मौलिक दस्तावेज है भारत का संविधान: यूएनजीए अध्यक्ष
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष ने मंगलवार को भारत को 70वें संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय संविधान एक ''मौलिक दस्तावेज'' है जो इसके, उपनिवेशवाद के अंधेरे से स्वतंत्रता के उजाले में उदय का प्रतीक है। महासभा के अध्यक्ष तिजानी मुहम्मद-बंदे ने कहा, ''हम इस साल महात्मा गांधी की 150 जंयती मना रहे हैं। गांधी को मनुष्यों के लिए सम्मान एवं अहिंसा के विचार में अतुलनीय योगदान देने के लिए जाना जाता है।''बंदे ने भारत के संविधान दिवस के अवसर पर भारतीयों को एक वीडियो संदेश के जरिए बधाई देते हुए कहा, ''हम भारत का 70वां संविधान दिवस भी मना रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष ने कई अन्य को प्रेरित किया और ''भारत का संविधान एक ऐसा मौलिक दस्तावेज है जो, उपनिवेशवाद के अंधेरे से स्वतंत्रता के उजाले में इसका उदय होने का प्रतीक है।''मोहम्मद बंदे ने इस विशेष दिन पर भारत के लोगों को ''आने वाले दशकों में शांति, खुशहाली और समृद्धि'' के लिए शुभकामनाएं दी। संविधान सभा ने वर्ष 1949 में इसी दिन भारत का संविधान अंगीकार किया था जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है
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