रविवार, 12 जनवरी 2020

दैनिक पञ्चाङ्ग

📜 दैनिक पञ्चाङ्ग 📜


☀ 13 - जनवरी - 2020
☀ कानपुर, उत्तर प्रदेश


☀ पंचांग    
🔅 तिथि - तृतीया 17:34 तक तत्पश्चात चतुर्थी
🔅 नक्षत्र - आश्लेषा 09:56 तक तत्पश्चात माघ
🔅 करण :
           विष्टि - 17:35 तक
           बव - अगले दिन 04:12 तक
🔅 पक्ष - कृष्ण  
🔅 योग :
           प्रीति - 07:24 तक
           आयुष्मान - अगले दिन 03:58 तक
🔅 वार - सोमवार  


☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    
🔅 सूर्योदय - 06:58 पर
🔅 चन्द्रोदय - 20:24 पर
🔅 चन्द्र राशि - कर्क 09:56 तक ततपश्चात सिंह
🔅 सूर्यास्त - 17:36 पर
🔅 चन्द्रास्त - 09:03 पर
🔅 ऋतु - शिशिर 


☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    
🔅 शक सम्वत - 1941 (विकारी)
🔅 कलि सम्वत - 5121
🔅 दिन काल - 10:38
🔅 विक्रम सम्वत - 2076
🔅 मास अमांत - पौष
🔅 मास पूर्णिमांत  माघ
    
☀ शुभ समय    
🔅 अभिजित - 11:56 से 12:39 तक


☀ अशुभ समय    
🔅 दुष्टमुहूर्त : 
                    12:39 से 13:21 तक
                    14:46 से 15:29 तक
🔅 कंटक - 09:06 से 09:48 तक
🔅 यमघण्ट - 11:56 से 12:39 तक
🔅 राहु काल - 08:18 से 09:38 तक
🔅 कुलिक - 14:46 से 15:29 तक
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम - 10:31 से 11:14 तक
🔅 यमगण्ड - 10:58 से 12:17 तक
🔅 गुलिक काल - 13:37 से 14:57 तक


☀ दिशा शूल    
🔅 पूर्व


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बुधवार, 8 जनवरी 2020

आज भारत बंद: यातायात, बैंक और एजुकेशन समेत इन चीजों पर पड़ेगा असर

आज (8 जनवरी) को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद किया है. यह 24 घंटे की अखिल भारतीय हड़ताल है जो सुबह से शुरू हो गई है और कई राज्यों में इसका असर दिखने लगा है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत बंद में 25 करोड़ से ज्यादा लोगों के भाग लेने की उम्मीद है. भारत बंद के दौरान मजदूर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और वेतन वृद्धि पर मजदूर वर्ग की 12-सूत्री आम मांगों को रखेंगे. इसके अलावा न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, वर्दी, पांच दिवसीय सप्ताह और अन्य मुद्दे भी रखे जाएंगे. 


भारत बंद में भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), हिंद मजदूर सभा (HMS), भारतीय व्यापार संघों का केंद्र (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC), ट्रेड यूनियन समन्वय केंद्र (TUCC), स्व कर्मचारी महिला संघ (SEWA), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF), यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC), सेक्टोरल इंडिपेंडेंट फेडरेशन और एसोसिएशन हिस्सा लेंगे. भाजपा से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ कल भारत बंद में भाग नहीं ले रहा है. 


इनपर दिखेगा असर
भारत बंद के कारण जमा और निकासी, चेक क्लियरिंग और इंस्ट्रूमेंट जारी करने जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है. संचालन पर हड़ताल का प्रभाव होने की भी आशंका है. हालांकि, निजी क्षेत्र के बैंकों की सेवाओं के प्रभावित होने की संभावना नहीं है. इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान के कारण कई राज्यों में बैंकिंग, परिवहन और अन्य प्रमुख सेवाओं के भी बाधित होने की संभावना है. 


 

भारत बंद से JEE Main, UPTET और ICAR NET जैसी महत्वपूर्ण परीक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं. ICAR NET 2020 परीक्षा को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने पहले ही स्थगित कर दिया गया था. आईसीएआर परीक्षा 2020 जो कल यानि 8 जनवरी से शुरू होनी थी अब 11 जनवरी को होगी. JEE Main Exam मंगलवार यानी 7 जनवरी, 2020 से किया गया है और 7 जनवरी से 9 जनवरी, 2020 तक ये परीक्षा आयोजित हो रही है.


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ईरान का अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों पर लगातार दूसरा हमला, दर्जनभर से ज्‍यादा मिसाइलें दागीं

हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने से बेहद नाराज ईरान ने बुधवार को इराक में अमेरिका के दो सैन्‍य ठिकानों पर मिसाइलों से हमला कर दिया. ईरान ने अमेरिकी एयरबेस अल असद और इरबिल पर 12 से ज्‍यादा मिसाइलें दागीं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इस हमले की पुष्टि की है और बयान जारी करते हुए कहा कि हम अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे. अमेरिका ने कहा है कि ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं.


इसके बाद तेहरान (Tehran) स्थित समाचार एजेंसी ने बुधवार को कहा कि ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों पर दूसरा हमला भी किया. एजेंसी ने बताया कि पहले चरण में हमले के एक घंटे बाद हमले का दूसरा दौर शुरू हुआ. 


एक इराकी सुरक्षा सूत्र ने रॉयटर को बताया कि अनबर प्रांत में ऐन अल-असद एयर बेस पर कम से कम सात रॉकेट दागे गए. 


ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने बुधवार को एक बयान में पुष्टि की कि कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए इराक में अमेरिकी हवाई अड्डे पर रॉकेट दागे गए हैं.


ईरान की अर्ध-आधिकारिक समाचार एजेंसी फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने मिसाइलों के दागे जाने का एक वीडियो ट्वीट किया और कहा "अमेरिका से बदला लेने के लिए ऐन अल-असद में जवाबी कार्रवाई के तहत अमेरिकी बेस पर ईरानी मिसाइल फायरिंग'.


पेंटागन ने एक बयान में कहा कि "यह स्पष्ट है कि इन मिसाइलों को ईरान ने दागा था और अल-असद और इरबिल में अमेरिकी सैन्य और गठबंधन सैन्‍यकर्मियों वाले कम से कम दो इराकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया". पेंटागन के मुख्य प्रवक्ता जोनाथन हॉफमैन ने यह जानकारी दी.


अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि अमेरिका प्रारंभिक युद्ध क्षति आकलन पर काम कर रहा है और आगे के हमलों को रोकने के लिए ठिकानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.


 

हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट अभी नहीं आई है. पेंटागन ने मंगलवार शाम को कहा कि यह अभी भी नुकसान का आकलन कर रहा है. सीएनएन न्यूज ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि अमेरिका सैन्‍य ठिकानें पर जहां अमेरिकी बलों थे, उन्‍हें निशाना बनाकर मिसाइल से हमला किया गया है. 


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एक्स वाइफ सुजैन के संग छुट्टियां मनाते नजर आए ऋतिक रोशन

सुजैन खान ने इंस्टाग्राम पर एक्टर ऋतिक रोशन के साथ अपनी छुट्टियों की तस्वीरें पोस्ट की है। तस्वीर में सुजैन उन लोगों के साथ मस्ती करती नजर आ रही हैं जिन्हें वह 'मॉडर्न फैमिली' कहती हैं। इसमें ऋतिक और सुजैन, दोनों के बच्चें रेहान और रिदान हैं, साथ ही ऋतिक के माता-पिता पिंकी व राकेश रोशन, अभिनेता की बहन सुनैना और कजिन एहसान और पश्मीना भी हैं।


सुजैन ने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा द मॉर्डन फैमिली -2 लड़के, एक मॉम और एक डैड, कजिन्स और भाई, बहनें, दादा-दादी, ग्रैंडअंकल और आंट और दो दोस्त। नए बंधन और मुस्कुराहट से भरा दिल। रोजमर्रा की जिंदगी जो सशक्त महसूस कराती है। 2020..हम यहां है।


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40 रुपये किलो प्याज बेचेगी मोदी सरकार,जनता को महंगाई से राहत देने की पहल

केंद्र सरकार राज्यों को आयतित कीमत पर प्याज उपलब्ध कराएगी। मुंबई बंदरगाह से किसी भी प्रदेश तक आयतित प्याज को पहुंचाने का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को कम कीमत पर प्याज उपलब्ध हो सके। यह दाम 25 से 40 रुपये के बीच होंगे। इसके साथ केंद्र ने सभी राज्य सरकारों से एक बार फिर प्याज खरीदने की अपील की है। अभी तक 12 हजान टन प्याज आयात की है। दिल्ली में मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार और नेफेड के जरिए सस्ते दाम पर प्याज बेची जाएगी।


12 हजार टन प्याज आयात की जा चुकी है


केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि 12 हजार टन प्याज आयात की जा चुकी है। इस माह के अंत तक कुल 39 हजार एमटी प्याज पहुंच जाएगी। सरकार एमएमटीसी के जरिए 41,950 एमटी प्याज आयात कर रही है। इसके साथ निजी कारोबारियों ने भी कई हजार एमटी के करीब प्याज आयात की है। इस बीच, खरीफ की फसल की प्याज भी बाजार में आनी शुरु हो गई है।


दरअसल, प्याज की कीमत डेढ सौ रुपये प्रति किलो पहुंचने के बाद कई राज्यों ने केंद्र से 33 हजार एमटी प्याज खरीदने का प्रस्ताव दिया था, उसको आधार बनाकर सरकार ने विदेशों से प्याज आयात की, पर अब महाराष्ट्र, असम, हरियाणा, कर्नाटक और ओडिशा ने अपनी मांग वापस ले ली है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बताया कि इस बारे में गृहमंत्री अमित शाह भी राज्यों के संपर्क में हैं।


जनवरी में प्याज का उत्पादन लगभग 25 फीसदी कम


प्याज की कीमतों में पहले के मुकाबले कमी आई है। इसके साथ खरीफ की फसल भी बाजार में आ चुकी है। इसकी वजह से प्याज की कीमतों में कमी का रुझान है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले जनवरी में प्याज का उत्पादन लगभग 25 फीसदी कम है। पिछले साल 19 दिसंबर को दिल्ली में प्याज की कीमत 118 रुपए प्रति किलो थी, जो मंगलवा (सात जनवरी) को घटकर 70 रुपए रह गई।


खाद्य तेल के दाम बढने से भी चिंता


केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान ने खाद्य तेल की कीमतों में में वृद्धि पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सरकार खाद्य तेल की कीमतों पर नजर रखे हुए, जरुरत पड़ने पर सभी जरुरी उपाए किए जाएगें। भारत अपनी जरुरत का करीब साठ फीसदी खाद्य तेल आयात करता है।


परिवहन सब्सिडी देगा केन्द्र



 


विदेशों से आयात की गई प्याज के निपटारे के लिए कैबिनेट सचिव ने उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसी बैठक में राज्यों को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी देने का भी फैसला किया गया। मंत्रालय के सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कैबिनेट सचिव ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए राज्यों से बात कर उन्हें वादे के मुताबिक आयतित प्याज खरीदने का आग्रह किया है।


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Realme 5i भारत में कल यानी ,9 जनवरी को होगा लॉन्च ।

रियलमी ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि रियलमी Realme 5I को 9 जनवरी को लॉन्च किया जाएगा। यह लॉन्च इवेंट वेबसाइट के द्वारा लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। इस फोन को लेकर ईकॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट ने भी टीजर जारी किया है। रियलमी 5आई के कुछ स्पेसिफिकेशन माइक्रोसाइट पर लिस्ट किए जाने से सार्वजनिक हो गए हैं। यह माइक्रो साइट ट्वीट में ही दी गई थी। यह स्मार्टफोन 5,000 एमएएच बैटरी, क्वाड रियर कैमरा सेटअप, 6.5 इंच मिनी ड्रॉप डिस्प्ले और एक 'पावरफुल' स्नैपड्रैगन प्रोसेसर के साथ आएगा। लॉन्च इस हफ्ते ही है, ऐसे में हमें जल्द ही इसकी कीमत और उपलब्धता के बारे में जानकारी मिलेगी। 


पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, रियलमी 5आई में 6.52 इंच का एचडी+ डिस्प्ले है, वाटरड्रॉप नॉच के साथ। फोन 12 मेगापिक्सल के प्राइमरी कैमरे, 8 मेगापिक्सल के वाइड एंगल कैमरे, 2 मेगापिक्सल डेप्थ सेंसर और 2 मेगापिक्सल के मैक्रो कैमरे के साथ आएगा। फ्रंट पैनल पर 8 मेगापिक्सल का कैमरा दिया जाएगा। रियलमी 5आई की बैटरी 5,000 एमएएच की होगी। यह एंड्रॉयड पाई पर आधारित ColorOS 6.0.1 पर चलेगा।


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भाजपा कब तक सपा सरकार के काम को अपना बताएगी : अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा लाख कोशिश कर ले लेकिन समाजवादी सरकार के विकासकार्यों को ढंक नहीं सकती है। भाजपा के लोग दिल बहलाने के लिए सपा सरकार के कामों को कब तक अपना काम बताते रहेंगे? 


अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में यह बात कही। सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा वह धूल उड़ाकर धुंध पैदा करने की साजिश तो कर सकती है लेकिन सच्चाई से राज्य की जनता अवगत है। इसलिए वह सपा को हर हाल में  सन् 2022 में सत्ता में लाएगी। 


सपा अध्यक्ष ने कहा कि  वर्ष 2020 के प्रारम्भ के साथ जनता को उम्मीद थी कि भाजपा सरकार जनहित की दिशा में कोई कदम उठाएगी लेकिन भाजपा की सरकार ने तो नए वर्ष के साथ ही नई समस्याएं पैदा करना शुरू कर दिया है। अर्थ व्यवस्था तो सुधरी नहीं, मंहगाई चरम पर पहुंच गई है। भाजपा की सरकारों में संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा मंडरा रहा है। फिजूल के मुद्दों में उलझाए रखकर भाजपा सरकार समय की बर्बादी कर रही है।



 


सरकारी शह पर विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर आघात हो रहा है और उन्हें बदनाम किया जा रहा है। सीएए, एनपीआर और एनआरसी के बहाने समाज को बांटने तथा आतंकित करने की साजिशें हो रही है। नागरिकों की आजादी को नियंत्रित कर अंकुश लगाना मौलिक अधिकारों का हनन है। भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधि सम्मत कामों में भी रोड़ा अटकाती है। देश में इससे भ्रम, भय और भ्रष्टाचार के प्रसार की आशंका को झुठलाया नहीं जा सकता है।


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आप रहेंगे हमेशा सेहतमंद बस हड्डियों को दीजिए गुनगुनी धूप की खुराक ।








एक अनुमान के अनुसार, भारत की  65-70 प्रतिशत जनसंख्या में विटामिन डी की कमी है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसकी कमी के मामले ज्यादा होते हैं, जिसकी बड़ी वजह माहवारी और प्रेग्नेंसी है. आइएमए ने विटामिन डी की कमी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अभियान 'राइज़ एंड शाइन' चलाया है, क्योंकि सूरज की किरणें विटामिन डी का बेहतरीन स्त्रोत हैं. फ्लैट कल्चर के पनपने, गैजेट्स के बढ़ते चलन और एयर कंडीशन के बढ़ते इस्तेमाल ने लोगों को चहारदीवारी में कैद कर दिया है. ऐसे में बहुत जरूरी है कि घर से बाहर निकलें और थोड़ी देर धूप का आनंद लें. फिर धूप सेंकने के लिए सर्दियों से बेहतर मौसम कौन-सा हो सकता है भला. 

 

विटामिन डी शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट को नियंत्रित कर कैल्शियम अवशोषण में सहायता करता है. यह तंत्रिका तंत्र की कार्य प्रणाली और हड्डियों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है. विटामिन डी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. शरीर में इसकी उचित मात्रा हाइ ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करती है. विटामिन डी के पांच रूप होते हैं- डी1, डी2, डी3, डी4, डी5. मानव शरीर के लिए विटामिन डी2 और डी3 सबसे महत्वपूर्ण होते हैं. इन्हें संयुक्त रूप से 'कैल्सिफेरॉल' कहा जाता है.

 

विटामिन डी2 (एर्गोकैल्सिफेरॉल) खाद्य पदार्थों में होता है और विटामिन डी3 (कोलेकैल्सिफेरॉल) हमारे शरीर में सूरज की किरणों द्वारा बनता है. अगर हम डी2 को खाद्य पदार्थों से प्राप्त कर लेंगे, तब सूरज की किरणों का थोड़ा-सा भी एक्सपोजर शरीर को डी3 के निर्माण में सहायता कर सकता है. खाद्य पदार्थों में विटामिन डी थोड़ी मात्रा में पाया जाता है, इसलिए रोज धूप में थोड़ा समय बिताना जरूरी है. यह वसा में घुलनशील है, इसलिए मोटे लोगों में इसकी कमी अधिक देखी जाती है. 

 

विटामिन डी जांच : 25 हाइड्रोक्सी विटामिन डी टेस्ट से आप जान सकते हैं कि आपके शरीर में विटामिन डी की कितनी मात्रा है. क्यों हो जाती है कमी : उम्र बढ़ने के साथ शरीर में विटामिन डी की कमी होती जाती है, क्योंकि बुजुर्गों में सूर्य की किरणों से विटामिन डी का निर्माण 75 प्रतिशत तक कम हो जाता है. विटामिन डी की कमी के अन्य कारणों में सम्मिलित है- लगातार एयर कंडीशन में रहना, आउटडोर एक्टिविटी की कमी, किन्हीं कारणों से शरीर को ढंक कर रखना, मोटापा आदि. इसलिए अगर आपको विटामिन डी की कमी है, तो धूप में बैठिए और अगर नहीं है, तब भी बैठिए, ताकि भविष्य में न हो.

 

विटामिन डी की कमी को पहचानें

 

मांसपेशियों की कमजोरी

जोड़ों में दर्द रहना

मॉर्निंग सिकनेस

दिनभर सुस्ती रहना

 

कुल्हों और घुटनों में दर्द रहना

 

विटामिन डी के स्त्रोत : शरीर के लिए जरूरी विटामिन डी का 80 प्रतिशत हिस्सा धूप से मिलता है, जबकि डायट से 20 प्रतिशत. अगर रोज 20-30 मिनट शरीर की खुली त्वचा पर सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणें पड़ती हैं, तो यह जरूरत पूरी हो जाती है. इसके अलावा कॉड लीवर ऑयल इसका अच्छा स्त्रोत है. दूध, अंडे, चिकन, मशरूम, मछलियां- सॉलमन, टुना, मैकेरल, सार्डिन से भी पूर्ति होती है.

 

कब और कितनी देर लें धूप

 

गर्मियों में त्वचा का रंग हल्का है, तो 

सप्ताह में 3-4 दिन 10-15 मिनट धूप में बैठें. 

त्वचा का रंग गहरा है, तो 

30-40 मिनट धूप में बैठें.

सर्दियों में सप्ताह में कम से कम 4-5 दिन 

 

सुबह (10:30 से 12 बजे) या ढलती दोपहर को (3 से 5 बजे तक) से 20 से 30 मिनट गुनगुनी धूप में बैठना अच्छा माना जाता है.

जब भी धूप में बैठें, शरीर का 40% हिस्सा खुला होना होना चाहिए.

बच्चों के लिए बच्चों में कफ ज्यादा बनता है. सर्दियों में उन्हें सुबह 10 बजे के बाद ही धूप सेंकना चाहिए, क्योंकि सुबह में ठंड कुछ ज्यादा रहती है.

बुजुर्गों के लिए दोपहर का समय धूप सेंकने के लिए ज्यादा लाभदायक माना जाता है. 

 

विटामिन सप्लीमेंट

 

आमतौर पर घरों में बंद रहनेवाले लोगों में विटामिन डी की कमी होती है. उम्रदराज लोगों और जिनकी त्वचा का रंग गहरा होता है, उन्हें भी विटामिन डी सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है. इसे डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए.

 

सुबह तिरछी होती हैं सूर्य की किरणें

 

सामान्यत: धूप में बैठने के लिए सुबह 7-10 बजे तक का समय सबसे उपयुक्त होता है, क्योंकि इस समय सूरज की किरणें तिरछी होती हैं. लेकिन अगर आपमें विटामिन डी की बहुत अधिक कमी है, तो आप 11-2 बजे का समय चुनें, क्योंकि इस समय सूर्य की किरणें सीधी होती हैं, इसलिए उनमें तेजी अधिक होती है.

 

फैक्ट फाइल

 

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, भारत में 50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में से हर दूसरी ऑस्टियोपोरोसिस की शिकार है.

इंडियन जनरल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार मोटापे के कारण शरीर में विटामिन डी के उपयोग में रुकावट आती है. मोटे लोगों को इसकी जरूरत सामान्य लोगों की तुलना में दोगुनी होती है.

अमेरिका के सेंटर फोर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा 2016 में प्रकाशित स्टडी रिपोर्ट के अनुसार, हमारी त्वचा आवश्यकता का 90 प्रतिशत सूरज की किरणों से निर्मित कर सकती है.

नार्वे की ओसलो यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन के अनुसार, दोपहर में जब सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, 30 मिनट धूप में बैठने से 10,000-20,000 आइयू विटामिन डी मिल जाता है.

सूर्य की रोशनी ठंड से सिकुड़े शरीर को गरमाहट देकर शरीर की जकड़न दूर करती है. इससे शरीर के भीतर की ठंडक और पित्त की कमी दूर होती है.

धूप से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है. शरीर में WBC का पर्याप्त निर्माण होता है, जो रोग पैदा करनेवाले कारकों से लड़ने का काम करते हैं.

सूरज की किरणों से शरीर को कैंसर से लड़ने वाले तत्व मिलते हैं. त्वचा की सिकुड़न, फंगस एवं अन्य चर्म रोगों का धूप एक प्राकृतिक उपचार है.











 




 

 

 

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नया वेतन कानून देशभर में लागू, जानिये अब क्या है न्यूनतम वेतनमान

अब करोड़ों मजदूरों को न्यूनतम वेतनमान मिलने लगा है, क्योंकि मोदी सरकार ने वेतन संहिता 2019 बनाकर चार पुराने श्रम कानूनों की सभी खास विशेषताओं को इसमें शामिल करते हुए कुछ नए प्रावधान भी जोड़ दिए हैं, जिससे इसकी उपयोगिता और दायरा दोनों बढ़ चुका है। बता दें कि पहली बार साल 2017 में पेश हुए इस विधेयक को इसी वर्ष केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिली, जिसके बाद जारी हुई वेतन संहिता 2019 की अधिसूचना के साथ ही देश के तकरीबन 50 करोड़ मजदूरों को एक समान न्यूनतम वेतन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। कहना न होगा कि श्रम सुधारों की दिशा में इसे बहुत बड़ा कदम बताया जा रहा है। क्योंकि इसके लागू होने के बाद देश के तमाम मजदूरों को अब सुनिश्चित किए गए न्यूनतम वेतन से कम वेतन देना अपराध माना जाएगा। यही नहीं, अब एक समान काम के बदले एक जैसा वेतन देना भी जरूरी होगा। क्योंकि ये नया कानून ही अब पुराने श्रम कानूनों की जगह ले चुका है।अब करोड़ों मजदूरों को न्यूनतम वेतनमान मिलने लगा है, क्योंकि मोदी सरकार ने वेतन संहिता 2019 बनाकर चार पुराने श्रम कानूनों की सभी खास विशेषताओं को इसमें शामिल करते हुए कुछ नए प्रावधान भी जोड़ दिए हैं, जिससे इसकी उपयोगिता और दायरा दोनों बढ़ चुका है। बता दें कि पहली बार साल 2017 में पेश हुए इस विधेयक को इसी वर्ष केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिली, जिसके बाद जारी हुई वेतन संहिता 2019 की अधिसूचना के साथ ही देश के तकरीबन 50 करोड़ मजदूरों को एक समान न्यूनतम वेतन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। कहना न होगा कि श्रम सुधारों की दिशा में इसे बहुत बड़ा कदम बताया जा रहा है। क्योंकि इसके लागू होने के बाद देश के तमाम मजदूरों को अब सुनिश्चित किए गए न्यूनतम वेतन से कम वेतन देना अपराध माना जाएगा। यही नहीं, अब एक समान काम के बदले एक जैसा वेतन देना भी जरूरी होगा। क्योंकि ये नया कानून ही अब पुराने श्रम कानूनों की जगह ले चुका है।


अब करोड़ों मजदूरों को न्यूनतम वेतनमान मिलने लगा है, क्योंकि मोदी सरकार ने वेतन संहिता 2019 बनाकर चार पुराने श्रम कानूनों की सभी खास विशेषताओं को इसमें शामिल करते हुए कुछ नए प्रावधान भी जोड़ दिए हैं, जिससे इसकी उपयोगिता और दायरा दोनों बढ़ चुका है। बता दें कि पहली बार साल 2017 में पेश हुए इस विधेयक को इसी वर्ष केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिली, जिसके बाद जारी हुई वेतन संहिता 2019 की अधिसूचना के साथ ही देश के तकरीबन 50 करोड़ मजदूरों को एक समान न्यूनतम वेतन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। कहना न होगा कि श्रम सुधारों की दिशा में इसे बहुत बड़ा कदम बताया जा रहा है। क्योंकि इसके लागू होने के बाद देश के तमाम मजदूरों को अब सुनिश्चित किए गए न्यूनतम वेतन से कम वेतन देना अपराध माना जाएगा। यही नहीं, अब एक समान काम के बदले एक जैसा वेतन देना भी जरूरी होगा। क्योंकि ये नया कानून ही अब पुराने श्रम कानूनों की जगह ले चुका है।


इस नए विधेयक के अनुसार, कर्मचारियों को सिक्कों, करेंसी नोट, चेक, बैंक अकाउंट में ट्रांसफर या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मजदूरी का भुगतान किया जा सकता है। हालांकि, भुगतान का वक्त नियोक्ता द्वारा तय किया जाएगा, जोकि रोजाना, साप्ताहिक, पखवाड़े में या फिर मासिक, कोई भी हो सकता है। इस विधेयक में ये भी सुनिश्चित किया गया है कि मासिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों को अगले महीने की 7 तारीख तक वेतन मिलेगा। इसके अलावा, जो लोग साप्ताहिक आधार पर काम कर रहे हैं, उन्हें हफ्ते के आखिरी दिन और दैनिक कामगारों को उसी दिन पारिश्रमिक मिलना सुनिश्चित होगा। नए श्रम अधिनियम में कर्मचारी को दिए जाने वाले वेतन में निम्न आधार पर कटौती का प्रावधान भी रखा गया है, जिसमें जुर्माना, ड्यूटी से अनुपस्थित रहना, नियोक्ता द्वारा दिए गए रहने के स्थान या कर्मचारी को दिए गए एडवांस के आधार पर वेतन में कटौती की जा सकती है। हालांकि ये कटौती कर्मचारी के कुल वेतन के 50 प्रतिशत से ज्यादा कदापि नहीं हो सकती है। इस अधिनियम के जरिए लैंगिक आधार पर एक समान कार्य या एक समान प्रकृति वाले काम के लिए वेतन-भत्ते और भर्ती के मामले में लैंगिक भेदभाव को खत्म कर दिया गया है। बहरहाल, अब एक जैसे काम के लिए महिलाओं को भी उतना ही वेतन मिलेगा, जितना कि एक पुरुष को दिया जाता है।

 

इस नए अधिनियम में नियमों का उल्लंघन करने वाले नियोक्ताओं के लिए जुर्माने तथा सजा का प्रावधान भी रखा गया है। जिसके मुताबिक, न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी देने या अधिनियम के अन्य किसी प्रावधान का उल्लंघन करने पर उस पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। यदि पांच साल के दौरान वो दोबारा ऐसा करता है तो उसे कम से कम 3 माह तक का कारावास और 1 लाख रुपए तक जुर्माना या फिर दोनों तरह की सजा दी जा सकेगी। इससे सरकार को उम्मीद है कि अब श्रमिकों को काफी राहत मिलेगी और उनके जीवन स्तर में उत्तरोत्तर सुधार आएगा।

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मंगलवार, 7 जनवरी 2020

आज का पंचांग

📜 दैनिक पञ्चाङ्ग 📜


☀ 08 - जनवरी - 2020
☀ कानपुर, उत्तर प्रदेश


☀ पंचांग    
🔅 तिथि - त्रयोदशी अगले दिन 03:46 तक
🔅 नक्षत्र - रोहिणी 15:52 तत्पश्चात मृगशिरा
🔅 करण :
           कौलव - 16:07 तक
           तैतिल - अगले दिन 03:46 तक
🔅 पक्ष - शुक्ल  
🔅 योग - शुक्ल  21:14 तक तत्पश्चात ब्रह्म
🔅 वार - बुधवार  


☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    
🔅 सूर्योदय - 06:58 पर
🔅 चन्द्रोदय - 15:20 पर
🔅 चन्द्र राशि - वृषभ अगले दिन 03:50 तक  
🔅 सूर्यास्त - 17:32 पर
🔅 चन्द्रास्त - अगले दिन 05:21 पर
🔅 ऋतु - शिशिर  


☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    
🔅 शक सम्वत - 1941 (विकारी)
🔅 कलि सम्वत - 5121
🔅 दिन काल - 10घंटे 34मिनट
🔅 विक्रम सम्वत - 2076
🔅 मास अमांत - पौष
🔅 मास पूर्णिमांत - पौष
    
☀ शुभ समय    
🔅 अभिजित  कोई नहीं


☀ अशुभ समय    
🔅 दुष्टमुहूर्त - 11:54 से 12:36 तक
🔅 कंटक - 16:08 से 16:50 तक
🔅 यमघण्ट - 09:05 से 09:47 तक
🔅 राहु काल - 12:15 से 13:35 तक
🔅 कुलिक - 11:54 से 12:36 तक
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम - 07:40 से 08:23 तक
🔅 यमगण्ड - 08:17 से 09:37 तक
🔅 गुलिक काल - 10:56 से 12:15 तक


☀ दिशा शूल    
🔅 उत्तर


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गेटवे ऑफ इंडिया पर लगे हिन्दुओं से आजादी के नारे, उमर खालिद भी थे मौजूद !

नयी दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद भी दिखाई दिए। कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि खालिद ने आधी रात को 'हिन्दुओं से आजादी' के नारे लगाए हैं।भाजपा नेता तजिंदर बग्गा ने वायरल हो रहे वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि, 'मुस्लिम और वामपंथी हिंदुओं से आजादी का नारा लगा रहे हैं लेकिन इस बार यह जामिया या जेएनयू कैंपस में नहीं हुआ है बल्कि मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुआ है। क्या मुंबई पुलिस और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ कोई एक्शन लेंगे या चुपचाप इन गुंडों का समर्थन करेंगे ?'मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस इस वीडियो की पड़ताल कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस वीडियो की जांच मुंबई पुलिस की साइबर ब्रांच कर रही है। फिलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है लेकिन पुलिस जांच रिपोर्ट के बाद सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जाएगी।


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निर्भया के गुनहगारों के खिलाफ डेथ वारंट जारी, 22 जनवरी को दी जाएगी फांसी

निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषियों की डेथ वारंट पर पटियाला हाउस कोर्ट ने फैसला सुनाया है। कोर्ट ने चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है। चारों दोषियों को 22 जनवरी को सात बजे फांसी दी जाएगी। मामले में मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को फांसी दी जानी है।दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर करेंगे। कोर्ट के फैसले के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि मेरी बेटी को न्याय मिला है। 4 दोषियों की सजा देश की महिलाओं को सशक्त बनाएगी। इस फैसले से न्यायिक प्रणाली में लोगों का विश्वास मजबूत होगा।वर्ष 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड मामले के चार दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे यहां स्थित तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। चारों दोषियों-मुकेश (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) के खिलाफ मौत का फरमान जारी करने वाले अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा ने फांसी के आदेश की घोषणा की। सुनवाई के दौरान अभियोजन ने कहा कि अब किसी भी दोषी की कोई भी याचिका किसी भी अदालत या राष्ट्रपति के समक्ष लंबित नहीं है और सभी दोषियों की पुनर्विचार याचिका उच्चतम न्यायालय ने खारिज कर दी थी।अदालत से मृत्यु वारंट जारी करने का आग्रह करते हुए अभियोजन ने कहा, ‘‘मृत्यु वारंट जारी करने और तामील करने के बीच दोषी सुधारात्मक याचिका दायर करना चाहते हैं तो कर सकते हैं।’’ दो दोषियों-मुकेश और विनय के वकील ने कहा कि वे उच्चतम न्यायालय में सुधारात्मक याचिका दायर करने की प्रक्रिया में हैं। उधर, निर्भया की मां ने दोषियों की फांसी की सजा की तिथि मुकर्रर किए जाने के बाद कहा कि यह आदेश (मौत की सजा पर अमल के लिए) कानून में महिलाओं के विश्वास को बहाल करेगा। निचली अदालत ने पूर्व में तिहाड़ जेल के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे मौत की सजा का सामना कर रहे चारों दोषियों से एक सप्ताह के भीतर यह जवाब हासिल करें कि क्या वे फांसी की सजा के खिलाफ राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर कर रहे हैं। अदालत निर्भया के माता-पिता और अभियोजन (दिल्ली सरकार) के आवेदनों पर सुनवाई कर रही थी जिनमें दोषियों के खिलाफ मृत्यु वारंट जारी करने की मांग की गई थी। उच्चतम न्यायालय ने 18 दिसंबर को अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी और कहा था कि पुनर्विचार याचिका बार-बार अपील पर फिर से सुनवाई की तरह नहीं है।  वर्ष 2012 में 16 दिसंबर की रात दक्षिणी दिल्ली में छह लोगों ने चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया था और उस पर बर्बर हमला किया गया था। इसके बाद उन्होंने उसे सड़क पर फेंक दिया था। लड़की की गंभीर हालत के चलते उसे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ले जाया गया था जहां 29 दिसंबर 2012 को उसने दम तोड़ दिया था। इस लड़की को काल्पनिक नाम ‘निर्भया’ से जाना गया था।  शीर्ष अदालत ने पिछले साल नौ जुलाई को मामले के अन्य तीन दोषियों की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी थी और कहा था कि दोषियों ने 2017 के निर्णय की समीक्षा के लिए कोई आधार नहीं दिया। दोषियों में से एक राम सिंह ने दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। मामले के दोषियों में एक नाबालिग भी था, जिसे तीन साल तक बाल सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया था। दोषियों को निचली अदालत और दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा सुनाए गए मृत्युदंड को उच्चतम न्यायालय ने 2017 में अपने निर्णय में बरकरार रखा था।


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गर्भावस्था में देसी घी का करें सेवन, मां और बच्चे दोनों को होगा फायदा ।

हमने अक्सर अपने बड़े बुजुर्गों से अपने खानपान में घी शामिल करने के बारे में सुना है । घी का सेवन हमें कई सारे फायदे प्रदान करता है । लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस आयुर्वेदिक औषधि के बारे में अनेको भ्रम फैलाए गए हैं । इसे हमारे आहार से लगभग गायब कर दिया गया है । मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप, हृदय रोग जैसे न जाने कितनी चीजों का ठीकरा घी के सर पर ही फोड़ दिया गया है । ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है गर्भवती महिलाओं व बच्चों पर ।गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब शरीर पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है । घी, अनेको विटामिल व खनिज तत्वों का अच्छा स्रोत होने के नाते एक अत्यंत महत्वपूर्ण खाद्द पदार्थ था । इस भ्रम को दूर करने के लिए यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि गर्भावस्था के समय देसी घी का सेवन करना क्यों जरूरी है।

गर्भावस्था में घी खाने के कई फायदे होते हैं । इसका सेवन उचित मात्रा में करना चाहिए । देसी घी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, खनिज व वसा होती है जो गर्भावस्था के दौरान अत्यंत लाभदायक होते हैं । गर्भावस्था के दौरान मां व पेट में पल रहे शिशु दोनों को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है, इसलिए इस समय देशी घी को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।

घी में एंटी वायरल गुण भी होता है, जो कि पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इसके अलावा बच्चे के विकास के लिए मां को लगभग 300 कैलोरी की दैनिक आवश्यकता होती है, जो कि देसी घी से आसानी से मिल जाती है।


हालांकि देसी घी का सेवन गर्भावस्था में एक निश्चित मात्रा में ही करना चाहिए । गर्भावस्था में एक महिला को दिनभर में 50 ग्राम से ज्यादा फैट का सेवन नहीं करना चाहिए। देसी घी में उपलब्ध एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को शुद्ध रखने में सहायक होते हैं ।

अपने खाने में निश्चित मात्रा में घी शामिल कर हम अनेक लाभ ले सकते हैं । लेकिन गर्भावस्था के समय देसी घी का सेवन शारीरिक बनावट पर भी निर्भर करता है । आपका शरीर किस प्रकार है तथा उसे कितनी मात्रा में देसी घी लेना है इसके लिए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।


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