कानपुर में बोला मासूम : कोरोना से नही भूख से चली जायेगी जान कल्याणपुर के मसवानपुर का मामला।
उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन के चलते प्रदेश का सबसे निचला वर्ग मजदूरों पर इसका सबसे भारी असर देखने को मिल रहा है बंदी के दौरान जहां लोगों को रोजमर्रा के सामान की किल्लत होती जा रही है वही कई परिवार ऐसे भी हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। ऐसे परिवारों के पास न तो पैसा है और ना ही खाने का राशन । ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर सरकार की तमाम तैयारियां व वायदे खोखले दिखते नजर आ रहे हैं। कानपुर के कल्याणपुर स्थित केशव पुरम में एक मजदूर परिवार से 5 वर्षीय भूखा बच्चा अपने खाली हाथ लेकर बट रहे खाने के पैकेट को लेता हुआ नजर आया।
मामला कानपुर के कल्याणपुर स्थित केशवपुरम का है जहां बंदी के चलते कई परिवार रोटी को तरस रहे हैं ऐसे में पुलिस प्रशासन के साथ कुछ समाजसेवी कम्युनिटी किचन बनाकर भूखे लोगों के बीच खाना बांट कर उनकी भूूूख मिटा रहे है । कल्याणपुर के रहने वाले एक समाजसेवी सुनीत द्विवेदी ने बताया कि प्रशासन के साथ मिलकर हमारी संस्था रोजाना करीब 1000 भूखे परिवारों का पेट भर रही है जिसके चलते आज केशव पुरम के मस्वानपुर इलाके में मजदूरों के बीच खाना वितरण किया गया जिसमें एक 5 वर्षीय मासूम बच्चा खाना लेने के लिए आगे आया और जब उससे पूछा गया कि तुम कितने दिनों से खाने का इंतजार कर रहे हो तो आपको बताते चलें कि उसके जवाब ने वहां मौजूद लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया । उसका कहना था मम्मी पापा काम पर नहीं जा पा रहे , घर में खाने को कुछ है नहीं , तो क्या करूं आप जैसे अंकल लोगों का ही सहारा है जो मुझे और मेरे परिवार का पेट पालने के लिए आगे आ रहे हैं । बच्चे द्वारा दिए गए जवाब ने वहां मौजूद सभी लोगों को हिला कर रख दिया। फिलहाल इलाके की पुलिस और समाजसेवी द्वारा यह वादा किया गया है कि जब तक प्रदेश में लोक डाउन की स्थिति बनी हुई है तब तक हमारे द्वारा सुबह शाम इसी तरह खाना बांटा जाता रहेगा और यही नहीं वहां मौजूद सभी लोगों से अपील की गई है कि अगर ऐसा कोई परिवार है जिनके पास खाने को रोटी नहीं है तो वह हमसे संपर्क कर अपने और अपने परिवार का पेट भरने के लिए खाना ले सकते हैं। इलाके के समाजसेवी पुनीत द्विवेदी ने बताया कि लॉक डाउन जैसी भयानक स्थिति के चलते हमारी कोशिश है कि कोई भी परिवार भूखा ना रहने पाए और इसमें प्रशासन भी हमारी पूरी मदद कर रहा है। यूटीआई टीम से खास बातचीत करते हुए सुनीत ने बताया कि सिर्फ कल्याणपुर ही नहीं बल्कि पूरे शहर में अगर इस तरीके का कोई मामला सामने आता है तो हम सब उनकी सेवा में हर वक्त मौजूद है फिलहाल हमारे द्वारा खाना बांटा जा रहा है और अगर जरूरत पड़ी तो ऐसे परिवारों को कच्चा राशन भी मुहैया कराने की तैयारी चल रही है।
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