शनिवार, 7 मार्च 2020

हिंसक प्रदर्शनकारियों की होर्डिंग लगाए जाने पर शुरू हुआ विवाद , मुख्यमंत्री के खिलाफ कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष का बड़ा बयान |

लखनऊ में हिंसा के बाद सरकार की कारवाही पर उठे सवाल | 


उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुई हिंसा के बाद सरकार द्वारा की जा रही पोस्टर चिपकाने की कारवाही पर अब विपक्षी पार्टियों ने भी हमला बोल दिया है | जहाँ एक तरफ इस कारवाही की अवेहलना की जा रही है , वही दूसरी तरफ अलग अलग पार्टियों एवं कमेटियों के नेताओ ने भी इसका विरोध करना शुरू कर दिया है |


उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय  कुमार लल्लू ने लखनऊ के सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलनकारियों की तस्वीरों को सरकार द्वारा चैराहों पर लगाए जाने को गैर कानूनी बताते हुए कहा कि सरकार न सिर्फ लोगों के अभिव्यक्ति की आजादी का मजाक बना रही है बल्कि अदालत के फैसले को खुलेआम धता बता रही है। उन्होंने कहा कि कई अदालतों ने अपने फैसले में कहा है कि इस आंदोलन में हुई हिंसा और आगजनी में नष्ट हुई संपत्ति का आंकलन पुलिस और प्रशासन नहीं बल्कि अदालत को करने का हक है। यह अदालत की अवमानना है, कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेना चाहिए।


प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिन लोगों का पोस्टर लखनऊ में चिपकाकर योगी आदित्यनाथ की सरकार मानसिक उत्पीड़न कर रही है, उन आंदोलनकारियों के खिलाफ अदालत में कोई मजबूत सुबूत नहीं मिला और जज ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  अजय कुमार लल्लू  ने यह भी कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री एक साम्प्रदायिक गिरोह के सरगना रहे हैं। उनके संगठन और उनके ऊपर न जाने कितने साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने के मुकदमें दर्ज है। उन्होंने तंज करते हुए यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के ऊपर खुद गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ सिद्धार्थ नगर में दंगा, आगजनी के मुकदमे दर्ज हैं जिनमें आम लोगों का करोड़ों का नुकसान हुआ था। अगर क्षतिपूर्ति का यही तरीका उचित है तो सबसे पहले इसकी शुरुआत योगी को खुद से करके उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।


शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास का बयान


हमारे पास कोई इक्तला  नही आयी और शहर में होर्डिंग्स लगाये जा रहे है | बडे इमामबाडे के पास मैं मौजूद था वहां कोई झगड़ा नही हुआ ,  हमको दिखाया जाये  कहा पर मैं हिंसा कर रहा था |  कैसे काम हो रहा है और किसके दबाव में हो रहा है राजनीति हो रही रही है , आवाज़ को दबाया जा रहा है,  हमे अपने मुल्क के क़ानून में यक़ीन है जीत हमारी होगी हमे कोई खौफ़ नही हम क़ानून के साथ चलेंगे मौलाना सैफ अब्बास ने अवाम से भी की अपील क़ानून और संविधान में रखे यक़ीन |


ऐशबाग ईदगाह के इमाम वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद का बयान


पब्लिक प्लेस पर आम शहरी की फोटो लगाना बेसिक ह्यूमन राइट्स वायलेशन है हुकूमत और जिम्मेदारों को चाहिए कि ऐसे फ़ोटो को पब्लिक प्लेस से फौरन हटाया जाना चाहिए , यह आम शहरी है कोई क्रिमनल नही अदालत जो फैसला करे उस पर ही अमल  होना चाहिये |



 




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