मध्य प्रदेश के बागी कांग्रेस विधायक बोले- कमलनाथ सरकार डायलिसिस पर, भाजपा ज्वाइन करने पर अभी फैसला नहीं लिया
कांग्रेस के बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने के पहले मंगलवार को बेंगलुरू में अचानक मीडिया के सामने आकर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाए। पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सरकार अब डायलिसिस पर चल रही है। इमरती देवी बोलीं कि अकेले छिंदवाड़ा में 13 हजार करोड़ के काम करा लिए गए। हमारी विधानसभा में एक रुपया खर्च नहीं हुआ। तबादला उद्योग बना दिया गया। हालांकि, विधायकों ने भाजपा ज्वाइन करने पर इनकार कर दिया है। बेंगलुरू के रमाडा रिजॉर्ट में कांग्रेस के बागी विधायकों को ठहराया गया है। ये सिंधिया गुट के हैं।
इमरती देवी
मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा में 13 हजार करोड़ के काम मंजूर कर दिए। कई विधायकों के क्षेत्र में एक रुपए के काम नहीं कराए। उन्हें मंत्री-एमएलए से मिलने का समय नहीं है। महाराज कहेंगे तो कुएं में भी कूद जाऊंगी।
गोविंद सिंह राजपूत
हमें किसी ने बंधक नहीं बनाया है। डेढ़ साल से मजबूर थे। चंद लोगों की मनमानी के चलते सरकार का साथ छोड़ना पड़ गया। सरकार डायलिसिस पर चल रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। जैसे 6 इस्तीफे मंजूर हुए, वैसे ही बाकी 16 भी हों।
राज्यवर्धन दत्तीगांव
हमारे जिले में पूरी कांग्रेस केवल एक माफिया के भरोसे चल रही है। कमलनाथ ने उसे बड़े पद पर बिठा रखा है। मैं क्षेत्र की जनता के दम पर विधायक हूं। कमलनाथ ने कहा था कि सब पर भरोसा किया है तो मुझ पर भी करके देखो, पर कुछ नहीं हुआ।
बिसाहूलाल सिंह
राहुल गांधी से मुख्यमंत्री पद को लेकर बात की थी। सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने का बोला था। सबसे बड़ा माफिया प्रदेश को चला रहा है। कमलनाथ के व्यवहार से दुखी हूं। आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं हुआ।
हरदीप सिंह डंग
मंदसौर कांड के वक्त राहुल गांधी आए तो पहचाना तक नहीं। सत्ता में आने पर कमलनाथ और बाकी मंत्रियों में घमंड आ गया था। मुख्यमंत्री से मिलने जाओ तो चलो-चलो बोलकर भगा देते थे।
तुलसी सिलावट
अफसर ना मंत्री की सुनते थे, ना ही विधायकों की। चार लोगों के हाथों की कठपुतली बन गई है सरकार। जयपुर-भोपाल के कांग्रेस विधायकों को खुला छोड़ दिया जाए तो वे भी हमारे पास बेंगलुरू में आ जाएंगे।
रक्षा संतराम सिरौनिया
मैं बहुत परेशान हो गई थी, मेरी बात तक नहीं सुनी गई। हमने जनता के लिए फैसला लिया है। भाजपा में जाने पर विचार नहीं किया है। मर्जी से भोपाल जाएंगे। कांग्रेस सरकार हमला करवा सकती है। इसलिए सीआरपीएफ की सुरक्षा चाहिए।
सुरेश धाकड़
जब मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला हो रहा है तो हम कैसे सुरक्षित हैं। हमारी जान को भी खतरा है। हमने सीआरपीएफ की सुरक्षा की मांग की है। इसके मिलने पर ही भोपाल वापस लौटेंगे।
प्रभुराम चौधरी
मुख्यमंत्री को तत्काल फ्लोर टेस्ट कराना चाहिए। हम सीआरपीएफ की सुरक्षा में भोपाल जाएंगे। उपचुनाव के लिए भी तैयार हैं। सरकार कोरोना वायरस का डर दिखाकर फ्लोर टेस्ट से भाग रही है।
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