लखनऊ में मुख्यमन्त्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन
लखनऊ में रविवार को सातवाँ मुख्यमन्त्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला 83 शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने नादरगंज, औरंगाबाद और आजाद नगर पीएचसी का निरीक्षण कर स्थितियों का जायजा लिया और मेले में दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।
औरंगाबाद पीएचसी, लोकबन्धु राज नारायण जिला अस्पताल, ईएसआई अस्पताल सरोजिनीनगर व लखनऊ कैंसर इन्स्टिट्यूट में कोरोना वायरस से सम्बंधित बनाये गये क्वेरेन्टाईन फेसिलिटी का डा. नरेंद्र अग्रवाल ने निरीक्षण किया ।उन्होंने बताया - कोरोना वायरस के सम्बंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बनाये गये कंट्रोल रुम का विस्तार कर 4 नये नंबर 2230688, 2230955, 2230691 और 2230333 जारी किये गये हैं। जिन पर कोई भी व्यक्ति कॉल कर कोरोना वायरस से सम्बंधित अपनी किसी भी शंका का समाधान कर सकता है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया –
स्वास्थ्य मेले में आने वाले लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जागरुक किया गया ।
सीएमओ ने बताया- स्वास्थ्य मेले में कुल 9756 मरीज पंजीकृत हुए | जिसमें पुरुष मरीज 3357, महिला मरीज 4460 व 1939 बच्चे थे | 288 डाक्टरों व 1034 पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा चिकित्सीय सुविधाएँ दी गयीं | इस अवसर पर 184 गोल्डन कार्ड बने |
स्वास्थ्य मेले में 383 महिलाओं की प्रसवपूर्व जांच हुयी | 132 बच्चे कुपोषित चिन्हित किये गये | मेले में कैंसर के 5 मरीज, डायबिटीज के 531, त्वचा सम्बन्धी बीमारियों के 1220, पेट सम्बन्धी बीमारियों के 912 , लिवर सम्बन्धी बीमारियों के लगभग 213 मरीजों, हाइपरटेंशन के 443, सांस सम्बन्धी बीमारियों के 1225 व अन्य बीमारियों से ग्रसित लगभग 7572 मरीजों को चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया करायी गयीं |
टीबी के 43 संदिग्ध व एनीमिया से ग्रसित 253 मरीज मिले ।
मेले में मिलने वाली सुविधाएं -
इन मेलों में ओपीडी के साथ ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ओरल, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर, मौसमी बुखार, टीबी, फाइलेरिया, दिमागी बुखार, मलेरिया, डेंगू की जांच के साथ ही उपचार की भी सुविधा है। इसके अलावा यहां पर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को आवश्यक टीके लगाए जाने की भी व्यवस्था है। मरीजों को संपूर्ण टीकाकरण की जानकारी भी दी जाती है। गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु की भी जांच की जाती है, साथ ही संस्थागत प्रसव के लाभों की भी जानकारी दी जाती है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की जानकारी दी जाती है, साथ ही पात्र लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड का भी वितरण किया जाता है। तंबाकू सेवन को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है।
मेले में स्वास्थ्य विभाग के अलावा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुये। मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें मुफ्त दवाएं भी दी गयीं।
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