जनता कर्फ्यू के दौरान सामने आया पुलिस का बर्बरता भरा व्यवहार ।
पूरे देश मे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए सभी लोग आगे आये है ।जहाँ पूरा देश जनता कर्फ्यू के समर्थन में आगे आता दिख रहा है वही देेश में पुलिस का एक अलग ही चेहरा सामने आया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू के आग्रह के बाद सभी देशवासी इसका समर्थन कर रहे हैं वही जरूरी काम से निकल रहे लोगो पर पुलिस का कहर जारी है । मानो सहमत से नही बल्कि डंडे की चोट पर जनता कर्फ्यू को कर्फ्यू जैसे माहौल में बदलने की कोशिश की जा रही है । देश के एक जिम्मेदार नागरिक ने नाम न बताने की शर्त पर यूटीआई की टीम को बताया कि वह जानता कर्फ्यू का समर्थन करता है और देश मे आयी इस भयावक परिष्तिथि में संयोग की भावना रखता है परंतु उसके परिवार में आई परेशानी के कारण वह मेडिकल स्टोर जाने के लिए निकला तो घर के पास स्तिथ चौराहे पर उसे पुलिस द्वारा रोक लिया गया और परेशानी बताने के बावजूद पुलिस द्वारा लड़ी डंडो से पीट कर वापिस भेज दिया गया। पुलिस की इस बर्बरता को देख कर लगता है मानो यह सरकार की अपील नही बल्कि कर्फ्यू को जबरजस्ती कामयाब बंनाने की मुहिफ़ चलाई जा रही है । उसने कहा कि मैं सरकार से सवाल पूछना चाहता हूँ कि जब हम सभी देशवासी इस जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए इस आयी हुई विवधा के खिलाफ साथ लड़ने को तैयार है तो फिर प्रशासन हमसे जबरजस्ती क्यों कर रहा है । उसने यह भी बताया कि सिर्फ आज ही नही अगर जरूरत पड़ी तो वह और उसका परिवार जब तक सरकार छाएगी वह जानता कर्फ्यू को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। अब ऐसे हालात में सवाल ये उठता है जब प्रदेश में सभी लोग डर के माहौल में जीने को मजबूर है तो क्या शासन को समझाते हुए पेश आना चाहिए या फिर डंडे की नोक पर अपनी मनमानी करानी चाहिए ।
लेबल: देश
<< मुख्यपृष्ठ