बे मौसम बारिश किसानों की तोड़ सकती है रीढ़
कोरोना से लड़ाई लड़ रहे कृषि प्रधान देश मे किसानों को इस मौसम की मार भी अब झेलनी पड़ सकती है। इसके चलते किसान की रीढ़ की हड्डी ही मानो टूट जाएगी। मौसम ने अपना रुख बदल लिया है। तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा गए हैं, और हल्की बारिश भी हो रही। कृषि प्रधान कहे जाने वाले इस देश में किसान भी घरों में है, और कोरोना वायरस जैसी आपदा का सामान कर रहा है। किसानों के खेतों में गेहूं की फसल के साथ अन्य रबी की फसलें पकी खड़ी है, जिसको काटने की तैयारी ही हो रही थी कि कोरोना वायरस के चलते किसानों को घरों में बैठना पड़ा।
फिलहाल तपती गर्मी में अगर मौसम में बदलाव आ जाए और इस बेमौसम में बूंदा बांदी हो जाएं तो यह लोगों को राहत देने का काम जरूर करता है। लेकिन यह मौसम किसानों के अरमानों में पानी फेरने की फिराक में है। मौसम में लगातार बदलाव से इसके मिजाज को समझ पाना मुश्किल सा हो गया है।
लेबल: उत्तरप्रदेश
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