कानपुर में एनआरआई में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सोसाएटी में रहने वालों में दहशत का महौल।
कानपुर के मैनावती मार्ग स्थित एनआरआई सिटी में सोमवार को दो व्यक्तियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। नगर आय़ुक्त, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने कोरोना पॉजिटिव को अपने कब्जे में लिया और साथ ही बुजुर्ग दंपति के बेटा, बहू और पोती को भी आईडीएच ले जाकर निगरानी में रखा है ।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को बुजुर्ग दंपति के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने से हड़कंप मच गया । आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग, नगर आयुक्त और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बुजुर्ग दंपत्ति उनके बेटे, बहु और पोती को अपने कब्जे में लिया । देर शाम नगरनिगम की टीम ने पूरे परिसर में सैनिटाइजेशन कार्य को कराया । वहीं मौके पर पहुंचे मीडियाकर्मियों से मेंटेनेंस कंपनी के अधिकारियों ने कवरेज रोकने की बात को लेकर अभद्रता की ।
सोसाएटी में रहने वालों में दहशत
कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद एनआऱआई सिटी के लोगों में दहशत का महौल है । फ्लैट के रहने वाले लोग बिल्डर और मेटिनेंस करने वाली कंपनी के अधिकारियों पर हीलाहवाली करने का आरोप लगाने के साथ उनके संपर्क में आने वाले सभी की जांच कराने की बात कह रहे है । निवासियों का कहना है 18 मार्च को बुजुर्ग दंपति के आने पर कागज की पड़ताल कर ली होती तो आज हम दहशत के बीच जीने को मजबूर न होते । प्रापर्टी मैनेजर सुनील पर आरोप लगाते हुए लोगों ने कहा उन्होंने कागज न चेक करके बल्कि हमको ही घरों के भीतर कैद करने की बात को बोला था ।
निर्माण कार्य में लगे कारीगरों ने किया पलायन
सोसाएटी में निर्माण कार्य में लगे कारीगरों ने भी कोरोना पॉजिटिव मिलने की सूचना पर पलायन शुरु कर दिया है । मुरादाबाद से आए जाकिर ने बताया यहां कोरोना पॉजिटिव मिल गया । इसलिए सभी साथियों के साथ मुरादाबाद वापस जा रहे हैं ।हालात सुधरने के बाद ही काम पर वापस लौटेंगे ।
एनआरआई सिटी में रहने वाले अन्य व्यक्तियों से बातचीत।
एनआऱआई सिटी के बिल्डर और मेंटेनेंस कंपनीके अधिकारियों ने हमको लावारिश छोड़ दिया है । 18 मार्च को यूएस से दंपत्ति के आने के बाद कोई पूछताछ नहीं की गई । जब प्रापर्टी मैनेजर सुनील से हम लोगों ने से घर में रहने को बोला था । अगर समय रहते सावधानी बरत ली गई होती तो आज हम लोग दहशत में न होते ।
(विजय त्रिपाठी)
तीन दिन पहले से हम सबसे कह रहे हैं किसी ने मेरी बात को नही सुना । प्रशासन को अब पूरे कैंपस में रहने वालों की एक बार जांच करानी चाहिए । सात दिन के भीतर वह लोग कईयों के संपर्क में आएं है । इसलिए एहतियातन जांच कराना आवश्यक हैं ।
(ममता शुक्ला)
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