नही कराये गए ?
•चंद लोगो के बीच हो रहे विवाद में पर्याप्त पुलिस बल मौजूद होने के बावजूद क्यों औरैया कोतवाल सहित सभी पुलिस कर्मी मूक दर्शक बने खड़े रहे ?
•पहली हत्या होने के बाद क्यों पुलिस ने तत्परता ना दिखाते हुए गोली चला रहे सभी लोगो को हिरासत में नहीं लिया ?
•मौका ‘ए’ वारदात पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियो की माने तो क्या वंहा मौजूद पुलिसकर्मी दूसरी हत्या होने का इंतजार कर रहे थे ?
•पुलिस एफआईआर के अनुसार नामजद सभी आरोपी मौकाये वारदात पर मौजूद थे तो पुलिस की मौजूदगी में कुछ आरोपी फरार कैसे हो गये ?
•गोली लगने के बाद वकील मंजुल चौबे को पुलिस अपने बज्रवाहन में डालकर अस्पताल ले जाने की वजह 40से50 मिनट कंहा घुमती रही|कौन देगा जवाब ?           
    
वायरल वीडियो ने करायी अपराधियों की पहचान , गनर निलंबित 


मामले में एसपी औरैया सुनीति ने बताया कि वायरल वीडियो में एमएलसी के गनर की भूमिका भी नजर आ रही है. गनर अवनीश प्रताप सिंह का असलहा कब्जे में ले लिया गया है और उसे निलंबित कर दिया गया है. साथ ही वीडियो में नजर आ रहे लोगों की पहचान भी कर ली गई है और गिरफ़्तारी भी हुई है | उन्होंने बताया कि इस वीडियो को साक्ष्य के तौर पर विवेचना में शामिल कराया जा रहा है |


सात को भेजा गया जेल


पुलिस अधीक्षक औरैया के मुताबिक, इस मामले में एमएलसी कमलेश पाठक, उनके दो भाइयों और गनर समेत सात लोगों को जेल भेजा गया है | सोमवार को सभी को कोर्ट में पेश किया गया था | जिसके बाद सभी को न्यायिक अभिरक्षा में इटावा जेल भेज दिया गया, बता दें कि मंदिर के विवाद में रविवार को हुई हिंसा में वकील मंजू चौबे और उनकी बहन सुधा चौबे की हत्या कर दी गई थी |



 



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