शुक्रवार, 6 मार्च 2020

लखनऊ हिंसा में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर शहर के चौराहों पर हुए चस्पा |

मंत्री मोहसिन रजा बोले- बख्शा तो किसी को नहीं जाएगा |


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ  में सीएए  के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद यूपी सरकार की कार्रवाई बदस्तूर जारी है | सीएम योगी आदित्यनाथ  के आदेश पर उपद्रवियों के पोस्टर लखनऊ के चौराहों पर लगाए जा रहे हैं | कई आरोपियों को संपत्ति के नुकसान की वसूली का नोटिस दिया जा चुका है और लखनऊ के हजरतगंज चौराहे के अलावा इस तरह के कई पोस्टर शहर के कई अन्‍य इलाकों में लगाए गए हैं | उधर अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा इन इलाकों में पहुंचे. पोस्टर दिखाते हुए मोहसिन रजा ने कहा कि ये उन उपद्रवियों की तस्वीरें हैं, जिन्हें हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने चिन्हित किया है | मोहसिन रजा ने यह भी कहा कि सीएम योगी ने कहा था कि हम सीएए विरोध के नाम पर उपद्रव करने वालों को बेनकाब करेंगे, तो ये वो उपद्रवी चेहरे हैं, जिन्होंने प्रदेश की जनता को नुकसान पहुंचाया. मोहसिन रजा ने कहा योगी सरकार में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है. यह वह चेहरे हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में अशांति पैदा की और हमने पहले भी कहा था कि हम किसी को छोड़ेंगे नहीं और अब कार्रवाई की जा रही है |

पूर्व आईपीएस दारापुरी करेंगे हाईकोर्ट में अपील |



बता दें 19 दिसंबर को लखनऊ में हुई हिंसा के आरोप में पूर्व आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी समेत 57 लोगों की तस्वीरें सार्वजनिक की गई है. मामले में एसआर दारापुरी का कहना है कि हमें कोई नोटिस नहीं मिली है | हम मानहानि का दावा करेंगे. दारापुरी ने कहा हाईकोर्ट में इस पूरे मामले की चुनौती देंगे | होली बाद हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करेंगे. दारापुरी ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से असंवैधानिक है | एडीएम को पावर नहीं होती. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कभी हमारा दोष सिद्ध नहीं हुआ है. न्यायालय में चार्जशीट दाखिल नहीं हुई है. हम इसके खिलाफ अपील भी करेंगे और इस लड़ाई को आगे तक लड़ेंगे |


 


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